प्राचीन काल से ही भारत अपने धार्मिक एवं आध्यात्मिकता जीवन के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध रहा हैं। भारतीय समाज में 33 कोटि यानी 33 करोड़ प्रकार के देवी-देवता की कल्पना की गई है यही कारण है कि देश के कोने-कोने में विभिन्न देवी-देवताओ के मंदिर की स्थापना की गई है। भारत को मंदिरों की भूमि के रूप में भी जाना जाता है। कहीं बड़ी-बड़ी अलंकृत इमारतों के रूप में तो कहीं साधारण से छोटे मंदिरों के रूप में ये आस्था के प्रतीक पूरे देश के हर कोने में पाए जाते हैं। समय के साथ इन मंदिरों में भी शिल्पविद्या सम्बन्धी काफी विकास हुआ है। हालाँकि, दक्षिण भारतीय मंदिरों में प्रमुख द्रविड़ शैली के विपरीत, उत्तर भारत अपने भव्य मंदिरों के साथ विशिष्ट नागर या इंडो-आर्यन स्थापत्य शैली का प्रदर्शन करता है।
ये वास्तुशिल्प चमत्कार पूरे क्षेत्र में बिखरे हुए हैं, जिनमें से कुछ ऊंचे पहाड़ों में स्थित हैं और अन्य यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों की प्रतिष्ठित स्थिति का आनंद ले रहे हैं। आज हम इस लेख में, उत्तर भारत के 10 ऐसे ही मंदिरों के बारे में बताएंगे जो आपके आने वाले ट्रिप के बकेट लिस्ट में जरूर होने चाहिए।
आइए उत्तर भारत के कुछ सबसे खूबसूरत मंदिरों के बारे में जानें जिनकी आप अगली यात्रा की योजना बना सकते हैं!
1. वैष्णो देवी, जम्मू और कश्मीर
यह मंदिर देवी दुर्गा को समर्पित है और 52 प्रतिष्ठित महा शक्ति पीठों में से एक है। जिसे मां वैष्णो देवी नाम से जाना जाता हैं। यह मंदिर त्रिकुटा पहाड़ी पर समुद्र तल से 1,585 मीटर (5,200 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है। इस मंदिर तक पहुंचने के लिए आपको 12 किलोमीटर का ट्रैक करना होगा। मंदिर के आस पास का दृश्य बहुत ही मनोहर हैं। चाहे आप एक श्रद्धालु तीर्थयात्री हों या एक शौकीन ट्रैकर यह जगह आपके बकेट लिस्ट में होनी ही चाहिए।
यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: मार्च से नवंबर
पता: पुराना दारूर, कटरा, बाण गंगा, जम्मू और कश्मीर 182320
2. स्वर्ण मंदिर, पंजाब
देश में सिख सम्प्रदाय को मानने वाले लोगों का एक पवित्र धार्मिक स्थल है। यह मंदिर सिखों का एक प्रमुख गुरुद्वारा है। स्वर्ण मंदिर पंजाब राज्य के अमृतसर शहर में स्थित है। अमृतसर में 400 किलोग्राम सोने की पत्ती से सजे अपने प्रतिष्ठित सुनहरे गुंबद के लिए प्रसिद्ध है। सिक्खों के प्रथम गुरु नानक देव जी के जन्म अवसर पर यहां प्रत्येक वर्ष प्रकाशोत्सव मनाया जाता है। 24 घंटे तीर्थयात्रियों और भक्तों के लिए कड़ाह प्रसाद (हलवा) की व्यवस्था रहती है। स्वर्ण मंदिर में दर्शन के लिए आप साल के किसी भी मौसम में आ सकते हैं मंदिर साल के 365 दिन खुला रहता है।
यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: नवंबर से मार्च
पता: स्वर्ण मंदिर रोड, अट्टा मंडी, कटरा अहलूवालिया, अमृतसर, अमृतसर कैंट, पंजाब 143006, भारत
3. केदारनाथ मंदिर, उत्तराखंड
यह मंदिर भगवान शिव की पूजा करने के लिए सबसे अच्छे पवित्र स्थलों में से एक माना जाता है। यह मंदिर समुद्र तल से 2.583 मीटर ऊपर स्थित है, जो ग्लेशियरों से घिरा हुआ है। इस मंदिर तक पहुंचने के लिए तीर्थयात्रियों को पहाड़ी क्षेत्रके साथ 14 किलोमीटर की पैदल यात्रा करनी पड़ती है या टट्टू की सवारी करनी पड़ती है। मंदिर का महाभारत से एक पौराणिक संबंध है, जिसमें कहा गया है कि पांडवों ने कौरवों के साथ युद्ध के दौरान जान लेने के पाप से छुटकारा पाने के लिए इस मंदिर का निर्माण किया था। यह उत्तरी हिमालय में स्थित भारत के छोटा चार धाम के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक विशिष्ट स्थान रखता है। मंदिर केवल अप्रैल से नवंबर तक खुला रहता है।
यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: मई से नवंबर (मानसून के महीनों को छोड़कर - जुलाई-अगस्त और कभी-कभी सितंबर)
पता: केदारनाथ, उत्तराखंड 246445, भारत
4. बांके बिहारी मंदिर, उत्तर प्रदेश
बांके बिहारी मंदिर एक पवित्र अभयारण्य है जहाँ आप वृन्दावन के आनंदमय वातावरण का आनंद लेते हुए, राधा और कृष्ण के बीच साझा किए गए दिव्य प्रेम में डूब सकते हैं। यह मंदिर, राजस्थानी वास्तुकला का चमत्कार, स्वामी हरिदास की अटूट भक्ति को एक जीवंत श्रद्धांजलि के रूप में स्थापित किया गया था और इसे वर्ष 1860 में स्थापित किया गया था।
पूरे वर्ष, मंदिर विभिन्न त्योहारों की उत्सव भावना से गूंजता रहता है, विशेष रूप से 'ब्रज होली'। जिसे बेहद उत्साह और खुशी के साथ मनाया जाता है।
यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: सितंबर से मार्च
पता: गोदा विहार, वृन्दावन, वृन्दावन खादर, उत्तर प्रदेश 281121, भारत
5. कंदरिया महादेव मंदिर, मध्य प्रदेश
कन्दरिया महादेव मन्दिर मध्य प्रदेश में राज्य के खजुराहो गांव में स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। इस मंदिर के गर्भ गृह में एक शिवलिंगम है। यह मंदिर खजुराहो परिसर में मंदिरों के पश्चिमी समूह का सबसे बड़ा मंदिर है जिसका निर्माण 1025-1050 ई में चन्देल वंश के राजा विद्याधर द्वारा करवाया गया था। मंदिर की दीवारों पर बहुत ही सुंदर नक्काशी की गई है। इस मंदिर को सामने से देखने से ऐसा लगता है, कि जैसे हम किसी गुफा में प्रवेश कर रहे हैं। गुफा को कंदरा भी कहते हैं, इसलिए इसका नाम कंदरिया महादेव मंदिर पड़ा। जिसका मतलब कंदरा में रहने वाले शिव है।
यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: अक्टूबर से फरवरी
पता: VW39+6V3, सेवाग्राम, खजुराहो, मध्य प्रदेश 471606, भारत
6. अक्षरधाम मंदिर, दिल्ली
स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर एक वास्तुशिल्प कला का एक जीगता जागता नमूना है जो भगवान स्वामीनारायण को श्रद्धांजलि देते हुए हजारों वर्षों से चली आ रही सांस्कृतिक विरासत को उजागर करता है।
यह मंदिर हिंदू मंदिर कला और वास्तुकला का एक शानदार प्रतिनिधित्व करता है, जो स्वामीनारायण संप्रदाय और इसके श्रद्धेय संस्थापक, प्रमुख स्वामी महाराज की भव्यता को उजागर करता है। इसके अतिरिक्त, मंदिर को यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल का प्रतिष्ठित खिताब प्राप्त है, जिसमें लगभग 20,000 मूर्तियों, पुष्प रूपांकनों, उत्कृष्ट मेहराबों और जटिल नक्काशीदार स्तंभों का समृद्ध संग्रह है।
यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: अक्टूबर से मार्च
पता: नोएडा मोड़, पांडव नगर, नई दिल्ली, दिल्ली, 110092, भारत
7. दिलवाड़ा जैन मंदिर, राजस्थान
यह पांच मंदिरों का एक समूह है, जो राजस्थान के सिरोही जिले के माउंट आबू नगर में स्थित है। इन मंदिरों का निर्माण 11वीं शताब्दी से लेकर 16वीं शताब्दी के बीच हुआ था। सभी मंदिर जैन धर्म के तीर्थंकरों को समर्पित हैं। दिलवाड़ा के मंदिरों में सबसे प्राचीन 'विमल वासाही मंदिर' है, जिसे 1031 ईस्वी में बनाया गया था। यह मंदिर जैन धर्म के पहले तीर्थंकर भगवान आदिनाथ को समर्पित है। दिलवाड़ा जैन मंदिर परिसर में पांचवा मंदिर संगमरमर का है। मंदिरों के लगभग 48 स्तम्भों में नृत्यांगनाओं की आकृतियां बनी हुई हैं। दिलवाड़ा के मंदिर और मूर्तियां मंदिर निर्माण कला का उत्तम उदाहरण हैं।
यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: नवंबर से मार्च
पता: देलवाड़ा, माउंट आबू, राजस्थान 307501, भारत
8. महाबोधि मंदिर परिसर, बिहार
महाबोधि मंदिर परिसर, जिसे यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में नामित किया गया है, उसी स्थान की याद दिलाता है जहां बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था। 51.81 मीटर की ऊंचाई पर बना यह मंदिर दुनिया भर में बौद्धों के लिए सबसे पवित्र और सबसे पूजनीय स्थानों में से एक के रूप में अत्यधिक महत्व रखता है। यह प्राचीन भारतीय कला और वास्तुकला का एक शानदार प्रमाण है, जो ध्यान, आत्मनिरीक्षण और ज्ञान-प्राप्ति के लिए एक शांत और चिंतनशील माहौल प्रदान करता है।
पर्यटक आसपास के क्षेत्र का भी पता लगा सकते हैं, जिसमें बोधि वृक्ष, लोटस तालाब और वोटिव स्तूप सहित कई अन्य ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल हैं।
यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: अक्टूबर से मार्च
पता: बोधगया, बिहार 824231, भारत
9. अमरनाथ गुफा मंदिर
अमरनाथ हिन्दुओं का एक प्रमुख तीर्थस्थल है। यहां हर साल काफी संख्या में श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन के लिए आते हैं। अमरनाथ गुफा कश्मीर के बर्फीले पहाड़ों के बीच स्थित है। अमरनाथ गुफा में बर्फ से बने शिवलिंग की पूजा होती है। पौराणिक कथा है कि इस स्थान पर भगवान शिव ने देवी पार्वती को जीवन और अनंत काल का रहस्य बताया था। आपको बता दें कि इस गुफा में देवी पार्वती शक्ति पीठ भी स्थित है, जिसके बारे में कहा जाता है कि यह माता सती के 51 शक्तिपीठों में से एक है और यहां पर माता सती का कंठ गिरा था। इस मंदिर में एक प्राकृतिक बर्फ का लिंगम या फालिक प्रतीक है, जो हर साल गर्मियों के महीनों के दौरान चमत्कारिक रूप से बनता है। जम्मू और कश्मीर में पहलगाम या बालटाल से कठिन ट्रेक या हेलीकॉप्टर की सवारी के माध्यम से ही पहुंचा जा सकता है, तीर्थयात्रा का मौसम 45 दिनों तक चलता है, जो आमतौर पर जुलाई और अगस्त में पड़ता है।
यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: जून से अगस्त
पता: बालटाल अमरनाथ ट्रेक, वन ब्लॉक, पहलगाम, जम्मू और कश्मीर 192230
10. बिड़ला मंदिर, नई दिल्ली
बिरला मंदिर दिल्ली का एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है। यह आकर्षक मंदिर भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी को समर्पित है। इस मंदिर में भगवान विष्णु देवी लक्ष्मी के साथ विराजमान है इसलिए इस मंदिर को लक्ष्मीनारायण मंदिर कहा जाता है। दिल्ली में स्थित बिरला मंदिर न केवल धार्मिक महत्व का स्थान है, बल्कि यह वास्तुकला का एक उत्कृष्ट नमूना भी है। इस मंदिर के डिजाइनर श्रीश चंद्र चटर्जी आधुनिक भारतीय वास्तुकला आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से एक थे। बिरला मंदिर एक तीन मंजिला इमारत है, जिसे वास्तुकला की नगाड़ा शैली में बनाया गया है। इस मंदिर का सबसे प्रमुख आकर्षण इसका शिखर है जो गर्भगृह के ऊपर है और 160 फीट ऊंचा है।
यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: अक्टूबर और मार्च
पता: मंदिर मार्ग, गोले मार्केट के पास, गोले मार्केट, नई दिल्ली, दिल्ली 110001, भारत
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