जरा सोचिये! आप अपनी फैमिली या फ्रेंड्स के साथ लॉन्ग ड्राइव पर जा रहे हैं। हाईवे पर चलते हुए आपको एक खूबसूरत घाटी के कुछ शानदार नज़ारे दिखाई देने लगते हैं। फिर क्या, आप इन सुन्दर नज़ारों को अपने कैमरे में कैद करने के लिए फ़ोन निकालते हैं लेकिन अचानक आपके फ़ोन में दिखने वाला टाइम बदल जाता है और तो और आपके मोबाइल के अनुसार आप पहुँच जाते हैं वर्तमान समय से करीब डेढ़-दो साल आगे। यही नहीं कार में बैठे दूसरे यात्री का मोबाइल इंटरनेट भी अचानक काम करना बंद कर देता है !
आप सोच रहे होंगे कि यह किसी डरावनी फिल्म का इंट्रोडक्शन सीन है लेकिन नहीं ऐसी अजीबोगरीब घटना आपके साथ और कहीं नहीं बल्कि भारत में भी हो सकती है और हमारे देश के झारखण्ड राज्य में स्थित इस रहस्यमयी लेकिन खूबसूरत घाटी के बारे में ही हम आपको आज इस लेख में बताने वाले हैं जिसे जानकार आप एक बार अचम्भित तो हो ही जायेंगे लेकिन साथ ही इस जगह जाकर खुद इस रोमांच को अनुभव करने का प्लान भी करने लगेंगे। तो चलिए शुरू करते हैं...
तैमारा घाटी, झारखण्ड
जिस रहस्यमयी घाटी की हम बात कर रहे हैं वो झारखण्ड राज्य के रांची जिले में रांची-जमशेदपुर रोड पर स्थित 'तैमारा घाटी' है। यहाँ रोड के दोनों ओर घने जंगल और खूबसूरत वादियां हैं और वहीं रोड पर सरपट दौड़ती हुई अनेकों गाड़ियां... लेकिन इस घाटी में इन वादियों से गुजरते वक़्त लोगों को कई बार कुछ अजीबोगरीब घटनाओं का सामना करना पड़ता है। ऐसी रहस्यमयी घटनाओं के साथ यहाँ से गुजरने वाले लोगों में कोतुहल का माहौल बन जाता है। यहाँ से गुजरते वक़्त के अनोखे किस्से 1-2 नहीं बल्कि कई लोगों से आप सुन सकते हैं जिनमें सिर्फ समय बदलना ही नहीं बल्कि इसके अलावा भी कई ऐसी चीजों का अनुभव यहाँ होता है जो कि किसी को भी सोच में डाल दे। यहाँ तक की इसी घाटी के पास में स्थित एक स्कूल में भी मोबाइल और इंटरनेट से सम्बंधित कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। तो चलिए रांची शहर से करीब 30 किलोमीटर दूर स्थित इस घाटी से जुड़े कुछ रहस्यमयी किस्से आपको बताते हैं..
इससे जुड़ी कुछ रहस्यमयी घंटनाएँ
बताया जाता है कि यहाँ लोगों के साथ अलग-अलग तरह की अजीबोगरीब घटनाएं होती रहती हैं लेकिन अगर इन सब में सबसे अधिक अनुभव करने वाली घटना की बात करें तो वो है मोबाइल में अचानक समय और यहाँ तक की टाइम जोन या साल का बदल जाना। लोगों के अनुसार यहाँ से गुजरते हुए या फिर अगर आप यहाँ रुकते हैं तो मोबाइल में अचानक दिनांक डेढ़- दो साल आगे की दिखाई देने लगती है और मोबाइल पर समय भी कुछ और ही दिखाई देने लगता है। अजीब बात ये भी है कि यहाँ से गुजरने के बाद कुछ दूर जाकर मोबाइल में समय और दिनांक फिर से सही आने लगता है।
यही नहीं इसके अलावा कुछ लोग बताते हैं कि यहाँ से गुजरते वक़्त गाडी का स्पीडोमीटर भी गाडी की वास्तव की स्पीड से कुछ अलग ही दिखने लगता है और यहाँ रोड की स्ट्रीट लाइट्स भी हमेशा कांपती रहती है। कभी मोबाइल इंटरनेट काम करना बंद कर देता है और कभी मोबाइल ही पूरी तरह बंद पड़ जाता है। कुछ लोगों ने तो यहाँ से गुजरते वक़्त कार में भी कुछ परेशानी होने या कार के अपने आप बंद होकर फिर कुछ देर बाद स्टार्ट होने की बात भी बताई है। इन्हीं सब रहस्यमयी किस्सों की वजह से इस सड़क को 'मौत का हाईवे' या 'हॉन्टेड हाईवे' भी कहा जाता है।
