आप में से बहुत से लोग हैं जो एडवेंचर लवर होंगे जो ट्रैवल के जरिए विभिन्न प्रकार की गतिविधियां करते होंगे जिसमे उन्हें मजा आता होगा।बहुत से लोग पहाड़ों पर बस इसलिए जाते है कि वो पैदल ही उस पर चढ़ सके और वहां की खूबसूरती को देख सके।अगर आप भी उन्ही लोगों में से है जो पहाड़ों पर पैदल यात्रा करना पसंद करते है तो आज हम आपको कुछ ऐसे जगहों के बारे में बताएंगे जहां पर आप दिन के बजाए रात में ट्रेक कर सकते है।अब आप सोच रहे होगे की जब हम दिन में ट्रेक कर सकते है तो रात में ट्रेक करने की क्या जरूरत है।तो आपको बता दें कि अगर आप शहरो की भीड़ भरे मकानों में रहते है तो निश्चित ही इन शांत और तारों भरे रात को देख आपका मन भी यही करेगा कि आप भी यही रह जाओ।जिस सुकून की तलाश में आप अपने भीड़ भरे जीवन से दूर इन पहाड़ों पर आए हैं वो सुकून आपको इन ट्रेक पर जाने के बाद जरूर मिलेगा।तो आइए जानते है उन खूबसूरत नाइट ट्रेक्स के बारे में।
भारत नाइट ट्रेकिंग करने की जगहें
अंतरगंगे ट्रेक
अंतर गंगे जिसे लोग अंतरा गंगे के नाम से भी जानते है।यह खूबसूरत जगह कर्नाटक के के कोलार जिले में 1226 मीटर (4021 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है।इस जगह पर रात्रि में ट्रेक करने का अलग ही मजा है,क्योंकि यहां पर आपको सिर्फ चलना ही नही होगा बल्कि कई स्थानों पर रेंग कर भी जाना होगा है न रोमांचक करने वाला ट्रेक।असल में इस ट्रेक का मुख्य बिंदु अंतर गंगे मंदिर है जहां पहुंचने के लिए आपको कई सारी गुफाओं से होकर गुजरना होगा जो कहीं कहीं इतनी संकरी है कि आपको वहां से लेट कर गुजरना होगा।अंततः आप ऐसी जगह पहुंच जायेंगे जहां से आपको तारो से भरे हुए ऐसे आसमान दिखाई देंगे जो किसी कैनवास की पेंटिंग की तरह होंगे ऊपर से नीचे की तरफ देखने से आपको घरों में जलते हुए बस लाइट दिखेंगे मानो लाखों दीप प्रज्ज्वलित हो।
रंगनाथ स्वामी बेट्टा ट्रेक
रंगनाथ स्वामी बेट्टा को लोग बी आर हिल्स के नाम से भी जानते है।यह स्थान कर्नाटक राज्य में कनकपुरा शहर के 60 किमी की दूरी पर स्थित एक पहाड़ी पर है।यह ट्रेक दक्षिण भारत के सबसे पसंदीदा नाइट ट्रेक में से एक है।आप इस ट्रेक को बन्नेरघट्टा नेशनल पार्क से शुरू करते हैं, और शीर्ष पर पहुंचने के बाद जो आश्चर्यजनक दृश्य आपका इंतजार करते हैं, वे दुनिया से बिल्कुल अलग होते हैं।इस पहाड़ी पर पहुंचने के बाद आपको एक मंदिर भी मिलेगा जो भगवान रंगनाथ स्वामी को समर्पित है।एक बार जब आप इस पहाड़ी की चोटी पर पहुंच जायेंगे तो आपको एक अलग ही नजारा देखने को मिलेगा मानो आप की दूसरी दुनिया में पहुंच गए हैं।दरअसल, कावेरी नदी और सावनदुर्गा श्रृंखला के दृश्यों से जो खूबसूरत माहौल बनता है, वह आपकी स्मृति में एक अमिट छाप छोड़ देगा।
धोत्रे टोंग्लू
धोत्रे टोंग्लू असम के खूबसूरत शहर दार्जलिंग से मात्र कुछ हो दूरी पर स्थित है।वैसे तो यह ट्रेक दार्जलिंग में काफी लोकप्रिय है और बहुत सारे लोग यहां की खूबसूरत को देखने के लिए दिन के समय ट्रेक करते है।पर अगर आपको सूर्योदय का खूबसूरत नजारा देखना है तो आपको यहां रात में ही ट्रेक करना होगा और यकीन मानिए जब आप रात की ट्रेकिंग करके यहां सूर्योदय के समय पहुचेंगे तो यहां का अद्भुत नजारा देख कर अपनी सारी थकान भूल जाएंगे।
राजमाची ट्रेक
लोनावाला से शुरू होने वाला यह ट्रेक लगभग 18 किमी लंबा है ।असल में यह एक किला है जो ऊंची चोटी पर स्थित है।10 से 12 घंटे लंबे इस रास्ते पर आपको पहाड़ों के साथ ऊंचे ऊंचे देवदार के पेड़ और साथ में अनगिनत टिमटिमाते जुगनू मिलेंगे।अगर आपको अपनी यात्रा समय से पूरा करना है तो आपको सुबह जल्दी उठकर निकलना होगा।आप चाहे चाहे तो यहां रास्ते में पड़ने वाले गांव में रुक भी सकते है।यहां आपको कई सारे होम स्टे मिल जायेंगे। यहां पहुंचने पर आपको एक अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा।ऊंचाई से गिरते झरने और हरियाली देख आप भी यही कहेंगे की आप जन्नत में पहुंच गए।
हरिश्चंद्रगढ़ ट्रेक
महाराष्ट्र में सबसे लोकप्रिय और कठिन ट्रेक में से एक, जिसे ट्रेकर्स अपनी चपलता और धैर्य का परीक्षण करने के लिए अनुभव करना पसंद करते हैं।अगर आप मंदिर और गुफाओं का रोमांचकारी अनुभव करना चाहते है आपको इस रात्रि ट्रेक को अवश्य करना चाहिए।इस कठिनाई से भरे ट्रेक पर जाने के बाद आपको अपने धैर्य का पता चल जाएगा।साथ ही गंतव्य पर पहुंचने के बाद वहां का दृश्य आपकी सारी थकान मिटा देगा।इस ट्रेक के दौरान, विशाल मैदानों, पानी के स्थानों और घने झाड़ियों से गुजरते समय आपको रोमांच मिलता है। ये आवश्यक घटक हैं जो इस ट्रेक को कठिन बनाते हैं, लेकिन हमारा विश्वास करें कि यह निश्चित रूप से उन ट्रेक में से एक है जिसे आपको निश्चित रूप से एक बार आज़माना चाहिए।
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