हमसे से हर किसी को राजस्थान के बेहद खूबसूरत शहर उदयपुर के बारे में जरूर पता होगा। उदयपुर को झीलों का शहर भी कहा जाता है लेकिन क्या आपको ये पता है कि हिमाचल प्रदेश में भी एक उदयपुर है? अगर आपको हिमाचल प्रदेश के उदयपुर के बारे में पता है तो आप जागरूक घुमक्कड़ है। अगर आपको उदयपुर के बारे में जानकारी नहीं है तो वो हम आपको बता देते हैं। अगर आपको भीड़भाड़ से दूर किसी अनजानी जगह पर जाना हो तो हिमाचल प्रदेश का उदयपुर एकदम परफेक्ट जगह है।
उदयपुर हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति का एक छोटा-सा गांव है जो केलोंग से लगभग 53 किमी. की दूरी पर है। चन्द्रभंगा नदी के किनारे स्थित उदयपुर की समुद्र तल से ऊँचाई 2,743 मीटर है। अगर आपको इतिहास, घर्म, आर्किटेक्चर और प्रकृति में दिलचस्पी है तो आपको उदयपुर जरूर जाना चाहिए। उदयपुर में कई सारे प्राचीन मंदिर हैं जो देखने लायक हैं। स्पीति में काजा और ताबो काफी लोकप्रिय हैं लेकिन उदयपुर को अभी भी कम लोगों ने ही एक्सप्लोर किया है।
कैसे पहुँचे?
हिमाचल प्रदेश के उदयपुर जाने के लिए सबसे पहले आपको मनाली पहुँचना होगा। मनाली से उदयपुर 110 किमी. की दूरी पर है। आप कैब बुक करके डायरेक्ट उदयपुर पहुँच सकते हैं। इसके अलावा आप बस से केलोंग तक भी जा सकते हैं। वहाँ से आप दूसरी गाड़ी से उदयपुर पहुँच जाएँगे। केलोंग से उदयपुर 53 किमी. है। रास्ता बहुत ज्यादा अच्छा नहीं है तो उदयपुर पहुँचने में काफी समय लग जाता है।
क्या-क्या देखें?
मृकुला देवी मंदिर
मृकुला देवी मंदिर सिर्फ उदयपुर में ही नहीं पूरी लाहौल स्पीति वैली में सबसे पवित्र जगह मानी जाती है। ये मंदिर उदयपुर की सबसे प्रसिद्ध जगहों में से एक है। माना जाता है कि ये मंदिर लगभग 6,000 साल पुराना है। कहा जाता है कि भगवान विश्वकर्मा ने भीम द्वारा लाई गई लकड़ी से एक दिन में इस मंदिर का निर्माण किया था। इस मंदिर की नक्काशी वाकई में देखने लायक है। अगर आप उदयपुर आते हैं तो मृकुला देवी मंदिर को देखना ना भूलें।
त्रिलोकनाथ मंदिर
उदयपुर में एक और बेहद लोकप्रिय मंदिर है, त्रिलोकनाथ मंदिर। ये मंदिर उदयपुर से 9 किमी. और केलोंग से 45 किमी. की दूरी पर स्थित है। त्रिलोकनाथ मंदिर का पुराना नाम टुंडा विहार है। इस मंदिर में बौद्ध और हिन्दुओं दोनों के द्वारा पूजा की जाती है। हिन्दू इस मंदिर में भगवान शिव को पूजते हैं और बौद्ध आर्य अवलोकतीश्वर के रूप में पूजते हैं। 8वीं शताब्दी का बना ये मंदिर आपको उदयपुर की यात्रा में जरूर देखना चाहिए।
केलोंग
उदयपुर की यात्रा में सिर्फ उदयपुर ही नहीं है और भी कई सारी जगहें हैं। उन्हीं में से एक है, केलोंग। केलोंग उदयपुर से 53 किमी. की दूरी पर है। केलोंग लाहौल स्पीति का प्रशासनिक केन्द्र भी है। पहाड़ों से घिरी इस खूबसूरत जगह को देखने का अपने आप में एक अलग आनंद है। केलोंग में आप 12वीं शताब्दी की कारदांद मोनेस्ट्री को देख सकते हैं। यहाँ से आपको पहाड़ों के जो नजारे देखने को मिलेंगे उनको देखकर आप दंग रह जाएँगे।
सच पास
अगर आप रोमांच के शौकीन हैं तो आपको उदयपुर से 65 किमी. दूर स्थित सच पास जाना चाहिए। सच पास भारत के सबसे खतरनाक पास में से एक है। सच पास समुद्र तल से 4,390 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। यहाँ पूरे साल बर्फबारी होती है। ये जगह सिर्फ जून से अक्टूबर के बीच में खुली रहती है। यहाँ से दिखने वाले नजारे आपको और कहीं नहीं मिलेंगे।
सूरज ताल
आपने स्पीति की चन्द्रताल लेक के बारे में तो सुना होगा लेकिन आप सूरज ताल के बारे में जानते हैं। सूरज ताल हिमाचल प्रदेश की बेहद सुंदर झील है जो उदयपुर से 125 किमी. की दूरी पर है। साल के ज्यादातर समय ये झील आपको जमी हुई मिलेगी। आपको एक बार इस झील को देखने जरूर आना चाहिए। सूरज ताल को देखे बिना आपकी उदयपुर की यात्रा अधूरी ही मानी जाएगी।
कहाँ ठहरें?
जब आप किसी अंदरूनी इलाके में घूमने जाते हैं तो रहने की जगह खोजना थोड़ी समस्या होती है। हिमाचल प्रदेश के उदयपुर में आपको ठहरने के लिए होटल, होमस्टे और गेस्टहाउस नहीं मिलेंगे। अगर आपको होटल में ठहरना हो तो उसके लिए केलोंग जाना होगा। आप उदयपुर में टेंट लगाकर रात गुजार सकते हैं। हर कोई पहाड़ में एक बार टेंट लगाकर जरूर रात गुजारना चाहता है।
कब जाएँ?
लाहौल स्पीति हिमाचल प्रदेश की सबसे ठंडी जगहों में से एक है। यहाँ साल के ज्यादातर समय बर्फबारी होती है। सर्दियों में तो आप यहाँ आने का प्लान बिल्कुल नहीं बना सकते हैं। हिमाचल प्रदेश के उदयपुर जाने के लिए सबसे अच्छा समय मई से जुलाई तक का है। इस मौसम में ठंड भी कम रहती है और बर्फबारी ना होने की वजह से आप इस जगह को अच्छे से देख पाएँगे। यकीन मानिए आपको उदयपुर जरूर पसंद आएगा।
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