आज कल पर्यटन का क्रेज काफी बढ़ गया है।लोग अपनी छुट्टियों को घर में न बिता कर ऐसे जगह पर जा कर बिताना चाहते है जहां वो सुकून के साथ अच्छी यादों के रूप में कुछ तस्वीरे और वीडियो भी ले सके जिससे वो एंजॉयमेंट के साथ साथ सोशल मीडिया पर भी छा जाए।इस बढ़ते पर्यटन के क्रेज से भारत सरकार को भी काफी फायदा हो रहा है।भारत की बहुत सी ऐसी स्मारके है जिसे देखने के लिए एंट्री फीस लगती है और अगर आप विदेशी पर्यटक हो तो यह फीस दोगुनी हो जाती है।फिर भी प्रतिदिन इन स्मारकों को देखने के लिए लाखो देशी और विदेशी पर्यटक आते है।तो आइए जानते है कि वो कौन सी स्मारके हैं जो सबसे ज्यादा कमाई करती है।
1.ताजमहल
आगर स्थित ताजमहल के बारे में कौन नही जानता।प्यार की निशानी के रूप में और दुनिया के सात अजूबों में शामिल यह पूरी दुनिया में मशहूर है।यह स्मारक भारत की सबसे ज्यादा कमाई वाला ऐतिहासिक धरोहर है।जिसे देखने देश विदेश से लोग यहां आते है।जिससे भारत सरकार को काफी फायदा होता है। आंकड़े के अनुसार 2017-18 से 2022-23 तक यह भारत का नंबर एक कमाई करने वाला स्मारक है जिसकी कमाई लगभग 152.83. कड़ोड़ दर्ज की गई है।
2.लाल किला
मुगल बादशाह शाहजहां द्वारा सन 1638 में निर्मित लाल किला दिल्ली के चांदनी चौक में स्थित है।यूनेस्को की विश्व धरोहर में शामिल इस स्मारक को देखने देश दुनिया से लाखो लोग आते है।राजधानी दिल्ली में होने के कारण यह पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केंद्र है।यह भारत की अच्छी कमाई वाले स्मारकों में शामिल हैं।
3.आगरा का किला
भले ही आगरा का ताजमहल पूरी दुनिया में मशहूर है लेकिन आगरा आने वाला कोई भी पर्यटक ताजमहल के अलावा आगरा फोर्ट देखे बिना वापस नहीं लौटता।वैसे तो एक एक राजपुताना किला था जो बाद में मुगलों द्वारा कब्जा कर लिया गया।अकबर के समय आगरा राजधानी थी और इस किले का प्रयोग वो रहने के लिए करता था।मुगल वास्तुकला की अद्भुत नक्काशी को देखने देश दुनिया से लाखो पर्यटक यहां आते है।जिससे भारत सरकार को काफी फायदा होता है।
4.कुतुब मीनार
कुतुब मीनार को दुनिया की सबसे ऊंची मीनार का दर्जा प्राप्त है।इंडो इस्लामिक वास्तुकला शैली में निर्मित यह स्मारक दिल्ली के सबसे पुराने इलाके में स्थित है।इसकी स्थापना 13वीं शताब्दी में कुतुब उद दीन ऐबक ने की थी। यूनेस्को विश्व धरोहर में शामिल यह स्मारक भारतीय राजस्व का अच्छा स्रोतक है।
5.हुंमायू का मकबरा
हुंमायू का मकबरा वो स्मारक है जहां हुमायूं का शव दफनाया गया था।जिसे एक खूबसूरत स्मारक में तब्दील कर दिया गया।इस स्मारक के आस पास की जगह काफी खूबसूरत है पास में ही एक खूबसूरत गार्डन बनाया गया है जहां लोग पिकनिक मनाने आते है और यह जगह फोटोग्राफी के लिए भी काफी लोकप्रिय है।जिसके वजह से यहां पर्यटकों का तांता लगा रहता है।
6.खजुराहो
खजुराहो प्राचीन हिंदुओं और जैन मंदिरों का एक समूह है। जहां हम इतिहास से रूबरू होते है इस मंदिरों को देखकर हमारी प्राचीन सभ्यता और संस्कृति का पता लगाया जा सकता है।लाखो पर्यटक यहां इन मंदिरों को देखने आते है।शहर मध्य प्रदेश के उत्तरी इलाके में स्थित है ।यह अपनी कामुक मूर्तियों के लिए विख्यात है।
7.सूर्य मंदिर, कोणार्क
तेरहवीं सदी में कलिंग वास्तुकला में निर्मित सूर्य मंदिर एक अद्भुत कलाकारी का उत्कृष्ठ नमूना है।इस मंदिर को एक रथ के आकार में बनाया गया है।जिसमे सात घोड़े और एक रथ है।जिस पर सूर्य देवता को सवार दिखाया गया है।इस अदभुत मंदिर को देखने लाखो देशी विदेशी पर्यटक यहां हर साल आते है।यह ओडिशा के पूरी शहर से 35 किलोमीटर दूर पर स्थित है।इस मंदिर को सबसे बड़ा सूर्य मंदिर माना जाता है।
8.अजंता और एलोरा की गुफाएं
औरंगाबाद स्थित अजंता और एलोरा की गुफाएं ऐसे गुफाओं का समूह है जिसमे बुद्ध ,जैन और हिंदू धर्म के प्राचीन अवशेष उपस्थित है।माना जाता है कि यह स्थान बौद्ध भिक्षुओं का निवास स्थान हुआ करता था।यहां पर स्थित कैलाश मंदिर दुनिया की सबसे बड़ी एक पत्थर को काट कर बनाई गई मंदिर है।यह पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है। लाखों पर्यटक यहां हर वर्ष आते है और जिससे भारत सरकार को काफी फायदा होता है।
9.फ़तेहपुर सीकरी
फतेहपुर सीकरी आगर से लगभग 40 किमी की दूरी पर स्थित है।मुगल बादशाह अकबर के समय यह एक बहुत महावपूर्ण शहरों में एक था।यहां स्थित चिस्ती की दरगाह और बुलंद दरवाजा पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केंद्र है।हर वर्ष असंख्य पर्यटक यहां आते है।
10.महाबलीपुरम
चेन्नई से लगभग 60 किमी की दूरी पर स्थित यह जगह प्राचीन सभ्यता और व्यापार का साक्षी है। यहां स्थान बंदरगाह के अवशेष आज भी उपस्थित है।जहा से प्राचीन काल में भारतीय व्यापारी दक्षिण पूर्व एशिया की यात्रा करते थे। यहां की इमारतें और मंदिर वास्तुकला के एक उत्कृष्ठ नमूना है।जो प्राचीन काल के भगवान वामन(महाविष्णु के एक अवतार)को समर्पित है। हर वर्ष लाखो पर्यटक इस ऐतिहासिक जगहों को देखने पहुंचती है।
कैसा लगा आपको यह आर्टिकल हमे कमेंट में जरुर बताए।
क्या आपने हाल में कोई की यात्रा की है? अपने अनुभव को शेयर करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
बांग्ला और गुजराती में सफ़रनामे पढ़ने और साझा करने के लिए Tripoto বাংলা और Tripoto ગુજરાતી फॉलो करें।