हर साल लाखों सोलो ट्रैवलर दुनिया के कोने-कोने में घुमने निकलते हैं, हर पल कुछ नया अनुभव करते हैं। ऐसे घुमक्कड़ों के लिए न मंजिल मायने रखती है, न साथी। सफर में जो मिला, उसके साथ हो लिए। जहां अच्छा लगा, ठहर गए।
कभी कभी सोलो सफर के दौरान कहीं कहीं मुश्किलें भी आ जाती हैं। उन्हीं मुश्किलों का सामना और अच्छा-खासा सोलो ट्रिप बनाने के लिए आपको कुछ टिप्स और जानकारियाँ बताने जा रहा हूं। उम्मीद है कि यह कुछ खास बातें आपके सोलो ट्रिप के दौरान काम आयेंगी।
इन बातों का रखें ध्यान
1) इंटरनेट या गाइड बुक्स की मदद से खूब जानकारी इकट्ठी करें। अपने डेस्टिनेशन तक पहुंचने के लिए फ्लाइट लें या ट्रेन? एयरपोर्ट या रेलवे स्टेशन से टैक्सी, ऑटो करें या बस और मेट्रो जैसे पब्लिक ट्रांसपोर्ट सही रहेंगे? बड़ी जगहों के आसपास के रास्ते कौन-से होंगे? ठहरने के लिए क्या हॉस्टल मिल जाएंगे? ऐसी कौन-सी जगह हैं, जो वहां जाकर देखना चाहिए। मौसम कैसा रहेगा? मोबाइल नेटवर्क कवरेज कैसा होगा? इमरजेंसी में कहां से मदद मिलेगी? इन सभी बातों के बारे में अच्छी तरह से जानकारी लेने के बाद ही यात्रा शुरू करें।
2) सामान जितना कम होगा, ट्रैवलिंग का मजा उतना ज्यादा आएगा, वरना घूमने से पहले सामान रखने के लिए क्लॉकरूम और होटल ढूंढने में ही वक्त, ताकत और पैसा खर्च होता रहेगा। इसी तरह से कई बार वीइकल न मिले तो भी आराम से पैदल चलकर थोड़ी-बहुत दूरी तय की जा सकती है।
3) लोगों से खूब बतियाएं। जहां मन चाहे, जाएं। जो मन चाहे, खाएं। बस ध्यान रखें कुछ सावधानियों का, जो ट्रिप से पहले रिसर्च के दौरान पता चल जाती हैं या कुछ घूमते हुए धीरे-धीरे समझ आने लगती हैं। इसलिए कॉमन सेंस का दरवाजा हमेशा खुला रखें। अलर्ट रहना भी बहुत जरूरी है, वरना आप मुसीबत में भी फंस सकते हैं।
4) अकेले घूमते हुए गलतियों की आशंका ज्यादा रहती है, लेकिन गलतियों से ही हम सीखते हैं। यात्रा पर निकलने से पहले की गई रिसर्च आपको परेशानियों से बचा सकती है। आमतौर पर मशहूर टूरिस्ट स्पॉट्स पर धोखाधड़ी की आशंका बनी रहती है। इसलिए सफर से पहले टूरिस्ट स्कैम्स के बारे में पता कर लें। इंटरनेट पर आपको ऐसे ढेरों विडियो मिल जाएंगे जिनमें घुमक्कड़ों ने अपने अनुभव शेयर किए होंगे।
5) जिस जगह जा रहे हों, वहां का नक्शा अपने मोबाइल में डाउनलोड कर लें। कई बार नक्शे आपको मंजिल तक पहुंचाने में लोगों से ज्यादा मददगार होते हैं। खासतौर पर जब किसी ऐसी जगह जा रहे हों जहां लोग आपकी भाषा नहीं समझते हों वहां तो यह बेहद मददगार साबित होता है। गूगल मैप्स की मदद लें। अपनी डेस्टिनेशन के गूगल मैप्स को घर में ही मोबाइल में डाउनलोड कर लें ताकि इंटरनेट न होने की स्थिति में भी उसका इस्तेमाल किया जा सके। maps.me एक और भरोसेमंद ऑफलाइन मैप एप्लिकेशन है।
6) ज्यादा कैश रखने के बजाय डेबिट या क्रेडिट कार्ड रखना बेहतर है। कैश के चोरी हो जाने या खो जाने की आशंका रहती है इसलिए एक साथ बहुत सारा कैश निकालने की बजाय थोड़ा-थोड़ा निकालें।
सोलो ट्रैवलिंग के फायदे
सोलो ट्रेवलिंग में ट्रेवलर अपनी मर्जी का मालिक होता है ना किसी रूप का प्रेशर, जब मन किया घूमने निकल जाओ, जब तक मन करे होटल में सुस्ताते रहो। चलने का मन नहीं तो कार रेंट पर ले ली। एक शहर पसंद नहीं आया तो किसी और शहर की ओर निकल जाओ। सोलो ट्रिप में मतलब सुकून भरी जिंदगी रहती है। किसी नई जगह, संस्कृति को देखने-समझने का इससे बढ़िया तरीका और क्या हो सकता है।
गलतियों से हम सीखते हैं और अकेले घूमते हुए हम ज्यादा जल्दी सीखते हैं। इस तरह घूमते हुए सीखे गए सबक ताउम्र याद रहते हैं और बेहतर जिंदगी जीने में मदद करते हैं। खराब हालात में भी मजबूती से डटे रहने का आत्मविश्वास अकेले घूमने से बहुत जल्दी आता है। मुझे पूरी उम्मीद है यह कुछ टिप्स आपके काम आने वाली हैं।
आपको यह आर्टिकल कैसा लगा कमेन्ट बॉक्स में बताएँ।
जय भारत
कैसा लगा आपको यह आर्टिकल, हमें कमेंट बॉक्स में बताएँ।
बांग्ला और गुजराती में सफ़रनामे पढ़ने और साझा करने के लिए Tripoto বাংলা और Tripoto ગુજરાતી फॉलो करें