सिंगापुर हमेशा से ही भारतीय पर्यटकों की पहली पसंद रहा है। कई लोग तो अपने विदेश घूमने की शुरुआत यहाीं से करते हैं। लेकिन विदेश घूमने की बात आती है तो लोगों के मन में हज़ार क़िस्म के सवाल पहले से ही जन्म ले लेते हैं और उनमें कई सवाल होते हैं वहाँ पर मिलने वाले खाने के बारे में। ये परेशानी शाकाहारी लोगों के लिए और भी बड़ी हो जाती है, क्योंकि ज़्यादातर विदेशों में नॉन वेजिटेरियन खाने को ही तरजीह दी जाती है। पर अगर आप सिंगापुर घूमने जा रहें हैं तो अपने मन से ये खयाल निकाल सकते हैं।
सिंगापुर दुनिया के उन विख्यात देशों में है जहाँ पर खाने को लेकर आपको अपने विचारों से समझौता नहीं करना पड़ेगा। वेज खाना भी सिंगापुर के हॉकर कल्चर में उतना ही मशहूर है जितना कोई अन्य भोजन। आइए हम मिलाते हैं सिंगापुर के उन मशहूर रेस्तराँ से, जो अपने भारतीय और वेज खाने के लिए अलग पहचान रखते हैं।
1. कैलाश पर्वत
नाम है इसका कैलाश पर्वत, कहानी भी इसकी कैलाश पर्वत की ही तरह बेहद दिलचस्प है। किसी ज़माने में मूलचन्दानी भाइयों की पाकिस्तान के कराची में पानीपूरी की दुकान हुआ करती थी। मेहनत करते करते व्यापार इतना बढ़ा कि उन्होंने अपनी बड़ी दुकान खोलने का मन बना लिया। भारत के विभाजन के वक़्त वो मुंबई आ गए और कैलाश पर्वत नाम की दुकान चलाने लगे। आज उसका ही नाम सिंगापुर में भी अपने भारतीय खाने के लिए प्रसिद्ध हो गया है। आज ये रेस्तराँ भारत का हर वो शाकाहारी व्यंजन बनाता है, जिसके चटखारे लेने के लिए आप विदेश में दर-दर भटकते हैं।
आप यहाँ पर लस्सी, पानीपूरी और चाट से लेकर पनीर टिक्का, नूडल्स, और पराँठे तक का स्वाद आज़मा सकते हैं। अगर यहाँ तक पहुँचने के बाद भी आपके पेट में थोड़ी सी जगह बच जाती है, तो ग़ुलाब जामुन, रबड़ी से वो कसर भी पूरी हो जाएगी।
कैलाश पर्वत सिंगापुर में हिन्दुस्तानी वेज खाने का जो स्वाद देता है, उससे आपको विदेश में होते हुए भी घर की कमी महसूस नहीं होती। शायद यही वो कारण है कि इस रेस्तराँ की पहुँच सिर्फ़ भारत के बाहर सिंगापुर में ही नहीं, बल्कि अमेरिका, कनाडा, हॉन्गकॉन्ग और ऑस्ट्रेलिया तक गई है।
पता- 03 बेलिटोस रोड, #01-03 हिल्टन गार्डन इन, सिंगापुर 219924
2. नलन रेस्तराँ
नलन या नल हिन्दू पौराणिक कथाओं के अनुसार एक राजा हुआ करता था। राजा होने के साथ वह एक अच्छा खानसामा भी था। इसी कारण सिंगापुर के इस रेस्तराँ का नाम नल के नाम पर पड़ा। इस रेस्तराँ में आपको उत्तर और दक्षिण भारतीय, दोनों ही ज़ायकों का स्वाद मिलता है।
जहाँ दक्षिण भारतीय खाने में आप मसाला डोसा, इडली, वड़ा, दही चावल, और पोंगल जैसी डिशेज़ का स्वाद ले सकते हैं, वहीं उत्तर भारतीय खाने में आपके लिए पनीर टिक्का, दाल तड़का, आलू जीरा, वेज मंचूरियन, काठी रोल हाज़िर हैं।
अगर आप इन दोनों ही ज़ायकों से दूर किसी नए स्वाद को अपनाना चाहते हैं तो उसका भी इंतज़ाम यहाँ पर हो जाएगा। इसमें आप हाका नूडल्स, शेज़वान नूडल्स का लुत्फ़ उठा सकते हैं।
कुल मिलाकर यह रेस्तराँ आपको हिन्दुस्तान के किसी रेस्तराँ का ही अनुभव देता है, जहाँ पर आपको अपने खाने के फ़ैसलों से कभी समझौता नहीं करना पड़ता है।
पता- नंबर 13 स्टेमफ़ोर्ड रोड, बी2-54 कैपिटोल पीआज़ा, सिंगापुर- 178905
