आप चाहे केदारनाथ जाए ,मनाली जाए ,लेह जाए या दार्जिलिंग ,जब कभी आप पहली बार बर्फीले इलाकों में जा रहे होते हैं तो उसका अपना जोश कुछ अलग ही होता हैं।आप सोचते हैं कि पहली बार आपको बर्फ के पहाड़ देखने को मिलेंगे। आपने सपने देखे हुए हैं कि पहाड़ों पर जाकर वहा बर्फ के पास पहुंचते ही बर्फ के हाथ गोले बना कर हम एक दूसरे पर फेक कर खेलेंगे, खूबसूरत फोटो लेंगे, टेंट लगा कर रात को आसमान निहारेंगे, कैम्पफ़ायर के साथ साथ गाना बजाना आदि करेंगे।
लेकिन सच तो यह हैं कि जब आप इन जगहों पर पहली दूसरी बार जाते हैं तो कुछ तैयारियों की कमी के कारण ट्रिप तकलीफ दायक हो जाती हैं क्योकि कई बार आपको पता नहीं चल पता हैं कि क्या क्या तैयारियां यात्रा के साथ में औऱ पहले करनी चाहिए। इसकी कमी से या तो मौसम बदलने से आप बीमार हो जाते हैं या पहाड़ों पर चढ़ते समय सांस फूल जाती हैं ,पैर दर्द करने लग जाते हैं। फिर अगर बारिश ओर आ जाये तो आपकी यात्रा ऐसी बिगड़ जाती हैं कि आपको वापस उस जगह जाने के नाम से ही चिढ हो जाती हैं।
तो चलिए आते हैं इन यात्रा से पूर्व और इसके दौरान याद रखने की कुछ बातों पर :
1. पहाड़ी इलाकों में आप कही भी जा रहे हो तो यह तो समझ ही लेना चाहिए कि कही न कही थोड़ा बहुत पैदल तो चढ़ना ही होगा। इसीलिए इस बात के लिए मानसिक एवं शारीरिक रूप से तैयार रहे।
2. पैदल ट्रेक के दौरान आपके पैरों मे दर्द ना हो और आसानी से ट्रेक करलो तो इसके लिए यात्रा से कम से कम 20 दिन पहले से आपको 5 -7 किमी चलने की आदत डालनी होगी। ताकि हमारा शरीर पहाड़ों पर कभी भी पैदल चलने के लिए आसानी से तैयार हो सके।अगर आप ज्यादा खतरनाक ट्रेक पर जा रहे हो तो आप ट्रेक से एक महीने पहले ही लेग्स एवं बैक के कुछ हैवी वर्कआउट चालु करदे।
3.आपको अपने साथ एक एक्स्ट्रा छोटा खाली बैग हमेशा साथ मे पैक करके ले जाना चाहिए क्योकि जब आप किसी स्थान पर घूमोगे तो बड़े बैग्स को तो आप होटल मे रखोगे तब छोटे बैग (बैगपैक) मे एक जोड़ी एक्स्ट्रा कपड़े ,मेडिसिन ,रेनकोट डाल कर बैग को अपने साथ दिनभर रखे।ताकि बारिश मे भीगने या बीमार होने की स्थिति में ये सामान कही भी काम आ जाये।
4.पहाड़ी यात्रा पर हमेशा अपने साथ एक्स्ट्रा मौजे ,गर्म कपड़े ,मफलर, फर्स्ट एड किट ,टोर्च ,सिटी ,एक्स्ट्रा शू लेस ,डायरी-पेन ,कैश रकम ,कुछ पासपोर्ट साइज फोटो ,आई डी कार्ड की कुछ फोटो कॉपी ,छाता ,ग्लूकोस पाउडर ,मार्कर ,छोटी कैंची ,बिस्किट ,नमकीन ,चॉकलेट्स ,रेनकोट ,सनग्लास ,कैमरा की एक्स्ट्रा बैटरी ,एक्स्ट्रा मेमोरी कार्ड ,हैंड ग्लव्स ,गर्म पानी की अच्छी वाली बोतल,रस्सी ,सुई धागा ,सिक्के , प्रिंटेड टिकट्स आदि चीजे जरूर जरूर अपने साथ रखे।
5.अगर आप फ्लाइट से सीधा अधिक उंचाई पर जा रहे हैं (दिल्ली से लेह) तो अपने साथ डायमॉक्स टेबलेट जरूर रखे। पर इसका उपयोग डॉक्टर के बताये अनुसार ही करे।
6.कोई नए जूते पहन कर सीधा यात्रा पर ना चले जाए। उन्हें अपने यही थोड़े दिन पहन कर फिर ही यात्रा पर साथ ले जाए।जूते भी बढ़िया कंपनी के मजबूत वाले ख़रीदे ताकि घीस कर कही फटे ना ,या कही ठोकर लगने से पैर की उँगलियाँ चोटित ना हो।
7. अपने साथ उल्टी की गोलियां एवं कपूर की डिब्बी जरूर साथ रखे।ऑक्सीजन की कमी महसूस होने पर कपूर सूंघते रहना चाहिए।
8. ध्यान रहे बैगपैक एक अच्छी कंपनी का ट्रेक बैग हो नहीं तो ट्रेक के समय आप इसे ज्यादा समय तक उठा नहीं पाओगे और आपको बैकपेन शुरू होने लग जायेगा।
9. यात्रा प्लानिंग में हमेशा एक दिन एक्स्ट्रा बचा कर रखे ताकि कोई चीज किसी कारण देखने से छूट जाए तो बचे हुए एक दिन में उसे कवर कर सके।
10. यात्रा से लौटते समय बची हुई चॉकलेट्स ,बिस्किट्स ,नमकीन वही के ग्रामीण बच्चो को दे कर आ सकते हैं या कपूर की गोलीया , डायमॉक्स , एक्स्ट्रा मोज़े या दवाइयां आप किसी जरूरतमंद यात्री या लोकल्स को दे सकते हैं। इस से यात्रा समाप्ति पर आपको अंदर से एक अलग सी संतुष्टि मिलेगी।
पहाड़ी यात्राओं से सम्बन्धी ऐसी ही और उपयोगी बाते आप नीचे कमेंट में बता सकते हैं।
धन्यवाद
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