टनकपुर में घूमने की जगहें - Tanakpur Tourist Places की A to Z जानकारी

Tripoto
10th Oct 2021
Photo of टनकपुर में घूमने की जगहें - Tanakpur Tourist Places की A to Z जानकारी by safar jankari

टनकपुर एक टाउन है जो की उत्तराखण्ड राज्य के चम्पावत जिले में आता है यहाँ घूमने के लिये आपको माँ पूर्णागिरि मन्दिर , शारदा घाट , श्री पंचमुखी महादेव मन्दिर, श्री बालाजी धाम हनुमान गढ़ी मन्दिर मिलेंगे इसके अलावा से थोड़ी ही दूरी पर नेपाल के कंचनपुर जिले में ब्रम्हदेव नाम के स्थल पर बाबा सिद्धनाथ का मन्दिर है और घूमने की बात करे तो यहाँ से महज 40 किलोमीटर की दूरी पर सिखों का पवित्र स्थल श्री गुरुद्वारा नानकमत्ता साहिब है |

अच्छा यहाँ पर शारदा नदी में राफ्टिंग का भी लुत्फ़ उठा सकते हो , यहाँ पर बूम नाम की जगह पर आप राफ्टिंग की सेवा पा सकते है और Tanakpur में एक झील भी है जिसे श्यामलाताल कहते है |

टनकपुर के बारे में

वैसे तो टनकपुर माँ पूर्णागिरि मन्दिर के लिये ही जाना जाता है लेकिन इस पवित्र मन्दिर के अलावा भी यहाँ कुछ पर्यटन स्थल है जहाँ आप जा सकते हो सबसे पहले आप जान लो की यह स्थल चम्पावत जिले के अन्तर्गत आता है यहाँ एक सरकारी बस अड्डा है और एक रेलवे स्टेशन भी है , यहाँ की मार्केट भी ठीक ठाक है जहाँ आपके काम का सब सामान आसानी से मिल जायेगा , यहाँ पे ढेर सारे होटल धर्मशालाये रेस्टोरेंट भी उपलब्ध है जिससे आपको ठहरने और खाने पीने की यहाँ कोई मुश्किल नहीं होगी |

आपको एक जानकारी और दिए दे रहे है स्वामी विवेकानंद जी 20 जनवरी 1901 को टनकपुर आये थे और एक किराने की दूकान पर रात्रि विश्राम किया था स्वामी जी के साथ स्वामी शिवानंद , स्वामी सदानद , स्वामी विरजानन्द और लाला गोविन्द शाह भी थे |

कैसे पहुंचे टनकपुर

यह एक जानी पहचानी जगह है तो यहाँ आपके लिए रेल सड़क वायु तीनो माध्यम खुले हुए हो आपको जिस भी माध्यम से ठीक लगे आप उसी साधन से आये हमने अपनी पिछली पोस्ट Maa Purnagiri में टनकपुर पहुँचने की समस्त डिटेल्स दे दी है आप वहां जाकर आप पढ़ सकते हो अरे छोड़ो मै आपको अपनी पिछली पोस्ट से लेके यही कॉपी किये दे रहा हूँ -

हवाई मार्ग से

यदि आप हवाई मार्ग मतलब हवाई जहाज से टनकपुर आना चाहते हो तो आप जान लो यहाँ का निकटतम एअरपोर्ट पन्तनगर है जो की यहाँ से लगभग 100 किलोमीटर दूर होगा और पन्तनगर से आपको यहाँ के लिए टैक्सी आदि मिल जाएँगी |

रेल मार्ग से

यदि आप ट्रेन द्वारा यहाँ आना चाहते हो आप को बता दे की टनकपुर में एक रेलवे स्टेशन है जिसका कोड TPU है इस रेलवे स्टेशन पे कई ट्रेन है एक ट्रेन दिल्ली से भी टनकपुर आती है बाकी एक है वो लखनऊ बरेली होते हुए जाती है तो आप देख ले आपके शहर से यहाँ की कोई सीधी ट्रेन है या नहीं है तो कोई दिक्कत ही नहीं यदि नहीं है तो आप के आसपास के किसी शहर जैसे दिल्ली , लखनऊ , पीलीभीत , बरेली , प्रयागराज , गाजियाबाद , मुरादाबाद आदि तक अगर ट्रेन हो आप यहाँ आ जाये फिर यहाँ से आप की ट्रेन ले सकते है |

सड़क मार्ग से

यह शहर बहुत ही अच्छी तरह से भारत के लगभग सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है दिल्ली लखनऊ जैसे शहरो से तो आपको सीधी बस मिल जाएगी और आप अपने साधन से भी बड़ी ही आसानी से यहाँ आ सकते है |