3. कावेरी इंडियन वेजिटेरियन
कावेरी रेस्तराँ सिंगापुर एयरपोर्ट पर स्थित है। यहाँ पर आकर आपको घर के खाने की कमी महसूस नहींं होती। हिन्दुस्तानी खाने की जो फ़ेहरिस्त आप ढूँढ़ रहे हैं वो आपको यहाँ आकर ज़रूर मिलेगी।
पेट में ज़्यादा चूहे कूद रहे हों तो आप सीधा स्पेशल थाली ऑर्डर कर सकते हैं। अगर थोड़ा कम खाने का मन है तो शुरुआत डोसा से करें। भारत से दूर, सिंगापुर में दक्षिण भारतीय थाली का इससे यादगार ज़ायका शायद ही आपको कहीं मिलेगा। उसके साथ ही यहाँ का माहौल आपको बेहद पसन्द आएगा। काउन्टर पर बैठी एक बुज़ुर्ग महिला आपका ऑर्डर लेंगी और फिर कुछ मिनटों में आप अपने खाने का आनन्द उठा सकते हैं।
एक तहज़ीबपसन्द मुल्क किस तरह आपके स्वाद का ख़्याल रखता है, उसका अन्दाज़ा आपको इस रेस्तराँ पर आने के बाद हो जाएगा। बेहद सामान्य क़ीमतों पर आप इस जगह अपने देसी खाने का आनन्द उठा सकते हैं।
पता- चांगी हवाई अड्डा, हवाई अड्डा बोलिवार्ड, लेवल 3, टर्मिनल 3 डिपार्चर लाउंज, सिंगापुर 819663
4. द करी कल्चर
सिंगापुर में आते ही आपको अपने घर के लज़ीज़ खाने की तलब लगती है तो द करी कल्चर हमेशा की तरह आपकी सेवा में हाज़िर रहता है।
द करी कल्चर बिल्कुल हिन्दुस्तान के कुछ ऐसे पकवान बनाता है जो पूरे सिंंगापुर में शायद ही कोई दूसरा रेस्तराँ बनाता हो। मसलन चना पेशावरी, हिन्दुस्तान की एक मशहूर तीख़ी डिश जो सिंगापुर में और कहीं शायद ही खाने को मिले। ठीक ऐसे ही दूसरी डिश है नवरतन कोरमा। इस डिश को भी सिंगापुर में कम ही लोग जानते हैं। सिंगापुर का यह प्रसिद्ध रेस्तराँ हिन्दुस्तानी खाने में शाकाहारी खाने को उतनी ही तवज्जो देता है, जितना माँसाहारी खाने को। अगर आपने सिंगापुर के दूसरे देसी पकवानों का स्वाद नहीं लेना, तो फिर आपको यहाँ पर ज़रूर कदम रखना चाहिए।
अगर यहाँ पर आप हिन्दुस्तानी खाने का स्वाद लेने आते हैं तो आप भरवाँ आतिश खुंभ,पापड़ी चाट, शेफ़ स्पेशल मलाई ब्रोकली, और पनीर मक्खनवाला का स्वाद ज़रूर से लें। यह रेस्तराँ अपने खाने से आपको कभी निराश नहीं करेगा।
पता- 31 कपेज रोड, कपेज टैरेस, सिंगापुर 229457
https://www.thecurryculture.com.sg/
5. कोमला विकास वेजिटेरियन रेस्तराँ
कोमला विकास सिंगापुर के सबसे पहले शुरू होने वाले भारतीय रेस्तटोरेंट्स में से एक है। 1947 में शुरू किया गया यह रेस्तराँ अब सिंगापुर में हिन्दुस्तानी खाने का बड़ा नाम हो गया है।
यहाँ पर आते ही आपको उन दिलवाले दुल्हनिया ले जाएँगे के अमरीश पुरी साहब की याद आएगी। बरसों पहले घर छोड़ देने के बाद भी भारत की तहज़ीब और संस्कृति उनसे दूर नहीं हुई है। ठीक यही हाल यहाँ के खाने का भी है। एक पल में आप महसूस करेंगे कि घर का खाना खा रहे हैं।
जहाँ तक खाने की बात करें तो यहाँ का खाना मुख्य रूप से उत्तर और दक्षिण भारतीय खाने का मिला जुला मिश्रण है, लेकिन कुछ- कुछ डिशें ऐसी भी हैं जो आपको कहीं और ही ले जाती हैं।
मेन कोर्स पर लाइट खाने पर पहुँचने से पहले आप स्टार्टर पर ग़ौर करेंगे तो पाएँगे कि डोसा, रवा डोसा, उत्तपम और वड़ा की इतनी लम्बी लिस्ट शायद ही आपने कहीं देखी भी थी।
वहीं मेन कोर्स में आंध्र का वेजिटेबल बिरयानी, चपाती मील और लाइट खाने में डोसा और इडली का स्वाद चखने मिलेगा।
