शिमला की ये बदलती तस्वीर एक बुरी खबर है!

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Photo of शिमला की ये बदलती तस्वीर एक बुरी खबर है! 1/5 by Bhawna Sati

1800 के दशक की शुरुआत में जब अंग्रेज पहली बार शिमला आए थे, तो यहाँ की सादगी ही थी जिसने उन्हें इस जगह का दीवाना बना दिया था। जैसे-जैसे समय बीतता गया, किसी समय में ब्रिटिश साम्राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी रहा ये शहर भी बढ़ता चला गया। और अब 2019 में, शिमला एक बेहद भीड़-भाड़ और हद से ज्यादा टूरिज़म का शिकार हो चुका है। मैं ब्रिटिश काल के दौरान तो इस दुनिया में नहीं आया था, लेकिन मैंने शिमला को बदलते देखा है। और ये कुछ कारण है जिनकी वजह से शिमला बढ़ती भीड़ के बोझ तले एक धीमी मौत मर रहा है।

वो भूलती हुई घुमावदार सड़कें

शहर पहुँचने से पहले ही आप समझ जाते हैं कि शिमला कितना बदल गया है। बचपन में शिमला आने की मेरी सबसे प्यारी यादों में से एक था कालका से शिमला के रास्ते में खिड़की से बाहर नज़ारों को ताकते रहना। ये कोई हैरानी की बात नहीं है कि मैं यादगार सड़क यात्राओं के बीच बड़ा हुआ हूँ। हालांकि, दिल्ली से शिमला ड्राइव में अब कोई मज़ा नहीं। पूरा रास्ता बस एक के बाद एक बाईपास है। और जैसे ये काफी नहीं था तो अब सुंदर कालका-शिमला सड़क भी जल्द ही आठ लेन वाले हाइवे में तब्दील होने वाली है।

कहाँ गुम हो गया मेरा प्यारा शिमला?

जैसे ही आप धूल भरी सड़कों से गुज़रते हुए शिमला पहुँचकर वहाँ घूमना शुरू करते हैं आप यह सोचना शुरू कर देते हैं कि शिमला दिल्ली या मुंबई जैसे शहर से अलग है या नहीं। शिमला के स्थानीय मंदिर और व्यू पॉइंट, जिसके लिए ये हिल स्टेशन जाना जाता है, अब मानों टूरिस्ट मैप से गायब होते चले जा रहे हैं। यहाँ की वास्तुकला भी काफी बदल चुकी है। पुरानी ब्रिटिश इमारतें गायब होती जा रही हैं और उनकी जगह ले रहीं है एक जैसी दिखती शहरी इमारतें।

पारंपरिक कारीगर और उनकी दुकानों की जगह नए ब्रैंड्स के शोरूम ने ले ली है। लोगों ने कॉफी हाउस और सरकारी रेस्तरांं में जाना बंद कर दिया है। स्पोर्ट्स बार और हिप्स्टर कैफेज़ ने अब शिमला के खाने-पीने के सीन पर कब्ज़ा कर लिया है। आप यकीन नहीं करेंगे लेकिन अब शिमला की मशहूर जगहों में से एक बन गया है, जहाँ रखे स्टैचूज़ को आप शायद ही पहचान पाएँ।

घटते संसाधन!

शिमला में रोज़ाना आते सैलानियों की तादात हर दिन बढ़ती जा रही है और इसकी वजह से यहाँ के यहाँ के प्राकृतिक संसाधन पर काफी ज़ोर पड़ रहा है। चाहे आप किसी भी होटल में ठहरें, शिमला का जल संकट आप तक भी ज़रूर पहुँचेगा। परंपरागत रूप से, हिमाचल प्रदेश भारत के उन राज्यों में से एक है जो अतिरिक्त बिजली का उत्पादन करता है। लेकिन बढ़ती भीड़ ने यहाँ कि परिस्थिति को ऐसा मोड़ दिया है कि बिजली कटौती अब इस क्षेत्र में एक आम बात है। मामलों को बदतर बनाने के लिए, शिमला में अब जगह ही कमी की की परेशानी भी खड़ी होने लगी है। इस वजह से पार्किंग, घरों और सामाजिक कामों के लिए जगह नहीं मिल पा रही।

Photo of शिमला की ये बदलती तस्वीर एक बुरी खबर है! 5/5 by Bhawna Sati

खूबसूरत नज़ारों और शांति से भरा हुआ शिमला अब शोर से गूंंजता जा रहा है और हम इसके लिए कुछ नहीं कर रहे। किसी जगह को घूमने-फिरने का मतलब उसका शोषण करना नहीं होता। पर्यटकों के तौर पर हमें जागरुक होकर यात्रा करनी चाहिए। हमें बदलाव की ज़रूरत है और हमें तुंरत इसकी ज़रूरत है।

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