उत्तर प्रदेश और बिहार के इन मंदिरों को विवाह के लिए माना जाता है सबसे इष्ट

Tripoto
Photo of उत्तर प्रदेश और बिहार के इन मंदिरों को विवाह के लिए माना जाता है सबसे इष्ट by Deeksha

मंदिर जैसी भावपूर्ण और शांत जगह पर शादी के बंधन में बंधना एक अलग ही अनुभव है। 

मंदिरों का शांत-जादुई माहौल और आध्यात्मिक वातावरण इन्हें विवाह के लिए सबसे आदर्श स्थलों में से एक बनाता है। 

किसी भी कपल के लिए अपने जीवन के नए चरण में पहला कदम रखने के लिए भगवान के आशीर्वाद से शुरू करने से बेहतर कुछ नहीं है। 

भारतीय संस्कृति में, विशेष रूप से आज के समय में, ज्यादातर जोड़े, जो मंदिर में शादी करना चाहते हैं या तो एक कम भीड़भाड़ वाली शादी की इच्छा रखते हैं या अपने सबसे महत्वपूर्ण दिन पर एक पवित्र और आध्यात्मिक समारोह की चाहत रखते हैं। 

भारत मंदिरों से भरा है और अपने सबसे खास दिन को और भी खूबसूरत बनाने के लिए आपको बहुत दूर जाने की जरूरत नहीं है। 

हमने आपके लिए यूपी बिहार के कुछ ऐसे मंदिरों की सूची तैयार की है जो आपके शादीशुदा जीवन की शुरुआत करने के लिए परफेक्ट हैं।

1. प्रेम मंदिर, वृंदावन

यूपी के वृंदावन में स्थित प्रेम मंदिर शादी प्लान करने के लिए सबसे बढ़िया जगह है। इस मंदिर को देखते ही लगता है मानो ये स्वयं ही प्यार और अपनेपन में डूबा हुआ है। चारों ओर से प्रेम भावना से घिरे हुए इस मंदिर में होने वाली शादियों को खुद भगवान श्री कृष्ण का आशीर्वाद मिलता है। प्रेम मंदिर मुख्य रूप से भगवन श्री कृष्ण और राधा के लिए जाना जाता है जिन्हें हमेशा से उनके अटूट प्यार के लिए जाना जाता रहा है। हर नवविवाहित जोड़े के लिए कृष्ण-राधा का आशीर्वाद लेना सौभाग्य की बात होती है। यदि आप भी अपने शादी समारोह को यादगार बनाना चाहते हैं तो वृंदावन के प्रेम मंदिर के बारे में जरूर सोचना चाहिए।

2. बिरला मंदिर, पटना

बिरला मंदिर देश के उन मंदिरों में से है जिनकी खूबसूरती के चर्चे केवल भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में होते आए हैं। पटना का बिरला मंदिर भी इनमें से है। लाल और पीले रंग में चमचमता ये मंदिर शादी करने के लिए बढ़िया जगह है। बिरला मंदिर की बनावट भी कुछ इस प्रकार की गई है जिससे मंदिर में ज्यादा लोगों के इकठ्ठा होने पर भी परेशानी न हो। बिरला मंदिर के शांत और सौम्य माहौल में शादी करने का सुख हर किसी को लेना चाहिए। यदि आप बिहार में रहकर अपनी शादी को यूनिक बनाना चाहते हैं तो बिरला मंदिर आपके लिए बढ़िया जगह होगी।

3. इस्कॉन मंदिर, लखनऊ

Photo of उत्तर प्रदेश और बिहार के इन मंदिरों को विवाह के लिए माना जाता है सबसे इष्ट 1/3 by Deeksha

इस्कॉन मंदिर उन मंदिरों में से है जिसको मानने वालों की भीड़ केवल भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर में फैली हुई है। इस्कॉन मंदिर के दर्शन करने लोग खासतौर से भारत आते हैं। ये मंदिर देश में जगह जगह पर हैं जिसमें एक शहर लखनऊ भी है। लखनऊ का इस्कॉन मंदिर शादी का आयोजन करने के लिए बढ़िया जगह है। भगवान श्री कृष्ण के प्रांगण में शादी करने का मौका मिलना हर किसी के लिए बड़े किस्मत की बात है। इस्कॉन मंदिर में शादी समारोह आयोजित करने के लिए आपको पहले मंदिर के ट्रस्ट में बात करनी होती है। अनुमति मिलने पर आप मंदिर की मर्यादा को ध्यान में रखते हुए आराम से शादी का मज़ा उठा सकते हैं।

4. विष्णुपद मंदिर, गया

विष्णुपद मंदिर का निर्माण 1787 में रानी अहिल्याबाई ने करवाया था। फल्गु नदी के तट पर तीन तरफ ऊबड़-खाबड़ चट्टानों और चौथी तरफ पानी से घिरा ये खूबसूरत मंदिर शादी के बंधन में बंधने के लिए बढ़िया जगह है। बिहार का दूसरा सबसे बड़ा और प्राचीन शहर गया, जिसकी चर्चा रामायण और महाभारत में की गई है, में बना ये मंदिर 100 फीट ऊँचा है। विष्णुपद मंदिर बाहर से देखने में ही बेहद शानदार है। इस मंदिर की खास बात है इसके नक्काशीदार स्तंभ जो मंदिर को बाकी सभी से एकदम अलग बनाते हैं। इस मंदिर में शादी समारोह आयोजित करना यकीनन आपके लिए यादों से भरा होगा।

5. गायत्री मंदिर, मथुरा

भगवान श्री कृष्ण की नगरी मथुरा में बना गायत्री मंदिर शादी करने के लिए बढ़िया जगह है। इस मंदिर की खास बात ये है कि यहाँ आपको शादी करने के लिए पैसे भी नहीं खर्च करने पड़ेंगे। गायत्री मंदिर में शादी प्लान करने के लिए आपको मंदिर में बार करनी होती है जिसके बाद पंडित और बाकी अन्य तैयारियाँ मंदिर की ओर से की जाती हैं। ये विश्व का अकेला गायत्री माता मंदिर है। इस पूरे मंदिर का माहौल बेहद शांतिपूर्ण और खूबसूरत है जीके कारण यहाँ शादी करना सभी को बहुत अच्छा लगेगा।

क्या आप भी किसी ऐसे मंदिर के बारे में जानते हैं?? अपने अनुभव को हमारे साथ शेयर करने के लिए यहाँ क्लिक करें

बांग्ला और गुजराती में सफ़रनामे पढ़ने और साझा करने के लिए Tripoto বাংলা और Tripoto ગુજરાતી फॉलो करें।

रोज़ाना टेलीग्राम पर यात्रा की प्रेरणा के लिए यहाँ क्लिक करें

You may also like to read: हाजीपुर

Further Reads