छुट्टियों का भरपूर इस्तेमाल करने के लिए जाएं उत्तर-पूर्वी भारत की इन 7 ट्रेकिंग करने वाली जगहें

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Photo of छुट्टियों का भरपूर इस्तेमाल करने के लिए जाएं उत्तर-पूर्वी भारत की इन 7 ट्रेकिंग करने वाली जगहें by Ankit Kumar

भारत में जब भी कोई पहाड़ी इलाके में घूमने निकलता है तो सबसे पहले वो वहाँ पर कैम्पिंग और ट्रैकिंग करने के बारे में ही सोचता है। ट्रैकिंग हम घूमते हुए कभी भी कहीं भी नहीं कर सकते हैं। इसलिए लोग भारी संख्या में ट्रैकिंग के लिए भारत के उत्तरी क्षेत्र की ओर जाते हैं। आज मैं भारत के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के ऐसे ट्रेक के बारे में बताने जा रहा हूँ जहाँ हर किसी को एक बार ज़रूर जाना चाहिए।

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1. गोएचा ला

सिक्किम के सबसे ख़ूबसूरत और रोमांचक ट्रेक में से एक हैं। यहाॅं आपको कंचनजंघा पहाड़ी के पूरी इलाके की क़रीब से झलक मिलेगी, साथ ही यह ट्रेक पंडिम पहाड़ी, कब्रु, सिंवो और राठोंग ग्लेशियर से भी गुज़रता है। इस ट्रेक का रास्ता काफ़ी सारी नदियों के साथ-साथ चलता जाता है।

कब जाएँ- अक्टूबर से मई के समय।

कितने दिन के लिए जाएँ- 10 से 12 दिन के लिए।

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2. गंगटोक

सिक्किम का कैपिटल- गंगटोक, यहाँ पर अधिकतर लोग ट्रैकिंग करने ही आते हैं। यहाँ का बादलों से भरा आसमान, वातावरण सब आपके मन में बस जाएँगे। यहाँ से कंचनजंघा पहाड़ी का आप बहुत ही ख़ूबसूरत नज़ारा दिखेगा। यहाँ के हवादार पहाड़ी रास्ते और केबल कार से बर्ड व्यू आपको यहाँ की हर चीज़ को यादगार बना देगी।

कब जाएँ- साल के किसी भी समय।

कितने दिन के लिए जाएँ- 8 से 10 दिन के लिए।

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3. अनीनी

‘अनीनी’ भारत की एक ऐसी जगह है जहाँ पर बादल ज़मीन को आकर चूम लेते हैं। लोगों से दूर यह शहर आपको एक ठहराव का अनुभव देगा। अगर आप प्रकृति प्रेमी हों तो यह जगह आपको प्रकृति के सभी ख़ूबसूरत रंग एक साथ दिखाएगी। यहाँ के ट्रेक आपको किसी जन्नत से कम नही लगेंगे।

कब जाएँ- नवम्बर से मार्च के समय।

कितने दिन के लिए जाएँ- 6 से 8 दिन के लिए।

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4. द्ज़ूकू घाटी

नागालैंड और मणिपुर के बॉर्डर से लगी द्ज़ूकू घाटी यहाँ आने वाले पर्यटकों के लिए एक पॉकेट जन्नत से कम नहीं। यह समुन्द्र लेवल से 2438 मीटर ऊपर है जपफू पीक के पीछे है। यहाँ पर बरसात के समय हर जगह फूल ही फूल होते हैं जो इस जगह को भारत की सबसे ख़ूबसूरत घाटी में से एक बना देती है।

कब जाएँ- साल के किसी भी समय (किन्तु बरसात के मौसम में इसकी असली ख़ूबसूरती को आप देख पाएँगे)।

कितने दिन के लिए जाएँ- 6 से 7 दिन के लिए।

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5. मोनपा ट्रेल

अरुणाचल प्रदेश काफ़ी सारे घुमक्कड़ का सपना है, यहाँ की प्राकृतिक रूप से ख़ूबसूरत घाटी, हरे-हरे जंगलों में चलना, पहाड़ी के पीछे से सूरज का निकलना, नदियों का बहना और पता नहीं कितनी ही ख़ूबसूरत चीज़े करने को हैं। अरुणाचल प्रदेश जो आकर्षण आपको देगा वो भारत की कोई और जगह कभी भी नहीं दे पाएगी। ऐसे ही ख़ूबसूरती में बीच है मोनपा ट्रेल, जो आपको अरुणाचल प्रदेश के सबसे बड़े पहाड़ से गुज़रते हुए वहाँ के मूल निवासी से आपका एक अनूठा मिलाप करा देंगी।

कब जाएँ- नवम्बर के समय।

कितने दिन के लिए जाएँ- 8 से 10 दिन के लिए।

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6. बेली ट्रेक

पश्चिमी अरुणाचल प्रदेश में स्थित बेली ट्रेल एक इतिहासिक रास्ता है। इसका नाम Lt. Col. बेली के नाम पर रखा गया है। जब तीन दिन उत्तर से दक्षिण की ओर घने जंगल में उल्टी दिशा में ट्रैकिंग करने के बाद यहाँ की सबसे ख़ूबसूरत जगह गोरिचें पीक पर पहुँचना सम्भव होता है तब यहाँ की रोमांचक ट्रैकिंग का असली आनन्द आता है।

कब जाएँ- मई से जून के समय।

कितने दिन के लिए जाएँ- 10 से 14 दिन के लिए।

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7. नमदफा ट्रेक

कभी आपने रेनफॉरेस्ट में ट्रैकिंग के बारे में सोचा है? अगर नहीं तो अब सोच लें! नमदफा ट्रेक एक जंगल से होते हुए गुज़रता है जहाँ आपको बहुत सारे बम्बू के पेड़ और कितने ही अलग प्रकार के पेड़-पौधे देखेने को मिल जाएँगे। यहाँ पर 100 हाथी और 300 से भी ज़्यादा चिड़िया की प्रजातियाँ देखने को मिलेंगी।

कब जाएँ- दिसम्बर से जनवरी के समय।

कितने दिन के लिए जाएँ- 12 से 14 दिन के लिए।

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