गंगटोक से कुछ ही दूरी पर स्थित नामची, इस जगह की सुंदरता देखकर मंत्रमुग्ध हो जाएंगे

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Photo of गंगटोक से कुछ ही दूरी पर स्थित नामची, इस जगह की सुंदरता देखकर मंत्रमुग्ध हो जाएंगे by Rishabh Dev

जब शहर जकड़ने लगे तो शहर से दूर किसी सुकून वाली जगह पर चले जाना चाहिए। पहाड़ आपको सुकून और शांति का एहसास कराते हैं। पूर्वोत्तर के पहाड़ हमेशा अनछुए से रहते हैं। सिक्किम पूर्वोत्तर के सबसे सुंदर राज्यों में से एक है। इसी सिक्किम में एक जगह है जो सैलानियों के लिए किसी जन्नत से कम नहीं है। यहाँ के खूबसूरत पहाड़, चाय के बाग़ान और ऊँची पहाड़ी से दिखाई देने वाला नजारा आपके स्वागत के इंतज़ार में है। सिक्किम की बेहद शानदार इस जगह का नाम है, नामची

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नामची सिक्किम का एक बेहद खूबसूरत और शांत हिल स्टेशन है। नामची समुद्र तल से 1,675 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। नामची को स्थानीय भाषा में स्काई हाई भी कहा जाता है। नामची सिक्किम की राजधानी गंगटोक से लगभग 90 किमी. की दूरी पर है। नामची को नमत्से के नाम से भी जाना जाता है। नामची से आपको माउंट कंचनजंगा के मनोरम दृश्य देखने को मिलते हैं। अगर आपको प्रकृति से प्रेम है तो आपको सिक्किम के नामची ज़रूर जाना चाहिए।

इतिहास

नामची एक शानदार और ऐतिहासिक जगह है। कहा जाता है कि मगध के राजा अजातशत्रु ने अपनी राजधानी को पहाड़ी राजगृह से स्थानांतरित किया था ताकि वैशाली के दुश्मनों लिच्छवियों पर बढ़त हासिल कर सके। माना ये भी जाता है कि महात्मा बौद्ध अपने जीवन के अंतिम वर्ष में इस जगह पर आए थे। नामची अपने इस इतिहास के लिए भी जाना जाता है।

क्या देखें?

1. समद्रुप्त्से हिल

नामची में आप घूमने की शुरूआत समद्रुप्त्से हिल से कर सकते हैं। ये जगह नामची से सिर्फ़ 5 किमी. की दूरी पर है। समुद्र तल से 2,134 मीटर की ऊँचाई पर स्थित समद्रुप्त्से हिल को मनोकामना पूरी करने वाली पहाड़ी के नाम से भी जाना जाता है। यहाँ पर गुरू पद्मसंभव की एक विशाल मूर्ति है। गुरू पद्मसंभव को सिक्किम के संरक्षक के रूप में भी जाना जाता है। गुरू पद्मसंभव की विशाल मूर्ति लगभग 134 मीटर ऊँची है।

2. नगादक मोनेस्ट्री

नामची के पास में ही एक शाननदार मठ है, नगादक मोनेस्ट्री। नगादक का मतलब होता है वादा। कहा जाता है कि जो भी इस मठ में आता है उसे दोबारा इस जगह पर आने का वायदा करना होता है। इस मठ को चोग्याल ग्युरमेद नामग्याल के शासनकाल के दौरान तेनसुंग नामग्याल द्वारा महामहिम पेंडी ओंगमु के महल के रूप में बनाया गया था। नगादक नामची के नहीं सिक्किम के सबसे पुराने मठों में से एक है। 17वीं शताब्दी में आए भूकंप के कारण मोनेस्ट्री की पुरानी संरचना को नुक़सान पहुँचा था, जिसका पुननिर्माण किया गया था।

