#सिंगापुर_सफरनामा
#भाग_1
#सिंगापुर_पहुंचना
नमस्कार दोस्तों
आज मैं आपके लिए सिंगापुर सफरनामा की पोस्ट लेकर आया हूँ| दोस्तों यह मेरी पहली विदेश यात्रा है, जिसे मैंने Tripoto पर एक पैकेज के रूप में लिया है जो 5 रातें और 6 दिन का टूर है जिसमें दिल्ली से सिंगापुर और सिंगापुर से दिल्ली की सिंगापुर एयरलाइंस की टिकट, एयरपोर्ट से होटल तक टैक्सी और तीन सटार होटल में 5 रात्रि विश्राम जिसमें सुबह का ब्रेकफास्ट शामिल हैं| दोस्तों Tripoto पर आपको अलग अलग देशों के बहुत खूबसूरत पैकेज मिलेगें| मैंने भी Tripoto पर Utazzo कंपनी से पैकेज लिया जिसमें मुझे सिंगापुर का वीजा, टरैवल बीमा आदि डाक्यूमेंट्स भी बना कर दिए| घूमने के लिए इस पैकेज में सिंगापुर सिटी टूर, नाईट सफारी, सेंटोसा आईलैंड टोकन और गार्डन बे आदि की टिकट शामिल हैं जिसमें ड्राइवर आपको होटल से ले जाऐगा और घुमाकर आपको वापस होटल में छोड़ देगा| मेरा सिंगापुर पैकेज 23 जून 2022 से 28 जून 2022 तक है |
मेरी दिल्ली की फलाईट 23 जून 2022 सुबह 9 बजे की थी तो मैं घर से 22 जून 2022 की दोपहर को ही निकल गया था| शाम को 7 बजे के आसपास लुधियाना बस स्टैंड के 6 नंबर काउंटर पर मुझे दिल्ली के कशमीरी गेट के लिए बस मिल गई| अंबाला के पास बस खाना खाने के लिए रुकी तो दाल रोटी खाकर दुबारा फिर बस में बैठ गया| जैसे जैसे मैं अपने घर से दूर जा रहा था तो अजीब सा मोह जाग रहा था घर परिवार के लिए शायद पहली बार अपना देश छोड़ने की वजह से ऐसा हो रहा था| कानों में ईयरफोन लगाकर पंजाबी गाने सुनते हुए बस कुरूक्षेत्र, करनाल होती हुई आगे बढ़ गई तो मैं भी कुछ समय के लिए सो गया| 23 जून को रात को तकरीबन दो बजे बस ने मुझे दिल्ली के कशमीरी गेट बस स्टैंड के सामने उतार दिया|
23 जून 2022
बस में एयरपोर्ट जाने के लिए एक और सवारी थी तो हम दोनों ने मिलकर दिल्ली एयरपोर्ट के लिए आटो बुक कर लिया| सुबह के साढ़े तीन बजे मैं दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल 3 से तीन किलोमीटर दूर बने पब्लिक ट्रासपोर्ट के अड्डे पर पहुँच गया| यहाँ से हर बीस मिनट के बाद एयरपोर्ट की बस आती है और आपको टर्मिनल 3 तक ले जाती है जिसका कोई किराया नहीं लगता| दिल्ली एयरपोर्ट से सारी विदेशी फलाईट टर्मिनल 3 से ही आती जाती है| जैसे मेरी फलाईट सुबह 9 बजे की थी तो मुझे सुबह 6 बजे तक एयरपोर्ट पहुंचना था| थोड़ा फ्रैश होकर काफी का कप पीकर मैं चार बजे वाली एयरपोर्ट की बस में बैठ कर दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल 3 पर पहुँच गया| सिंगापुर एयरलाइंस का काउंटर फलाईट से चार घंटे पहले सुबह 5 बजे खुल गया| अपना पासपोर्ट, टिकट और वीजा दिखाकर मैंने अपना बोर्डिंग पास ले लिया,एक बड़ा बैग मैंने जमा करवा दिया और एक पिठु बैग 🎒 मैंने अपने पास रख लिया| अब आगे Immigration का काम था, वहाँ पर मैं लाईन में लग गया तो आफिसर ने मुझे मेरा नाम पूछा जो मैंने बता दिया, बाद मैं पूछा कया काम करते हो???
मैंने बोला होमियोपैथिक डाक्टर हूं|
तो आफिसर ने कहा किडनी सटोन की दवा का नाम बता???