मैंने दिल्ली से टनकपुर की जो बस चलती है उसके किराये की बात नहीं की थी दिल्ली की बात करे तो वहां के ISBT आनंद विहार वाले बस स्टैंड से टनकपुर के लिए दिन भर बसे जाती है जिनका किराया महज रूपये 415 है |

कहाँ रुके | Where to Stay in Tanakpur

किसी भी तरह की यहाँ रुकने की कोई परेशानी नहीं है इस स्थल पर बहुत सी धर्मशालाये है जिनकी लोकेशन की बात करे तो ज्यादातर धर्मशाला शारदा घाट के समीप है कुछ एक अच्छे होटल भी यहाँ मौजूद है यदि आपका बजट बढ़िया है तो आप होटल में भी रुक सकते है लेकिन मेरे हिसाब से यहाँ पर लोग ज्यादा ठहरते नही सभी श्रद्धालु शारदा घाट में स्नान करके माँ पूर्णागिरि निकल जाते है लेकिन कुछ हमारी तरह ऐसे घुमक्कड़ होते है जिनके शहर की मार्किट शहर के लोकल टूरिस्ट स्पॉट में भी रूचि होती है इस प्रकार के लोग यहाँ रुकते है |

कब जाये

यह एक ऐसी जगह है जहाँ आप साल भर जा सकते है लेकिन गर्मी यहाँ भी पड़ती है तो बेहतर की मई जून में यहाँ जाने से बचे अगर आपको गर्मी सताती हो तो वरना छुट्टियां तो मई जून में ही होती है बरसात के मौसम में भी अगर ज्यादा जरूरी न हो तो न जाय क्यूंकि माँ पूर्णागिरि पहाड़ पे है और पहाड़ बरसात में थोडा रूठ जाते है |

टनकपुर के पर्यटन स्थल | Tanakpur Tourist Places

अब हम आपको यहाँ के सभी पर्यटन स्थल के बारे में बताने वाले है जिनमे कुछ पर्यटन स्थल टनकपुर टाउन में ही है बाकी कुछ थोड़ी दूरी पर है लेकिन मेरा ये मानना है कि जब आप यहाँ आ ही गये है तो क्या पास क्या दूर जो भी टूरिस्ट स्पॉट उधर नजदीक में हो घूम डालिये तो आइये घूमते है अब Tanakpur Tourist Places -

Day 1

शारदा घाट

शारदा नदी पे बना एक घाट जिसे शारदा घाट कहते है यहाँ स्नान करना बड़ा पुण्य का काम है यह स्थल टनकपुर रेलवे स्टेशन से समीप ही है आप यहाँ पैदल ही जा सकते है यहाँ पर एक सुन्दर सा घाट बना हुआ है जहाँ आप स्नान कर सकते हो यहाँ आपको चेंजिंग रूम भी देखने को मिल जायेंगे जो महिला श्रधालुओ के लिए टनकपुर नगर पालिका ने बनवाये है जो कि एक बढ़िया बात है , घाट के सामने ही हरे भरे पहाड़ है अब आप जरा सोचो कल कल करती माँ शारदा और सामने हरे हरे पहाड़ कितना सुन्दर द्रश्य होगा |

शारदा घाट प्रांगण में कुछ छोटे छोटे मन्दिर बने हुए है जिनमे शारदा मैया का मन्दिर , शनि देव का मन्दिर प्रमुख है अच्छा इस घाट पे मुंडन भी होते है और मुंडन संस्कार के लिए एक बरामदा सा यहाँ बना है , शारदा घाट पे आपको लैया वाला प्रसाद भी मिल जायेगा तो आप सबसे पहले इस घाट पे स्नान करे उसके बाद ही अन्य जगहों पर जाए |

Photo of Sharda ghat tanakpur, Panchmukhi Mandir Marg, Tanakpur, Uttarakhand, India by safar jankari

श्री पंचमुखी महादेव मन्दिर

इस मन्दिर की टनकपुर में अत्यधिक मान्यता है माँ पूर्णागिरि के भक्तो की यह तपस्थली हुआ करता था इस मंदिर का शिवलिंग प्राकृतिक है इस मन्दिर प्रांगण में आपको श्री राधा कृष्ण मन्दिर , श्री शीतला माता मंदिर , श्री दुर्गा माता मंदिर , श्री संतोषी माता मंदिर और एक बरामदा जिसमे आप निशुल्क विश्राम कर सकते है देखने को मिल जायेगा यहाँ पर बेंच वगैरह भी है यह पवित्र मन्दिर आपको शारदा घाट से पहले ही रास्ते में मिलेगा |

