सर्दियों में बना रहे हैं घूमने का प्लान? सिक्किम की ये वैली जन्नत से कम नहीं

Tripoto
Photo of सर्दियों में बना रहे हैं घूमने का प्लान? सिक्किम की ये वैली जन्नत से कम नहीं by Rishabh Dev

जिस जगह पर लोग कम और खूबसूरती ज्यादा दिखाई दे तो समझ जाओ कि यहाँ आना हर किसी की वश की नहीं है। वैसे भी बेहद खूबसूरत जगह पर पहुँचना आसान नहीं होता है। तकलीफें उठाने के बाद जब आप अपनी मंजिल पर पहुँचते हैं तब आपको समझ आता है कि आपने क्या पाया? इन जगहों पर आपको कम ही लोग मिलेंगे इसलिए नहीं कि ये बेहद अनछुई है। इन जगहों पर लोग कम हैं क्योंकि ये जगह खतरनाक भी है और पहुँचना कठिन भी है। अगर आप ठेठ घुमक्कड़ हैं और स्वर्ग जैसी जगह को देखना चाहते हैं तो आपको सिक्कम के यूमेसमडोंग आना चाहिए।

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यूमेसमडोंग को जीरो प्वाइंट के नाम से भी जाना जाता है। ये जगह चीन के बाॅर्डर के बहुत पास है इसलिए यहाँ सिक्योरिटी बहुत ज्यादा है। लाचुंग नदी के किनारे बसा यूमेसमडोंग समुद्र तल से 15,300 फ़ीट की ऊँचाई पर स्थित है। अपनी खूबसूरती से हैरान कर देनी वाली ये जगह यमुथांग से 15 किमी. और लाचुंग से 28 किमी. की दूरी पर है। यहाँ चारों तरफ बर्फ ही बर्फ दिखाई देती है। इतनी ऊँचाई पर होने की वजह से आपको सांस लेने में दिक्कत आएगी। कभी न खत्म होने वाली खूबसूरती को देखने का मौका देता है यूमेसमडोंग। यहाँ आकर आपको लगेगा कि इस जन्नत को हमने पहले क्यों नहीं देखा? ये कोई जगह नहीं है बल्कि मौका है अपने देश के एक नायाब जगह को समझने का। अगर आप सिक्क्मि का प्लान बनाते हैं तो आपको यूमेसमडोंग को उसमें जरूर रखना चाहिए।

क्यों जाएं?

अगर आपके जेहन में ये सवाल आ रहा है कि सिक्कम के जीरो प्वाइंट यूमेसमडोंग को देखने क्यों जाएं तो इसकी वजह हम आपको बता देते हैं। ये जगह सिक्किम की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है। इसके बिना सिक्किम घूम लेना अधूरा है। समुद्र तल से 4,274 मीटर की ऊँचाई की इस जगह पर आपको आखिरी बार लोग दिखाई देंगे। आपको यहाँ आना चाहिए क्योंकि यहाँ हर कोई नहीं पहुँच पाता है। बर्फ से ढंके नजारे और जमा देनी वाली ठंड के बीच सांस लेना का मौका देता है यूमेसमडोंग। हमने यूमेसमडोंग जाने कुछ वजह आपको बता दी हैं, बाकी आप इस जगह पर जाकर पा लेंगे।

पररिमट

सिक्किम का यूमेसमडोंग भारत-चीन के बाॅर्ड के बहुत पास है। इस घाटी में जगह-जगह पर सेना के जवान हमारी सुरक्षा के लिए तैनात रहते हैं। इस वजह से आपको यहाँ जाने के लिए परमिट की जरूरत पड़ेगी। आप परमिट तीन जगह से ले सकते हैं, गंगटोक टूरिज्म ऑफिस, जिला प्रशासनिक केन्द्र और चंगथांग सब डिवीजनल मजिस्ट्रेट ऑफिस। परमिट के लिए आपको एक दिन पहले आवेदन करना होगा।

ये परमिट सोलो ट्रैवलर को नहीं मिलता हैं। अगर आप ग्रुप में है तभी आपको यूमेसमडोंग जाने की परमिशन मिलेगी। इसके अलावा जीरो प्वाइंट पर 5 साल से कम के बच्चों को साथ ले जाना मना है। आप परमिट पाने के लिए सिक्किम के रजिस्टर्ड टूर ऑपरेटर्स से भी हेल्प ले सकते हैं। परमिट पाने के लिए आपके पास वोटर आईडी/आधार कार्ड/पेन कार्ड में कोई एक होना चाहिए और 4 फोटो होनी चाहिए। अगर आपके पास ये सब नहीं है तो यूमेसमडोंग जाना तो भूल ही जाइए।

कैसे पहुँचे?