जो मैंने बता दिया|
बाद मैं आफिसर ने कहा मेरे 15 साल के बेटे को किडनी सटोन है, मैंने उसे दवा बता दी और कैसे लेनी है दवा यह भी बता दिया| मैंने बताया मैं सिंगापुर घूमने के लिए जाना है उसने मेरे पासपोर्ट पर मोहर लगा दी और मैं उसका धन्यवाद करके आगे सकियुरिटी चैकिंग करवा कर एयरपोर्ट के भीतरी भाग में पहुँच गया जहाँ बहुत खूबसूरत शापिंग माल बने हुए थे| जैसे पंजाब की बसों या वाहनों के पीछे लिखा होता है "देखता जा लेकिन छेड़ मत " उसी तरह उन शापिंग माल के महंगे सामान को देखता गया लेकिन लिया कुछ नहीं और छेड़ा भी कुछ नहीं| मेरी फलाईट एयरपोर्ट के बोर्डिंग गेट नंबर 1 से थी और मैं उसी के सामने लगी हुई कुर्सी पर बैठकर इंतजार करने लगा | सुबह आठ बजे बोर्डिंग गेट खुला तो मैं भी सिंगापुर एयरलाइंस की फलाईट SQ-401 में अपनी सीट 56-C पर बैठ गया, जहाज में बैठने से पहले हमें एक एयर फोन भी दिया गया| सीट के सामने एक शानदार टीवी भी लगा हुआ था, जिसमें आप फलाईट की जानकारी जहाज कहाँ जा रहा है, कितने किलोमीटर हो गया है और कितने रह गए हैं यह जानकारी मिलती रहती है| इस टीवी📺 में आप फिलमें, गाने या डाकूमेंटरी आदि भी देख सकते हो| पूरे समय पर जहाज ने दिल्ली एयरपोर्ट से उड़ान भर ली |
कुछ समय के बाद जहाज में सभी को खाना दिया गया जिसमें वैज और नान वैज खाना आपकी पसंद के अनुसार दिया गया| खाना खाकर मैं भी कुछ समय के लिए सो गया कयोंकि पिछली रात की वजह से थकान बहुत थी| पांच घंटे हवा में उड़ान भरने के बाद हमारा जहाज सिंगापुर एयरपोर्ट पर उतरने के लिए तैयार था, हमारा दिल्ली से आगरा फिर मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, उड़ीसा के कटक के उपर से गुजरता हुआ फिर बंगाल की खाड़ी , अंडमान निकोबार और अंडमान सागर को उपर से पार करता हुआ मलेशिया को भी ऊपर से पार करता हुआ शाम को पांच बजे के आसपास सिंगापुर एयरपोर्ट पर उतर गया| यहाँ फिर Immigration कलीयर करने के बाद मैंने अपना बैग वापिस लिया जो मैंने दिल्ली में फलाईट में जमा करवाया था| सिंगापुर के चांगी एयरपोर्ट पर वाईफाई चलाया, घरवालों से बात की फेसबुक पर अपडेट दिया| ड्राइवर ने आठ बजे आना था मुझे लेने के लिए अभी 6 बजे थे तो मैं चांगी एयरपोर्ट पर बने हुए Jewel Complex को देखने चला गया, यहाँ बहुत सारे खाने पीने के लिए रेस्टोरेंट आदि बने हुए हैं, शापिंग माल भी बहुत सारे है लेकिन यहाँ पर बना हुआ आरटीफीशल Jewel waterfall जिसमें पानी बहुत ऊंचाई से गिरता है देखने लायक है और इसमें पानी का रंग भी बदलता है कभी लाल, नीला और कभी सफेद| इस झरने को इस तरह बनाया है कि यह बिलकुल नैचुरल लगता हैं, यहाँ पर मैंने आधा घंटा बिताया कुछ फोटो खींची वीडियो बनाई और फिर ड्राइवर का फोन आ गया, आठ बजे से थोड़ा पहले ही मुझे वह लेने आ गया| गाड़ी में बैठ कर सिंगापुर शहर की खूबसूरत सड़कों और बिलडिंगों को निहारते हुए मैं सिंगापुर के Ibis Singapore Novena होटल के बाहर पहुँच गया, चैक इन करके अपने कमरे में आ गया| यह थी मेरी घर से सिंगापुर पहुंचने की कहानी आगे आपको सिंगापुर यात्रा के बारे में बतायूंगा |
धन्यवाद
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