3. मेनम वाइल्डलाइफ़ सैंक्चुरी

नामची में घूमने के दौरान आप मेनम वाइल्डलाइफ़ सैंक्चुरी की भी सैर कर सकते हैं। मेनम वाइल्डलाइफ़ सैंक्चुरी दक्षिणी सिक्किम की सबसे फ़ेमस जगहों में से एक है। मेनम वाइल्डलाइफ़ सैंक्चुरी जानवरों के साथ कई औषधि पौधों और जड़ी बूटियों का घर है। 3500 हेक्टेयर में फैले इस अभयारण्य में आप लाल पांडा, हिरण, कॉमन हिल, मैगी, ब्लैक ईगल और ब्लड फिजेंड समेत कई जानवर और पक्षियों को देख सकते हैं।

4. टेडोंग हिल

टेंडोंग हिल सिक्किम की एक और बेहद शानदार जगह है। टेंडोंग का शाब्दिक अर्थ है, उठा हुआ सींग। ऐसा माना जाता है कि इस पर्वत ने यहाँ के लोगों को बाढ़ से बचाने के लिए ख़ुद को ऊपर उठाया था। इस वजह स्थानीय लोगों के लिए ये पर्वत काफ़ी पवित्र है। इस पहाड़ी तक पहुँचने के लिए ट्रेकिंग करनी पड़ती है। दमथांग से टेडोंग हिल लगभग 6 किमी. की दूरी पर है। यहाँ से आपको सिक्किम का बेहद मनोरम और मनमोहक दृश्य देखने को मिलेगा।

5. रालंग मठ

रालंग मठ नामची की एक और देखने लायक़ जगह है। रालंग मठ सिक्किम की सबसे लोकप्रिय जगहों में से एक है। कहा जाता है कि तिब्बत के चौथे चोग्याल तीर्थयात्रियों के सम्मान में इस मठ का निर्माण करवाया गया था। रालंग मठ में चित्रों और थंगकाओं का एक व्यापक संग्रह है जो बौद्ध कला की समृद्धि को दर्शाता है। कहा जाता है कि जब चौथे चोग्याल अपनी तीर्थयात्रा से लौटे तो 9वें करमापा ने आशीर्वाद समारोह के दौरान तिब्बत में त्सुरफू मठ से चावल के दाने फेंके। इस स्थान पर अनाज गिरे और इस प्रकार मठ के निर्माण का निर्णय लिया गया। इस यात्रा के दौरान आप रालंग मठ के अलावा सोलोफोक चरमहम को भी देख सकते हैं।

कैसे पहुँचे?

सिक्किम का नामची सड़क, रेल और हवाई मार्ग से अच्छी तरह से कनेक्टेड है। आप नामची आराम से पहुँच सकते हैं।

हवाई मार्ग: यदि आप हवाई मार्ग से नामची जाने का प्लान बना रहे हैं तो सबसे निकटतम हवाई अड्डा बागडोगरा एयरपोर्ट है। बागडोगरा से नामची की दूरी लगभग 100 किमी. है। आप बागडोगरा से टैक्सी लेकर नामची पहुँच सकते हैं।

रेल मार्ग: अगर आप ट्रेन से इस यात्रा पर जाना चाहते हैं तो सबसे नज़दीक में न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन है। न्यू जलपाइगुड़ी ने नामची लगभग 100 किमी. की दूरी पर है। न्यू जलपाईगुड़ी से आप नामची जाने के लिए शेयर टैक्सी और कैब को बुक कर नामची पहुँच सकते हैं।

सड़क मार्ग: नामची सड़क मार्ग से अच्छी तरह से कनेक्टेड है। गंगटोक से नामची लगभग 76 किमी. की दूरी पर है। आप शेयर टैक्सी से गंगटोक से नामची पहुँच सकते हैं। अगर आपके पास ख़ुद की गाड़ी है तो आपका सफ़र और भी बेहतरीन हो जाएगा।

कब जाएँ?

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नामची एक बेहद खूबसूरत हिल स्टेशन और बड़ी संख्या में सैलानी यहाँ आते हैं। नामची में ठहरने के लिए कई सारे होटल और होमस्टे हैं जिनमें आप ठहर सकते हैं। नामची आने का सबसे सही समय मार्च से जून और अक्टूबर से दिसंबर का होता है। इस दौरान आपको नामची बेहद शानदार और खूबसूरत देखने को मिलेगा। आपको नामची को जरूर एक्सप्लोर करना चाहिए।

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