भारत एक सुंदर देश हैं।भारत में कई जगह ऐसी हैं, जहां लगता है प्रकृति खुद अपना ठिकाना बनाए हुए है। प्राकृतिक सुंदरता की बात करें तो भारत के पास इसका भंडार है। शायद इसीलिए साल भर भारत पर्यटकों से गुलजार रहता हैं। भारत में एक से बढ़ कर एक खूबसूरत और आश्चर्यचकित कर देने वाली वॉटरफॉल्स है। इन्हीं में से एक हैं ताम्बडी सुरला जलप्रपात।यह स्थान बहुत ही शांत है और प्रकृति के बीचों बीच स्थित हैं। साथ ही ये गोवा के ऑफ़बीट जगहों में से भी एक हैं।
ताम्बडी सुरला जलप्रपात
तांबडी सुरला वॉटरफॉल, गोवा राज्य की राजधानी पणजी से लगभग 86 किलोमीटर की दूरी पर तांबडी सुरला नामक एक गांव में स्थित हैं।यह वॉटरफॉल घने जंगलों के बीचों बीच प्रकृति के गोद में स्थित है। यह बहुत ही शानदार मनोरम दृश्य पेश करता है।यह अनमोद घाट की तलहटी में स्थित है जो गोवा और पड़ोसी राज्य कर्नाटक को जोड़ता है। यहां एक शिव मंदिर भी स्थित हैं। मंदिर से एक छोटा ट्रेक आपको राजसी ताम्बडी सुरला जलप्रपात तक ले जाता है। मंदिर और झरना दोनों ही प्रकृति और सुंदरता के बीच एक सही संतुलन हैं।
ताम्बडी सुरला जलप्रपात का ट्रेक
यदि आप शहर के जीवन से शांति और एकांत की तलाश कर रहे हैं, तो आपको इस जगह की यात्रा करने और प्रकृति से जुड़ाव की आवश्यकता है।ताम्बडी सुरला वॉटरफॉल घने जंगल के बीच में स्थित है, इसलिए स्थानीय गाइड को साथ ले जाने की सलाह दी जाती है।वॉटरफॉल तक पहुंचने के लिए आपको एक ट्रैक करना होता हैं जो की 90 मिनट का होता हैं लगभग। चढ़ाई के आधार पर ट्रेक में 90 मिनट से थोड़ा अधिक समय भी लग सकता है। ट्रैक के दौरान आप खुद को प्रकृति के करीब पाओगे। भगवान महावीर वाइल्डलाइफ सैन्चुरी के माध्यम से लंबी पैदल यात्रा आपको तांबडी सुरला तक ले जाएगी, जो गोवा में सबसे अच्छे वॉटरफॉल में से एक है।तांबडी मंदिर से तांबडी सुरला जलप्रपात तक जाने का रास्ता सरल और शान्त है।रास्ते मे आप पहाड़ी के नीचे से बहती धारा नदियां, शुद्ध हवा, एवं स्वच्छ व निर्मल जल देखकर आनंद महसूस होगा।यहां कि सबसे अच्छी बात ये है कि यह आपको खुब रंग बिरंगी चिड़ियां देखने को मिलेगी।
ताम्बडी सुरला जलप्रपात का व्यू
जब आप ताम्बडी सुरला जलप्रपात पहुंचते हो तो आप यहां का व्यू देख के दंग रह जाओगे।यह इतना सुंदर है, मानो जैसे यह किसी कविता में धारा का उल्लेख हो। इस वॉटरफॉल की उंचाई 50 मीटर की हैं। जलप्रपात के पास एक छोटा-सा पुल बनाया गया है। जो की देखने में ऐसा लगता हैं मानों हम किसी जन्नत में प्रवेश कर रहें हैं। सच में यह किसी शायर की शायरी की कल्पना-सा लगता हैं। 50 मीटर उंचाई से टेढ़े-मेढ़े तरीके से पानी करने का व्यू देखना शानदार अनुभव रहेगा।
कहाँ ठहरें?
ताम्बडी सुरला जलप्रपात घूमने जा रहें हैं तो सबसे अच्छा ये होगा की आप यहां कैंपिंग कर ले। यहां आपको बहुत सारे कैंपिंग पेकेज बहुत ही आसानी से मिल जाएंगे।कैंपिंग में आपको इन गतिविधियों का लाभ मिल सकता हैं।इस यात्रा में ताम्बडीसुरला जलप्रपात के लिए एक निर्देशित ट्रेक, ताम्बडी सुरला मंदिर की यात्रा, नाश्ता, बुफे सट्टेबाजी, शाम की चाय, संबंधित बबल स्प्रिंग में फिशस्पा और जिप फ्लाइंग और वॉल क्लाइम्बिंग जैसे दो एडवेंचर शेयर शामिल हैं। जिसकी कीमत 3 लोगों के साथ प्रति व्यक्ति 1,599 रुपये से शुरू होती है।
इसके साथ ही अगर आप कैंपिंग साइट पे नही रहना चाहते हों तो मंदिर के पास एक गांव है, इसलिए आपको रहने की उचित जगह नहीं मिलेगी। आप गोवा के किसी शहर में रुक कर मंदिर के दर्शन कर सकते हैं। या आप भगवान महावीर राष्ट्रीय उद्यान में स्थित रिसॉर्ट्स में भी कमरे बुक कर सकते हैं ।
ताम्बडी सुरला जलप्रपात घूमने का सबसे अच्छा समय
वैसे तो साल में आप कभी भी यह वॉटरफॉल देखने जा सकते हों। लेकिन सबसे अच्छे समय की बात करे तो जून से दिसंबर तक का महीना सबसे अच्छा होगा घूमने के लिए। इस समय मौसम सुहावना होता है और बारिश के मौसम के दौरान और बाद में तेज धारा का भरपूर आनंद लिया जा सकता है।
याद रखने वाली बातें
1. ताम्बडी सुरला जलप्रपात जाने के दौरान आप अपने कमरे के साथ साथ आरामदायक कपड़े को साथ में रखें।
2. क़ीमती सामान न ले और ना ही ट्रैक के दौरान टेंट में छोड़ें।
3. कूड़ा न डालें।
4. जूते ले जाना ना भूलें।
कैसे पहुंचे?
फ्लाइट से: पणजी नियमित उड़ानों के माध्यम से देश के अन्य प्रमुख शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ नहीं है। निकटतम हवाई अड्डा गोवा में 11 किमी की दूरी पर है।यदि आप यहां से टैक्सी करते हैं, तो आप लगभग 2 घंटे में यहां पहुंच जायेंगे।
ट्रेन से: देश के अन्य प्रमुख शहरों से पणजी के लिए कोई नियमित ट्रेन नहीं है। निकटतम रेलवे स्टेशन गोवा में है जो 37 किमी की दूरी पर स्थित हैं।यदि आप यहां से टैक्सी करते हैं, तो आप लगभग 2 घंटे में यहां पहुंच जायेंगे।
रोड से: कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम (केएसआरटीसी), महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) और के टी सी कुछ प्रमुख संचालक हैं जो मुंबई, पुणे और बेंगलुरु जैसे आसपास के शहरों से बस सेवाएं प्रदान कराते हैं। इसके अलावा, जो लोग बेंगलुरु और मुंबई से गोवा जा रहे हैं वे एनएच –4 (नेशनल हाइवे) रास्ते से जा सकते है जो बेहद सपाट और सुव्यवस्थित हैं। जो लोग मैंगलूर से आ रहे हैं वो एनएच 17 का रास्ता ले सकते हैं।
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