
कल्पना कीजिए कि सर्दियों का मौसम है और आप एक छोटे से गाँव में हैं जो हर तरफ बर्फ से ढका हुआ है। गांव में करीब एक दर्जन घर हैं और सभी एक-दूसरे को जानते हैं। अब एक नज़र चारों ओर घुमाये, आप बर्फ ढके पहाड़ और सूरज को चूमती हुयी चोटियां देख रहे है । पास की एक पहाड़ी पर, स्थानीय लोग मुट्ठी भर पर्यटकों को स्की और स्नोबोर्ड करना सिखा रहे हैं, जिसमें बच्चे इधर-उधर भाग रहे हैं और बर्फ में एक-दूसरे के ऊपर गिर रहे हैं और यह सब तब हो रहा है जब आप अपनी जैकेट में कवर है, एक कप चाय और स्वाद के लिए मैगी की एक गर्म प्लेट के साथ जिंदगी के मजे ले रहे है । ठीक है, अगर आपको इस बारे में सोचने में मज़ा आया, तो सेथन की यात्रा करें और आप यह सब और बहुत कुछ स्वयं अनुभव कर सकते हैं!
सेथन गांव क्यूँ लुभाता है पर्यटकों को? -

मनाली से करीब 13 किमी दूर सेथन एक छोटा सा गांव है। सेथन के निवासी ज्यादातर वर्तमान हिमाचल के विभिन्न हिस्सों के प्रवासी हैं जो अनिवार्य रूप से चरवाहे थे। इस छोटे से बौद्ध गांव में केवल 20 घर हैं जो शानदार दृश्य प्रस्तुत करते हैं। यहाँ पर्यटक सेथन से राजसी धौलधार पर्वतमाला के साथ-साथ धौलधार और पीर पंजाल पर्वतमाला को विभाजित करते हुए तल पर बहने वाली ब्यास नदी को देख सकते है। घने जंगलों के बीच बर्फ की मोटी परत में बसा हुआ सेथन गांव इग्लू हाउस के नाम से भी फेमस है। बर्फ से बने इग्लू में सैलानी अपनी छुट्टियां बिताने के लिए बड़ी संख्या में यहां पहुंच रहे हैं। सैलानी -15 डिग्री सेल्सियस में भी इग्लू हाउस में रह कर खूब मजे लेते है। यह स्थान दस हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित है और यहां के नजारें इतने खूबसूरत है कि सैलानी यहां खिंचे चले आते हैं।
7 कारण है जिसके लिए आपको सेथन गांव की यात्रा करनी चाहिए -
1. स्कीइंग और स्नोबोर्डिंग -

जब कोई भारत में स्कीइंग के बारे में सोचता है, तो सबसे पहले जो नाम दिमाग में आता है वह है औली और इसकी आदर्श ढलानें। अगर कम भीड़भाड़ में स्कीइंग और स्नोबोर्डिंग को इन्जॉय करना चाहते है तो सेथन परफेक्ट जगह है। यहां, आप अपनी सपीड से स्कीइंग और स्नोबोर्डिंग सीख सकते हैं। यह जगह आपको कम भीड़, कम प्रतीक्षा समय, कम प्रदूषण और अधिक शांतिपूर्ण वाइब्स का अनुभव कराती है। अब आप जानते हैं कि अपनी बकेट लिस्ट से स्कीइंग कहाँ की जानी चाहिए!
2. इग्लू स्टे -

संभवत: यह देश में पहली ऐसी जगह है जहां इग्लू तैयार किए गए हैं। इग्लू के अंदर बिस्तर भी बर्फ से बना हुआ ही मिलेगा। यहां खाना से लेकर एडवेंचर गेम आदि सभी का इंतजाम है। केवल सर्दियों के दौरान ही स्कीइंग, स्नोबोर्डिंग और इग्लू स्टे का आनंद लिया जा सकता है। इन गतिविधियों के लिए सबसे अच्छा समय मध्य जनवरी से अप्रैल है। यह एक ऐसा एक्सपीरियंस है जिसे आपको मिस नहीं करना चाहिए।
3. कैम्पिंग -