मेरी मानिये तो यहाँ पर मेन कोर्स की बजाय स्टार्टर पर ही बने रहिए। यहाँ पर खाने की इतने प्रकार मिलेंगे कि आपका आने का पूरा पैसा वसूल हो जाएगा।
पता- 76 - 78 सेरंगून रोड, सिंगापुर 217981
http://www.komalavilas.com.sg/public/home
6. स्वाद रेस्तराँ
जो हिन्दुस्तानी खाने से प्यार करने वाले हैं, स्वाद रेस्तराँ उनके लिए छोटा सा घर है। अभी तक हम जहाँ पहले दिए गए रेस्तराँ में उत्तर और दक्षिण भारतीय खाने का ज़िक्र कर रहे थे, वहीं स्वाद रेस्तराँ अपने में एक गुजराती- मराठी खाने की मिठास लिए आपके सामने हाज़िर होता है।
जहाँ दूसरे रेस्तराँ में खाने को इडली, डोसा और छोले भठूरे होते हैं, वहीं स्वाद रेस्तराँ चाट कॉर्नर लगा के रखता है। यहाँ पर आप आलू चाट, गठिया चाट, दही पूड़ी, और सेव पूड़ी का स्वाद ले सकते हैं। पानी पूरी और भेल पूरी भी साथ में है, ये मत भूलिएगा।
महाराष्ट्र का स्वाद आपको पनीर का वड़ा पाव खाकर भरपूर मिलेगा। मिक्स पकौड़ा, पनीर पकौड़ा, और बटर वड़ा पाव खाने के बाद शायद ही कुछ खाने का मन बचे।
इन सबसे निकलते निकलते आप मेन कोर्स में वेज कस्तूरी, वेज कढ़ी, सेव पापड़ी, और पनीर मखनी तक पहुँचते हैं। कई क़िस्म की दाल जिनमें गुजराती, पंजाबी और भटिया कढ़ी का स्वाद लेना ना भूलें।
स्वाद रेस्तराँ खाने की उन जगहों में है जहाँ पर पहुँचने के बाद आप शादी में आए हुए बाराती का सा व्यवहार करने लगते हैं। मन भर के खाते हैं और जब पेट भर जाता है तो साथ में पैक भी कराते हैं।
पता- 70 देस्कर रोड, सिंगापुर 209593
https://www.swaadrestaurant.com/
7. मद्रास न्यू वुडलैंड रेस्टोरेंट
चिकन के बिना खाना भी कोई खाना होता है, अक्सर शाकाहार को महज़ घासफूस समझने वालों में ये कहावत मशहूर रहती है।लेकिन खाना अगर सच्चे दिल से बनाया जाए तो उस स्वाद से बेजोड़ कुछ भी नहीं है। सिंगापुर के मद्रास न्यू वुडलैंड रेस्तराँ की बात भी कुछ ऐसी ही है। यहाँ की वीआईपी थाली के लिए लोग अपना डिनर का प्लान तक छोड़ने को तैयार हो जाएँ।
यहाँ पहुँचकर केरल के किसी रेस्तराँ की याद सी मन में बस जाती है, रसम और नारियल की चटनी की महक चारों ओर से आपकी ज़बान पर हावी हो रही होती है। रेस्तराँ में आस-पास बैठे ढेर सारे लोग एक गोल प्लेट में रखी 10-12 कटोरियों में दक्षिण भारत के कोने कोने का स्वाद बारी बारी चख रहे होते हैं।
सबसे बढ़िया बात यहाँ के खाने के बाद बिल चुकाने की है। वीआईपी थाली का दाम भी 10 सिंगापुर डॉलर से कम है, तो बाकी पकवानों की बात तो छोड़ ही दी जाए। यहाँ पर आना उन ज़बरदस्त ज़हीन स्वादों का ज़ायका एक पल में उठाने के बारबर है, जिसके स्वाद की मिसालें हम पूरी दुनिया को देते आए हैं।
पता- 14 अपर डिक्सन रोड, सिंगापुर 207474
ये जिन रेस्तराँ या होटलों के नाम आपने पढ़े, ये बस उनकी तसल्ली के लिए हैं जो सिंगापुर जाने से परहेज़ सिर्फ़ खाने की वजह से कर रहे हैं। जब आप सिंगापुर आएँगे, तो आपको इससे भी ज़्यादा संख्या में शाकाहारी खाने के रेस्तराँ मिलेंगे।
तो इस बार जब सिंगापुर का प्लान बनाएँ, अपने शाकाहारी खाने की फ़िक्र छोड़ उन जगहों की तरफ़ रुख़ करें जहाँ घूमना आपके सफ़र को यादगार, दिलचस्प और खुशनुमा बना देगा।