आगे यहाँ की पौराणिक कहानी की बात करे तो चमपवत के सौज और धोन गाँव के तीन बब्राम्हणों को एक सपना आया और उस सपने में महादेव ने उन ब्राम्हणों को बताया की महादेव शारदा , बूम और कांकड़ घाट के भंवर में फसे है तो जब वे ब्राम्हण वहा गए तो उन्हें सच में एक शिवलिंग वहा फंसा मिला फिर क्या था ब्राम्हण बंधु उसे निकलकर टनकपुर ले आये और विश्राम करने के लिए उस दिव्य पंचमुखी शिवलिंग को एक स्थान पर रख दिया फिर उसके बाद जब वो लोग चले और शिवलिंग को उठाया तो वो शिवलिंग उठा ही नहीं बस जहाँ पर यह शिवलिंग रखा था वही पे आज श्री पंचमुखी महादेव मन्दिर स्थित है |

Photo of Panchmukhi Hanuman Mandir, Panchmukhi Mandir Road, Daryapur, Haryana, India by safar jankari

श्री बालाजी धाम हनुमान गढ़ी मन्दिर

शारदा घाट के ही समीप स्थित है बजरंग बली का एक बहुत ही पवित्र मन्दिर जिसकी वहां के स्थानीय लोगो में बहुत ज्यादा मान्यता है यहाँ लोग अपनी मन्नते लेकर आते है इस मन्दिर का नाम है श्री बालाजी धाम हनुमान गढ़ी मन्दिर तो यहाँ भी आप दर्शन जरूर करे काफी साफ़ सुथरा मन्दिर है और बहुत ही सुन्दर हनुमान जी की प्रतिमा बनी हुई है |

तो अब आपने शारदा घाट देख लिया श्री पंचमुखी महादेव मन्दिर मन्दिर देख लिया श्री बालाजी धाम हनुमान गढ़ी मन्दिर देख लिया ये तीनो ही आसपास ही है आप आराम से पैदल इन जगहों को घूम सकते हो अब थोडा आगे चलते है |

Photo of टनकपुर में घूमने की जगहें - Tanakpur Tourist Places की A to Z जानकारी by safar jankari

बूम राफ्टिंग पॉइंट

जी हां वही राफ्टिंग जो आपने ऋषिकेश में देखि होगी उसी तरह की राफ्टिंग टनकपुर में शारदा नदी में होती है यह मुख्य शहर से लगभग 8-10 किलोमीटर दूर पूर्णागिरि रोड पर ही बूम रेंज में होती है यदि आप राफ्टिंग करना चाहते हो तो यहाँ जरूर जाए यहाँ पर नाईट कैम्प की भी व्यवस्था है नाईट कैम्प मतलब खुले आसमान के नीचे एक कैम्प में आप रात गुजारे , बूम रेंज में ही एक मंदिर है जिसका नाम बूम मन्दिर श्री आद्य शक्ति पीठ है यहाँ भी आप दर्शन कर सकते हो |

माँ पूर्णागिरि मन्दिर

माँ पूर्णागिरि धाम Tanakpur Tourist Places का सबसे ज्यादा देखा जाने वाला टूरिस्ट स्पॉट है टनकपुर के नाम से लोग पूर्णागिरि को ही जानते है यह ,यह मन्दिर पहाड़ो पर बना है जहाँ का रास्ता बहुत ही ज्यादा नैसर्गिक सुन्दरता को लपेटे हुए है श्री पूर्णागिरि धाम 108 शक्तिपीठो में से एक शक्तिपीठ है और इसकी उत्तर भारत में अत्यधिक मान्यता है यहाँ श्रधालुओ का तांता साल भर लगा रहता है यहाँ जाने के लिए आपको 3 किलोमीटर की चढ़ाई करनी पड़ती है |

Photo of Maa purnagiri temple ( Haldu), Naugawanath, Uttarakhand, India by safar jankari

श्री सिद्धबाबा मन्दिर कंचनपुर नेपाल

यहाँ की मान्यता है की जब तक सिद्धबाबा के दर्शन न कर लो तब तक माँ पूर्णागिरि के दर्शन अधूरे माने जाते है तो आपको बता दे की श्री सिद्धबाबा का यह मन्दिर टनकपुर - नेपाल के बॉर्डर को पार करके नेपाल के कंचनपुर जिले में ब्रम्हदेव नाम की जगह पर स्थित है , यहाँ पर आने के लिए सबसे पहले आपको टनकपुर / शारदा बैराज आना होगा फिर शारदा नदी पर बने पुल को पार करके आप नेपाल की सीमा में प्रवेश करोगे |

