भारत जैसे महान देश में आश्चर्यजनक चीजों की कोई कमी नहीं है। यहां आपको हर जगह कोई ना कोई अजब गजब चीजें देखने को मिल ही जाएंगी। आपने यहां एतिहासिक धरोहरें मन्दिर और खूबसूरत जगहों के बारे सुना ही होगा जो आपको अंदर से सकुन और शांति का अनुभव कराती है। लेकिन क्या आपने भारत के ऐसे गाँव के बारे सुना है जो अपनी अलग पहचान के लिए जाने जाते हैं और जिनके खुद के अपने नियम और कानून हैं तो चलिए दोस्तों जानते हैं भारत के पांच ऐसे गाँव के बारे में जो आपको सोचने पर विवश कर दें।
मलाणा गाँव हिमाचल प्रदेश
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले अति दुर्घम इलाके में एक गाँव है जिसका नाम है मलाणा, इसे आप भारत का रहस्यमयी गाँव भी कह सकते हैं यहाँ के स्थानीय निवासी खुद को सिकंदर के सैनिकों के वंशज मानते हैं और यहाँ पर भारतीय कानून भी नहीं चलते हैं। यहाँ की अपनी संसद है जो सारे फैंसले करती है। मलाणा भारत का एक लोता गाँव है जहां मुगल सम्राट अकबर की पूजा की जाती है।
इस गाँव में किसी भी चीज़ या किसी व्यक्ति को बाहरी व्यक्ति ने छू लिया तो उसे 1000 रुपये जुर्माना देना पड़ता है। ऐसा नहीं है कि इस गाँव के लोग जबरदस्ती जुर्माना वसूलते हैं ब्लकि इस गाँव के लोगों ने पूरे गाँव में जगह-जगह जुर्माने के प्रति सूचना पट लगा रखे हैं। जिस पर साफ़ साफ़ चेतावनी लिख रखी है कि बाहरी व्यक्ति इस गाँव का कोई भी सामान नहीं छू सकता। अपनी विचित्र परंपराओं के कारण पहचान बनाने बाले इस गाँव में हजारों की संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं। लेकिन रहने की व्यवस्था गाँव में नहीं होती बल्कि पर्यटकों को रहने के लिए गाँव के बाहर ही टेंट की व्यवस्था की जाती है।
शिमोगा कर्नाटक
आज के समय में हमारे राष्ट्र की भाषा हिंदी भी पहचान के संकट से जूझ रही है। लेकिन कर्नाटक के शिमोगा शहर से कुछ ही दूरी पर एक गाँव है जहां के गाँवबासी केवल संस्कृति में ही बात करते हैं।इस गाँव में हिंदी नहीं बोली जाती है। इस गाँव का नाम मूथरु है जो तुंग नदी के किनारे बसा हुआ है। इस गाँव में संस्कृत प्राचीन काल से ही बोली जाती है। यहां भाषा पर किसी धर्म और समाज का कोई अधिकार नहीं होता है। तभी तो गाँव में रहने वाले मुस्लिम परिवार के लोग भी संस्कृत उतनी ही सहजता से बोलते हैं जैसे दूसरे लोग बोलते हैं।
मल्लमपूर केरल
केरल के मल्लमपूर जिले में स्थित कोडेनी गाँव जिसे जुड़बौं के नाम से भी जाना जाता है। यहाँ पर वर्तमान में करीब 350 जुड़बा बच्चे रहते हैं जिनमें नवजात शिशुओं से लेकर 65 साल तक के बुजुर्ग शामिल हैं। विश्व स्तर पर हर हजार बच्चों पर 4 जुड़वां बच्चे पैदा होते हैं। एशिया में यह औसत 4 से भी कम है। कोडेनी गाँव एक मुस्लिम इलाक़ा है जिसकी आबादी करीब दो हजार है। इस गाँव में आपको स्कूल घर बाजार हर जगह जुड़वां बच्चे देखने को मिल जाएंगे।
शनि शिंगणापुर महाराष्ट्र
भारत का यह एक ऐसा राज्य है जहां आज भी रामराज्य चलता है। जी हाँ हम बात कर रहे हैं महाराष्ट्र अहमदनगर के शनि शिंगणापुर गाँव की जहां गाँव के किसी भी घर में दरवाजा नहीं होता है। यहाँ तक तो लोगों की दुकानों में भी दरवाजे नहीं होते हैं। यहाँ पर कोई भी अपनी बहुमूल्य चीजों को ताले के अंदर नहीं रखता है। फिर भी गाँव में आजतक कोई चोरी नहीं हुई। यह जगह शनि मंदिर के लिए भी विश्व भर में प्रसिद्ध है। लोगों की मान्यता है कि पूरे गाँव में शनि देव की कृपा बनी हुई है अगर किसी ने गाँव में चोरी की तो उसको शनि देव के क्रोध का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए इस गाँव को रामराज्य के नाम से भी जाना जाता है।
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जय भारत