मैं बहुत सारे फ़ूड लवर्स को जानता हूँ। इन्होंने दुनिया के हर खाने का स्वाद चखा है। बातें तो ऐसी करेंगे कि संजीव कपूर के बाद स्वाद के सच्चे पुजारी साक्षात् यही हैं। अपने एक दोस्त को मैंने साउथ इंडियन डिशों के नाम पूछे, तो मसाला डोसा के अलावा शायद ही दूसरा नाम बता पाया।
अगर आपको भी यही लगता है कि दक्षिण भारत के लज़ीज़ थाली में सिर्फ इडली या डोसा ही शामिल है, तो अपनी ज़ुबान का स्वाद और खाने का ज्ञान बढ़ाने के लिए तैयार हो जाइए, ये लिस्ट आपको बहुत काम आने वाली है।
1. वड़ा
सुबह के नाश्ते में लोग ख़ूब वड़ा खाते हैं। क्योंकि ये खाने और पचाने में हल्का होता है, इसलिए जितना हो सके, उतना खा सकते हो। कई प्रकार की दाल के वड़े बनते हैं, जैसे अरहर की दाल का, चना या फिर उड़द का। चटनी और साँभर के साथ दिन की शुरुआत करने का ये बढ़िया तरीक़ा है।
मेदु वड़ा
मुलायम को कन्नड़ भाषा में मेदु कहते हैं। बाहर से क्रिस्पी, अन्दर से मुलायम, खाए होंगे तो समझ जाएँगे मैं क्या बताना चाह रहा हुँ। इसी परिवार में मसाला वड़ा और पालक वड़ा भी आते हैं।
2. अप्पम
केरल की इस डिश को चावल का खमीर उठाकर बनाया जाता है और नारियल वाली चटनी के साथ खाया जाता है। नाश्ता हो चाहे डिनर, इसे कभी भी खा सकते हैं।
इसे बनाने के लिए रात भर चावल को रखो, एक बड़े बर्तन में नमक, शक्कर और तेल के साथ इसे डालो और पकाओ। बचा हुआ पानी निकाल कर ऊपर से घिसा नारियल डालो और कुर्मा या किसी चटनी के साथ खाने का स्वाद उठाओ।
3. पुत्तू
नाम कितना क्यूट है ना इसका, पुत्तू। ये तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल की बहुत प्रसिद्ध डिश है। सिलेंडर सी दिखने वाली इस डिश को चावल और नारियल से बनाते हैं। कोई कुछ भी कहे, नारियल और चावल का सबसे सही इस्तेमाल दक्षिण भारतीयों ने किया है।
4. पेसारत्तु
इसको दूसरे शब्दों में मूँग दाल का दोसा भी कहते हैं। आपके साउथ इंडियन दोस्तों को इसका स्वाद अच्छे से पता है। मूँग की दाल की इस डिश को सबसे ज़्यादा खाया जाता है तो वो है आंध्र प्रदेश।
5. रसम राइस
दक्षिण की इस डिश को स्वाद से ज़्यादा स्वास्थ्य के लिए याद किया जाता है। टमाटर, काली मिर्च, इमली से बनाते हैं रसम को। कभी सूप या फिर चावल के साथ इसको खा सकते हैं। बाहर जाने की ज़रूरत भी नहीं, घर पर ही बना सकते हैं इसे।
गर्म रसम से सर्दी में ठंडे पड़े गले ठीक हो जाएँगे। किसी भी सुपरमार्केट से आपको रसम पाउडर मिल जाएगा। उसके साथ रसम बनाएँ और दोस्तों के साथ शाम बेहतर बनाएँ।
6. बिसि बेले भात
जैसे उत्तर प्रदेश वालों के घर में हर दिन दाल चावल बनता है, वैसे ही कर्नाटक के घरों में इसका ख़ूब चलन है। तूर दाल और सब्ज़ियों के संग इसको चावल के साथ बनाया जाता है। गर्म दाल चावल को कन्नड़ में बिसि बेले भात बोलते हैं। चटनी, बूँदी, सलाद और पापड़ के साथ इसको ख़ूब खाते हैं।
7. पुलियोगरे
इस डिश को आप इमली चावल भी कह सकते हैं। आंध्र की डिश हैजो तेलंगाना, कर्नाटक और तमिलनाडु में भी चखी जाती है। जैसे हमारे यहाँ नहीं होता, कुछ डिशें आप कभी कभी बनाते हो घर पर वैसे ये भी। इसे बनाना आसान है और मंदिरों में प्रसाद की तरह भी चढ़ाया जाता है।
8. पाज़म पोरी
शाम की चाय के साथ केले के ये पकौड़े का स्वाद ख़ूब चखा जाता है। इसे इथक्क अप्पम भी कहते हैं । केरल की ये डिश पके केले को तेल में डुबोकर बनाई जाती है।
9. पनियारम
पड्डु, अप्पे, गुलिप्पा या गिल्टू; पनियारम के बहुत सारे नाम हैं। इस डिश को काली दाल और चावल के साथ रात भर खमीर उठाकर बनाते हैं जिसके अगले दिन मसालों और सब्ज़ियों के साथ पकाया जाता है।
10. वाथा कुज़ांबू
वाथा कुज़ांबू तमिलनाडु की प्रसिद्ध डिश है जिसे चावल के साथ परोसा जाता है। इमली इसकी अहम सामाग्री है। कुज़ांबू के साथ ही अन्य कई छोटी साथी इसकी जगह परोसी जाती हैं। जैसे काराकारा कुज़ांबू, मोर कुज़ांबू, पुंडू कुज़ांबू।
11. पेसाराप्पू पायसम
आंध्र प्रदेश की खीर है पेसाराप्पू पायसम लेकिन स्वाद पूरे भारत में पहुँचा है इसका। दोस्तों के साथ खाने के बाद इसका स्वाद लेना तो बनता है।
12. उत्तपम
नाम तो सुना होगा। तमिलनाडु की बहुत नामी डिश, जिसको पूरे भारत के खोमचे वालों ने बनाया और खिलाया है। इसे भी डोसे की ही तरह प्याज़, हरी मिर्च, शिमला मिर्च और टमाटर के साथ बनाया जाता है।
दक्षिण ही नहीं, उत्तर भारत के स्वाद घरों में या फिर मम्मी के हाथों भी आपने इसका स्वाद चखा ही होगा।
तो आपने इन 12 डिशों में से कितनों का स्वाद लिया है, हमें कमेंट बॉक्स में बताएँ। अपने चटोरे साथियों को भी इस आर्टिकल का लिंक भेजिए और पता करिए कितना स्कोर है उनका।
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