यहाँ पास ही एक स्कूल ''कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय" में भी इस वजह से काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है जैसे वहां बायोमेट्रिक से अभी तक अटेंडेंस नहीं लग पाती क्योंकि अगर 2023 की अटेंडेंस लगायी जाती है तो रिकॉर्ड 2024 या 2025 की होती है।
क्या हैं इससे जुड़े अन्य विचार
यहाँ के पास के लोगों द्वारा और कई गुजरते हुए लोगों की कहानियों से इन रहस्यों से जुड़ी बातों का पता लगता है लेकिन कुछ लोगों ने इस जगह जाकर इसके पीछे की सच्चाई जाननी चाही और उनके अनुसार उन्हें ऐसा कुछ अजीब अनुभव नहीं हुआ। साथ ही किसी भी मोबाइल नेटवर्क कंपनी या फिर किसी ने भी आधिकारिक तौर पर ऐसी घंटनों की पुष्टि नहीं की है। उनका ये भी कहना है कि अगर ऐसा होता तो यह जगह अभी तक झारखण्ड का एक बड़ा पर्यटन केंद्र बन चुकी होती।
लेकिन वहां के लोगों की और कुछ अन्य लोगों के साथ हुए अनुभवों की मानें तो ये घटनाएं हमेशा नहीं होती लेकिन ऐसे अनुभव एक-दो नहीं बल्कि कई लोगों ने किये हैं। बताया जाता है कि रांची विश्वविद्यालय में भूविज्ञान विभाग के प्रोफेसर नितीश प्रियदर्शी ने इसे लेकर एक फेसबुक पोस्ट भी लिखा थे जिसमें उन्होंने इस घाटी से जुड़े कुछ अजीब किस्सों के बारे में बताया था जो उन्होंने अपने जानकार लोगों से सुने थे।
क्या हो सकता है इसके पीछे का कारण
बताया जाता है कि अभी तक इस रहस्य से पर्दा उठाने के लिए कोई आधिकारिक रिसर्च तो नहीं हुआ है हालाँकि जानकार लोग मैग्नेटिक या इलेक्ट्रो-मैग्नेटिक रेडिएशन की वजह से ऐसा होने की बात बताते हैं। ऐसा भी बताया जाता है कि यहाँ से कुछ दुरी पर ही कुछ मैग्नेटाइज्ड रॉक (चुंबकीय शक्ति वाले पत्थर) भी मिले थे जिससे भी अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि हो सकता है यहाँ ऐसे ही पत्थरों का भंडार हो जिसे वजह से ऐसी घटनाएं लोगों द्वारा अनुभव की जाती हैं।
एक अन्य कारण बताया जाता है इस स्थान से गुजरने वाली कर्क रेखा को। बताया जाता है कि इसी स्थान से कर्क रेखा गुजरती है जिस वजह से भी ऐसे रहस्यमयी अनुभव लोगों को हो सकते हैं। यहाँ के आस पास के ग्रामीणों में यही कारण प्रचलित है।
अब चाहे वजह जो भी हो लेकिन इतनी खूबसूरत घाटी पर ऐसे विचित्र अनुभव होना अपने आप में बेहद अनोखा है जिस वजह से यह स्थान वाकई अद्भुत है। तो अगर आप रांची या आस पास के शहरों में है या वहां जाने का प्लान कर रहे हैं और ऐसे कुछ किस्से खुद भी अनुभव करना चाहते हैं तो आप यहाँ जा सकते हैं। इससे जुड़ी जितनी भी जानकारी हमारे पास थीं हमने इस लेख के माध्यम से आपसे साझा करने कि कोशिश की है। अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगी तो प्लीज इस आर्टिकल को लाइक जरूर करें और साथ ही ऐसी अन्य जानकारियों के लिए आप हमें फॉलो भी कर सकते हैं।
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