जब हम किसी यात्रा पर जाते हैं, तो लगभग हमेशा एक नई जगह के बारे में जानने, नए अनुभवों को आजमाने और अपने लोगों के आतिथ्य का आनंद लेने के लिए करते है। लेकिन, हम यह सब यथासंभव आराम से करने की कोशिश करते हैं। हालाँकि, कभी-कभार, खुले में डेरा डालना और कुछ अनुभवों का आनंद लेना भी लेना जरूरी होता है और जब कैम्पिंग कुछ शानदार दृश्य प्रस्तुत करता है, तो आप वास्तव में आप भी शिकायत नहीं कर सकते, है ना?
4. हाइकिंग और ट्रैकिंग -

सेथन की लुभावनी सुंदरता निश्चित रूप से किसी को भी इस जगह की और अधिक खोज करने के लिए प्रेरित करेगी। सेथन कई दिन के ट्रेक प्रदान करता है जो गर्मियों के दौरान और सर्दियों के मौसम (जून से नवंबर) से ठीक पहले आदर्श होते हैं। अधिक लोकप्रिय और कई दिनों तक चलने वाले ट्रेक में से एक हम्पटा दर्रा ट्रेक है। हम्पटा पास ट्रेक में सेथन का बेस कैम्प है। हालांकि, सर्दियों के दौरान जब पूरा मार्ग बर्फ से लदा होता है, तो ट्रेक की सुंदरता का एक अलग स्तर होता है।
5. लुभावने दृश्य -

अब तक आप जान ही चुके होंगे कि इस जगह से दुनिया के कुछ अद्भुत नज़ारे देखने को मिलते हैं। लेकिन, इसके लिए मेरे द्वारा कहे गये शब्दों पर विश्वास न करें, उस सुंदरता का खुद अनुभव करें जो यह जगह व्यक्तिगत रूप से है। अगर मौसम अच्छा है, तो आप कुछ शानदार सूर्यास्त और सूर्योदय का आनंद ले सकते हैं। इसके अलावा, आपके चारों ओर की राजसी पहाड़ियाँ और कुल्लू घाटी का नज़ारा, कुछ ऐसे नज़ारे हैं जो आपकी यादों में हमेशा बने रहेंगे।
6. नाइट स्काई -

कहने में यह दुखद है पर सच है, एक प्रदूषित और रोशनी से भरे शहर में तारों से जड़े आकाश को देख सकना बिल्कुल भी संभव नहीं है। पर सेथन, में आप इस नज़ारे का लुत्फ उठा सकते है। रात के समय आकाश, जो सितारों से भरा होता है और चांदनी अपने आप में पहाड़ों को रोशन करती है। जो एक अद्भुत मंजर होता है। इस नज़ारे को भला कौन मिस करना चाहेगा।
7. नो नेटवर्क -

सेथन में कोई सेलुलर नेटवर्क नहीं है। आखिरी नेटवर्क जो आपको मिलेगा वह सेथन से पहले ही मिलेगा। किसी भी नेटवर्क के बिना, आप हर पल को नाॅटिफिकेशन्स की चिंता करे बगैर एन्जॉय कर पायेंगे और वहाँ के अद्भुत सुन्दर दृश्यों में खोने को मजबूर हो जाएंगे। सुनिश्चित करें कि आप इसका अधिक से अधिक लाभ उठाएं।
ऐसे पहुंचें सेथन गांव -
मनाली से टैक्सी लेकर 15 किलोमीटर दूर हामटा तक जाया जा सकता है। उसके साथ ही सेंथन गांव लगता है। टैक्सी आपको 1000 रु से 1500 रु तक में मिल जायेगी। यदि बर्फ के कारण सड़क बंद हो तो मनाली से तीन किलोमीटर दूर प्रीणी नामक स्थान से पैदल 12 किमी का सफर तय कर यहां पहुंचा जा सकता है।
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