सर्द हवा के बीच खिली धूप में ताजमहल घूमने का मजा ही कुछ और है। उत्तर प्रदेश का आगरा शहर भारत समेत पूरी दुनिया में प्रेम की नगरी के रूप में जाना जाता है। ताजमहल के लिए मशहूर यह शहर अपनी ऐतिहासिकता को धरोहर के रूप में संजोए हुए है। दुनियाभर के आम और खास लोगों की घूमने वाले शहरों की लिस्ट में आगरा का नाम जरूर शमिल होता है और इसकी वजह है ताजमहल। अगर आप भी अपने पार्टनर के साथ ताजमहल का दीदार करना चाहते हैं, तो मुगल बादशाह शाहजहां के 369 वें उर्स (पुण्यतिथि) के उपलक्ष्य में फरवरी महीने में आगरा में ताजमहल में एंट्री फ्री होगी। इस अवसर पर टूरिस्ट्स के लिए शाहजहां और मुमताज की कब्रें भी देखने को मिलेंगी, जहां आम दिनों में जानें की अनुमति नहीं है।
कब है यह फ्री एन्ट्री?
हर साल की तरह इस साल भी शाहजहां का उर्स 6 फरवरी से 8 फरवरी तक आयोजित किया जाएगा। इन तीन दिनों के लिए यात्रियों के लिए ताजमहल में प्रवेश निःशुल्क रहेगा।
उर्स के दौरान होने वाले कार्यक्रम
6 फरवरी: गुस्ल की रस्म।
7 फरवरी: संदल की रस्म।
8 फरवरी: कुरानख्वानी, फातिहा और चादरपोशी होगी।
1. 6 फरवरी को गुस्ल की रस्म के साथ उर्स की शुरुआत होगी
दोपहर दो बजे मुख्य मकबरे में तहखाना में स्थित कब्रों को खोला जाएगा गुस्ल की रस्म के बाद फातिहा, मिलादुन्नबी, मुशायरा होगा
2. 7 फरवरी को दोपहर दो बजे संदल चढ़ाया जाएगा
मुख्य मकबरे पर कव्वाली होगी
3. 8 फरवरी को सुबह कुरानख्वानी और कुल की रस्म के बाद कव्वाली होगी उर्स कमेटी द्वारा चादरपोशी की जाएगी।
4. मुख्य आकर्षण का केंद्र खुद्दाम-ए-रोजा कमेटी द्वारा चढ़ाई जाने वाली सर्वधर्म सद्भाव की प्रतीक सतरंगी हिंदुस्तानी चादर रहेगी शाम को फोरकोर्ट में लंगर वितरित किया जाएगा
5. सूर्यास्त के बाद मुख्य मकबरे में फातिहा के साथ उर्स संपन्न होगा
इन चीजों को नहीं ला सकते है पर्यटक अपने साथ
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के सूत्रों के अनुसार इन तीन दिनों में ताजमहल के अंदर आप सिगरेट, माचिस, गुटखा, तंबाकू, पान मसाला, किसी भी तरह का झंडा, पोस्टर किताब, चाकू जैसी चीजें नहीं ला सकते।