अब बात अगर घूमने घुमाने की आई है तो मैं बस इतना कहना चाहती हूं कि यात्रा हमारी जिंदगी का वो हिस्सा है जो हमें जिंदगी के सबसे खूबसूरत लम्हे दे जाती है । यात्रा और कुछ नहीं बस तनाव भरी जिंदगी में थोड़ा सा सुकून देने का एक जरिया है । ऐसी ही यात्रा पर मैंने और मेरे जीवनसाथी ने बहुत ही हसीन लम्हें अपनी यादों के लिए संजोए हैं ।
वैसे यात्रा पर जाने के लिए कोई एक दिन इतना खास नहीं होता है । लेकिन वह दिन जिस दिन हमने अपनी यात्रा शुरू की थी , वह दिन मेरे लिए बहुत खास था । वह कोई साधारण दिन नहीं था , वह हमारी शादी की पहली सालगिरह वाला दिन था ।
सुबह की भागदौड़ और अफरातफरी के बाद हम शाम की ट्रेन से निकले । वैसे तो जहाँ हम जा रहे थे वह हनीमून कपल्स के लिए सबसे अच्छी जगह मानी जाती है । हम हनीमून के लिए तो नहीं जा रहे थे, लेकिन उसे मिनी हनीमून मान सकते हैं । शादी की पहली सालगिरह पर शुरू हुआ हमारा यह मिनी हनीमून ।
कहते हैं गोवा में अधिकतर लोग अपनी शादी के बाद हनीमून के लिए आते हैं । यह बात सच भी है क्योंकि वहां का प्राकृतिक सौंदर्य देखे नहीं बनता है । इतना सुंदर नजारा प्यार में चार चांद लगा सकता है । गोवा एक बहुत ही खूबसूरत जगह है जहां दो लोग अपने प्यार को गोवा में और भी खूबसूरती से मजबूत बना सकते हैं ।
मैं और मेरे वो हम दोनों भी अपना प्यार लिए गोआ चल दिये ।रात भर की यात्रा के बाद अगली सुबह करीब 11 बजे हम गोवा पहुंचे । रात भर की यात्रा के बाद हमने कुछ देर आराम किया बाद में तैयार होकर हम कलंगुट बीच पहुँच गए । कलंगुट बीच पर शाम का नजारा कुछ अलग ही था । वह बीच बहुत ही सुंदर दिख रहा था । सजे धजे किनारे, आई लव गोवा और हार्ट शेप फ्रेम, कपल से भरा हुआ बीच और गीत गाता पानी ।
यह सब बहुत ही सुकून भरा था । उस बीच पर हमने अपनी शाम बिताई और बहुत सारे लम्हे अपनी जिंदगी के लिए संजोए । हम दोनों हाथ में हाथ लिए बीच किनारे खड़े थे और बीच का पानी भी बार बार हमारे पैरों को छू कर जा रहा था जैसे वो भी हमारी याद का हिस्सा बनना चाहता हैं । तभी मेरे मन से आवाज़ आई -
" हाथ जो मेरा तुमने थामा है,
सपने हक़ीक़त बन गए है..
इस जनम से हर जनम तक,
साथ तुम्हारे चल दिये हैं..
आज सुहाना लग रहा हैं,
प्यार भरा ये सफर हमारा..."
ये हसीन दिन हमारा कलंगुट बीच पर बीता । अगली सुबह औऱ भी नया कुछ लाने वाली थी । अगले दिन हमने बागा बीच पर पानी मे होने वाली गतिविधियाँ की जिसमें jetski, banana rides , boat ride, parasailing भी शामिल थी । हम दोनो ने बच्चो की तरह उस पल को जिया । बच्चों जैसी जिद्द बड़ो जैसी डाँट , मेरे लिए क्या सही है क्या नही उसका इतना ध्यान रखना । हम लोगो ने गोवा में एक दोस्त के जैसे एंजॉय किया था । हमने कलंगुट बीच, बागा बीच , मीरामार बीच, अंजुना बीच, और बहुत सी जगह देखी ।
कैंडोलिम बीच में बोट की सवारी करते बीचोबीच डॉल्फिन दिखी । वो डॉल्फ़िन पानी मे गोते लगा रही थी वो नज़ारा देखने जैसा था । वो पानी मे तो ऐसे खेल रही थी जैसे वो हमें दिखाना चाहती हो कि वो भी हम इंसानों की तरह ही अपनी ख़ुशी जता सकती है । डॉल्फ़िन कभी पानी के अंदर जाती कभी बाहर आती कभी हम पर पानी उछाल जाती । मस्ती में डुबी डॉल्फ़िन औऱ हमारी यादें ।
घूमते घूमते हम पणजी पहुँचे । पणजी गोवा राज्य की राजधानी है, जो मांडवी नदी के किनारे पर स्थित है ।
इमैक्युलेट कन्सेप्शन चर्च जहाँ कई बॉलीवुड मूवी की शूटिंग हुई हैं । गोआ में बहुत सी मूवी की शूटिंग हुई हैं जिसमे दिल चाहता हैं , दम मारो दम , ख़ामोशी, डिअर ज़िन्दगी ।
गोआ में बहुत बड़े बड़े क्रूज भी हैं जिसमें नाईट पार्टीज और कैसिनो खेले जाते हैं । क्रूज में जाने का सपना भी उस दिन पूरा हो गया , क्रूज में बैठकर बीच के बीचोबीच दिखता वो डूबता हुआ सूरज ।
गोआ की हसीन वादियों के बीच हमारा प्यार । दो दिल इन वादियों में कही खो जाते है । गोआ में जहाँ पाश्चात्य संस्कृति
देखी जाती है वही अगर आस्था की बात की जाए तो वहाँ बहुत से मंदिर और चर्च भी है । सप्तकोटेश्वर मंदिर, महालक्ष्मी मंदिर, दामोदर मंदिर, मंगेशी मंदिर और बहुत से मंदिर है जो यहाँ की संस्कृति को बनाए रखते है ।
वही शाम के वक़्त सड़क किनारे चाय पीने का मज़ा ही कुछ और है । वैसे मेरे पति तो चाय नही पीते लेकिन चाय मुझे बहुत पसंद है । वो चाय पिये ना पिये लेक़िन हर बार मुझे चाय जरूर पिलाते हैं ।
"मुझे एक बहुत सुकून की ज़िंदगी चाहिए,
मैं इक तू और बस एक चाय चाहिए..."
मैं वो और हमारे जज़्बात । लगभग 3 दिन गोआ में बिताने के बाद हम वापिस घर लौट गए । लेकिन गोआ में बिताए लम्हें भुलाए ना भूल सकने वाले थे । गोआ में बिताए हमारे मिनी हनीमून के वो खूबसूरत लम्हें ।
"मैं गोआ औऱ मेरा प्यार"
"पायल पोखरना कोठारी"