वहां आपकी आईडी देखि जाएगी उसके बाद आप या तो पैदल या फिर वहां मोटर साईकिल वाले १० रूपये प्रति व्यक्ति लेकर आपको ब्रम्हदेव की बाजार के पास छोड़ देंगे | ब्रम्हदेव की इस बाजार से सिद्ध बाबा का मन्दिर नजदीक ही है यहाँ आप का मन हो तो शौपिंग भी कर सकते है खैर आइये अब करिए श्री सिद्ध बाबा के दर्शन , सिद्ध बाबा मंदिर परिसर में एक विष्णु जी का भी मन्दिर है साथ में ही कुछ प्राचीन मंदिर भी है आप सभी के दर्शन कर ले |

Photo of SiddhBaba Temple, Bodabar, Nepal by safar jankari

श्यामलाताल

मुख्य शहर से लगभग 22 किलोमीटर की दूरी पर एक बहुत ही शांत और मनोरम जगह है जहाँ आपको एक प्राकृतिक झील दिखाई देती है इस जगह का रख रखाव उत्तम नहीं है यहाँ साफ़ सफाई का भी अभाव देखने को मिल जाता है इस झील के काले नीले पानी में आप नौका विहार भी कर सकते है , इस झील के अलावा यही पर स्वामी विवेकानन्द जी का आश्रम स्थित है जिसकी स्थापना सन 1913 में की गई थी |

श्यामलाताल में आपको बहुत ही तरह के गुलाब के पौधे मिल जायेंगे , श्यामलाताल से आपको हिमालय भी देखने को मिलता है कुल मिलाकर यदि आपको किसी शांत जगह की तलाश है तब तो आप श्यामलाताल चलो , Tanakpur Tourist Places में अब यह स्थल भी फेमस हो रहा है |

Day 2

श्री गुरुद्वारा नानकमता साहिब

यह एक बहुत ही पवित्र और मान्यता वाला गुरुद्वारा है जो की टनकपुर से 40 किलोमीटर की दूरी पर है टनकपुर से खटीमा फिर खटीमा से नानकमत्ता आप जा सकते है वैसे Tanakpur से नानकमत्ता के लिए सीधी बस भी मिल जाएगी ये जो नानकमत्ता साहिब गुरुद्वारा है इसके कैम्पस में एक पवित्र सरोवर है एक पवित्र पीपल का पेड़ है और यहाँ की हर एक जगह बहुत ही सुन्दर बनाइ गई है मुख्य गुरुद्वारा पूरा सफ़ेद संगमरमर से बना है |

नानकमत्ता में एक झील भी है जिसे नानक सागर के नाम से जानते है यहाँ आप बोटिंग का मजा ले सकते और सच बता रहा हु नानक सागर में आपको बहुत ही बढ़िया व्यू मिलेंगे खासकरके सनसेट यदि आप नेचर फोटोग्राफी के शौक़ीन है तो आप नानक सागर जरूर आये |

नानकमत्ता में रहने के लिए श्री हरगोबिन्द सराय है जहाँ आप मात्र 100 रूपये में एक रूम पा जाओगे इसके अलावा यदि खाने की बात करे तो यहाँ लंगर चला करता है जिसमे आप निशुल्क पेट भर भोजन कर सकते हो |

Photo of Nanakmatta, Uttarakhand, India by safar jankari
Photo of Nanakmatta, Uttarakhand, India by safar jankari

दोस्तों ज्यादातर लोग माँ पूर्णागिरि दर्शन करने टनकपुर आते है और मातारानी के दर्शन करके वापस अपने घर लौट जाते है लेकिन मेरी मानिये तो आप सिर्फ एक दिन एक्स्ट्रा लेके आइये और सबसे पहले टनकपुर शहर में ही शारदा घात पर स्नान करिए फिर श्री बालाजी धाम हनुमान गढ़ी मन्दिर और श्री पंचमुखी महादेव मंदिर के दर्शन करे फिर निकल पड़िये माँ पूर्णागिरि धाम की और वहां रास्ते में प्राकृतिक मनोरम द्रश्यो को निहारते हुए मातारानी के दर्शन करिए अब निकल पड़िये टनकपुर बैराज और जाइये नेपाल स्थित श्री सिद्धबाबा के दर्शन करने |

इसके बाद यदि आपको राफ्टिंग का शौक है तो आप बूम रेंज जाइये यदि आपको झील देखने का मन हो तो श्यामलाताल जाइये ये आपकी रूचि पर है कही का न मन हो तो इन दोनों जगहों में से कही न जाइये आपकी मर्जी लेकिन आपको टनकपुर से 40 किलोमीटर दूर नानकमत्ता जरूर जाना चाहिए अगर आप वहां गये तो वहां के गुरूद्वारे , नानक सागर आपको बहुत ही पसंद आयेंगे |

हमने इस पोस्ट में आपको Tanakpur Tourist Places की सारी जानकारी दो तो यही आपको टनकपुर की यह पोस्ट पसंद आई हो तो कमेन्ट करके बताये |

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