यूमेसमडोंग जाने के लिए आपको यमुथांग वैली पहुँचना होगा। यहाँ से आप रजिस्टर्ड टूर ऑपरेटर्स की कैब बुक करके जीरों प्वाइंट जा सकते हैं। आप यमुथांग तक फ्लाइट, ट्रेन और वाया रोड आराम से पहुँच सकते हैं।

फ्लाइट सेः अगर आप फ्लाइट से यमुथांग आना चाहते हैं तो सबसे नजदीकी एयरपोर्ट बागडोगरा एयरपोर्ट है जो गंगटोक से 124 किमी. की दूरी पर है। एयरपोर्ट से गंगटोक पहुँचिए, वहाँ से यमुथांग और यमुथांग से यूमेसमडोंग तक आराम से जा सकते हैं।

ट्रेन सेः यदि आप ट्रेन से आने का प्लान बना रहे हैं तो सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन पश्चिम बंगाल का न्यू जलाईपुड़ी है। न्यू जलाईपुड़ी से गंगटोक की दूरी 148 किमी. है। गंगटोक से आप यूमेसमडोंग आसानी से पहुँच सकते हैं।

वाया रोडः अगर आप वाया रोड यमुथांग जाना चाहते हैं तो रोड कनेक्टविटी अच्छी है। गंगटोक से लाचुंग की दूरी 113 किमी. है। यहाँ से आप यूमेसमडोंग आराम से पहुँच सकते हैं।

कब जाएं?

यूमेसमडोंग भारत की सबसे ठंडी जगहों में से एक है। सर्दियों में तो यहाँ आना बेहद मुश्किल है लेकिन नामुमकिन नहीं है। रोड बर्फ की वजह से जाम हो जाती है इसलिए आपको मार्च से जून के बीच यूमेसमडोंग वैली का प्लान बनाना चाहिए। गर्मियों में भी यहाँ आपको चारों तरफ बर्फ ही बर्फ दिखाई देगी लेकिन तब रोड चलने लायक हो जाती है। यूमेसमडोंग में ठहरने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। आप यमुथांग और लाचुंग में होटल और होमस्टे में ठहर सकते हैं।

क्या देंखें?

1- लाचुंग मोनेस्ट्री

सिक्किम बौद्ध मठों का घर है। सिक्किम में आपको हर छोटी-बड़ी जगहों पर मोनेस्ट्रीज मिल जाएगी। लाचुंग मोनेस्ट्री सिक्किम की सबसे पुरानी और खूबसूरत मोनेस्ट्री है। कहा जाता है कि इसको 1880 में बनवाया गया था। देश-विदेश से लोग इस गोम्पा को देखने जरूर आते हैं। इसके अलावा लाचेन में भी एक पुरानी मोनेस्ट्री है जिसे आप देख सकते हैं। ये मठ आपकी सिक्किम यात्रा को यादगार बना देंगे।

2- यमुथांग हाॅट स्प्रिंग

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सिक्किम अपनी खूबसूरती और हैरान कर देने वाली जगहों से हर किसी का मन मोह लेता है। सिक्किम में एक गर्म कुंड भी है। चाहे कितनी भी ठंड या बर्फ पड़ती रहे इस कुंड का पानी हमेशा गर्म बना रहता है। कहते हैं कि ये गर्म पानी आपकी सारी बीमारियों को दूर कर देगा। ये गर्म कुंड यमुथांग में है। लोग इस जगह को देखने के लिए दूर-दूर से आते हैं। लोग इस पानी को बोतल में भरकर ले जाते हैं। इस गर्म कुंड का तापमान 50 डिग्री है। अगर आप भी सिक्किम की जादुई जगह देखना चाहते हैं तो यमुथांग आइए। यूमेसमडोंग वैली से भी ये गर्म कुंड बहुत ज्यादा दूर नहीं है।

3- कटाओ वैली

आपने सिक्किम की फूलों की घाटी के बारे में तो सुना ही होगा लेकिन आपने शायद ही कटाओ घाटी का नाम सुना हो। यूमेसमडोंग के पास में ही है कटाओ वैली। बर्फ से ढंके खूबसूरत पहाड़ों के नजारे देखने के लिए कटाओ वैली बेस्ट है। अगर आप हिमालय की खूबसूरती के गवाह बनना चाहते हैं तो आपको कटाओ वैली ही जाना चाहिए। जब आप यूमेसमडोंग जाएं तो इस वैली को देखना न भूलें।

4- गुरुडोंगमर लेक

भारत की सबसे खूबसूरत झीलों में से एक है, गुरुडोंगमर लेक। पहाड़ों से घिरी खूबसूरत जगह पर स्थित ये झील किसी जन्नत से कम नहीं है। इस झील का नाम गुरुपद्मसंभव के नाम पर पड़ा है। पहले ये जगह अनछुई हुआ करती थी लेकिन अब धीरे-धीरे लोग इस जगह पर आने लगे हैं। यूमेसमडोंग वैली देखने आएं तो गुरुडोंगमर लेक भी देखें। इसके अलावा आप यहाँ सेवेन सिस्टर वाटरफाॅल, थंगाऊ, चोपता वैली, मंगन और सिंघिक को देख सकते है। अगर आपको बर्फबारी देखनी है तो इसके लिए यूमेसमडोंग परफेक्ट है।

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