बिहार राज्य की यात्रा करने वाले लोग जल्द ही सुंदर गंगा नदी की प्रकृति को बेहतरीन तरीके से देख सकते हैं। जैसा कि हम जानते हैं कि गंगा नदी, भारत की पहचान का एक आदर्श है, जो कई पवित्र स्थानों का घर हैं और ऐतिहासिक और आध्यात्मिक महत्व रखता हैं। इस नदी में भारत की संस्कृति और विरासत को आकार देने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है। यदि आप भी इस पवित्र गंगा नदी की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो आप रो-रो (रोल-ऑन रोल-ऑफ) जहाज का अनुभव ले सकते हैं। बिहार राज्य ने जल्द ही दो रो-रो (रोल-ऑन रोल-ऑफ) जहाज लॉन्च किया। जब मैंने 'रो-रो' का नाम सुना तो मुझे लगा कि यह हॉप ऑन हॉप बस है क्या? लेकिन मुझे यह जानकर आश्चर्य हुआ कि एक सप्ताह के अंदर ही पटना में नौसेना सेवा शुरू हो जायेगी। आइए जानते हैं क्या है ये नई सर्विस।
नई रो-रो सेवा से क्या उम्मीद है?
'रोल-ऑन रोल-ऑफ' जहाज सेवा का प्रथम उद्देश्य नदी पर्यटन को बढ़ावा देना है ताकि पर्यटन और निवासी दोनों गंगा नदी की प्राकृतिकता का आनंद ले सकें। नई रोल-ऑन रोल-ऑफ पॉट सेवा दीघा घाट - जापान गंगा पथ मार्ग पर संचालित होगी। रो-रो वेसल में अधिकतम 300 लोग सफर कर सकेंगे। यह वास्तव में अनोखे यात्रा अनुभव के लिए पारंपरिक जलमार्गों के साथ आधुनिक सुविधा का समावेश है। यह यात्रा ऐतिहासिक स्थलों, सुरम्य नदी के दर्शनीय स्थलों और जीवंत संस्कृति का पता लगाने का एक अनोखा अवसर प्रदान करता हैं।
बेहद खास होगा ये सफर
'रोल-ऑन रोल-ऑफ' जहाज सेवा का सफ़र बेहद खास होने वाला हैं। रो-रो वेसल में अधिकतम 300 लोग सफर कर सकेंगे। इसके साथ ही इस जहाज में लगेज ले जानें की सुविधा अलग से दी गई हैं। आपको बता दूं कि इस जहाज में दो रेस्टोरेंट भी हैं, जिसमें खाने पीने की सुविधा भी उपलब्ध होगी। खाने-पीने के अलावा मनोरंजन की भी पूरी सुविधा होगी। जहाज में सफर के दौरान लोग संगीत का लुत्फ उठा सकेंगे। टिकट की कीमत अभी तक निर्धारित नहीं की गई है, लेकिन अनुमान है कि यह कम होगी। ज़रा सोचिए अगर आपको मीठी संगीत के साथ गंगा नदी के ख़ूबसूरत नजारे देखने को मिले तो क्या बात होगी। इस लिए पर्यटकों के लिए यह सफ़र बेहद खास होने वाला हैं।
आपको बता दूं कि यह सेवा एक सप्ताह के भीतर पटना में शुरू होगी और अगली सेवा भागलपुर में होगी। बिहार का भागलपुर पुस्तकालय विक्रमशिला गंगा डॉल्फ़िन अभयारण्य का घर है। लुप्तप्राय गंगा डॉल्फिन इस विशेष संरक्षित क्षेत्र का केंद्र बिंदु हैं। वन विभाग यह सुनिश्चित करना चाहता है कि विक्रमशिला गांगेय डॉल्फ़िन सैंक्चुअरी को कोई नुकसान न हो और उनकी हरित संरचना सम्मिलित हो तो ही यह सेवा शुरू हो।
इसलिए यदि आप जल्द ही बिहार की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप पटना और भागलपुर में इस नई सेवा का लाभ उठाएं और गंगा नदी की खूबसूरती को क़रीब से देखें।
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