महाकाल की नगरी उज्जैन धार्मिक दृष्टि से कितनी महत्वपूर्ण है ये हम सभी जानते हैं लेकिन महाकालेश्वर मंदिर के अलावा भी इस पवित्र नगरी में ऐसे कई स्थान है जो की पौराणिक और धार्मिक दृष्टि से बेहद खास हैं। अब कृष्ण भगवान का बचपन उत्तरप्रदेश के मथुरा, वृन्दावन, गोकुल वगैरह में बिता था ये बात भी हम सभी जानते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि कंस का वध करने के बाद 11 वर्ष की आयु में श्री कृष्ण शिक्षा प्राप्त करने अवंतिका नगरी उज्जैन आये थे। और सिर्फ भगवान कृष्ण ही नहीं बल्कि बड़े भाई बलराम जी और मित्र सुदामा जी ने भी यहीं पर शिक्षा ली थी। साथ ही माना जाता है कि यह गुरुकुल विश्व का प्रथम गुरुकुल है जहाँ करीब 5000 वर्ष पहले भगवान कृष्ण ने शिक्षा ग्रहण की थी। तो चलिए बताते हैं आपको इसके बारे में पूरी जानकारी...
सांदीपनि आश्रम, उज्जैन
उज्जैन की मंगलनाथ रोड पर स्थित सांदीपनि आश्रम करीब 5000 वर्ष पुराना आश्रम है जहाँ के लिए बताया जाता है कि यहाँ भगवान कृष्ण के साथ उनके भाई बलराम और सुदामा जी ने शिक्षा प्राप्त की थी। बताया जाता है कि यहाँ कृष्ण जी ने कुल 64 दिन तक शिक्षा प्राप्त की थी और इन 64 दिनों में उन्होंने कुल 64 विधाएं और 16 कलाएं सीखी थी जिसके बाद वो पहले जगत गुरु बने थे। इस आश्रम का नाम श्री कृष्ण के गुरु महर्षि सांदीपनि जी के नाम पर ही रखा गया है और यह आश्रम करीब 5275 वर्ष पुराना बताया जाता है। अगर हम भगवान श्री कृष्ण के बचपन की बात करते हैं तो उसमें सांदीपनि आश्रम का नाम जरूर आता है जहाँ वे 11 वर्ष और 7 दिन की आयु में आये थे और 64 दिनों तक शिक्षा ग्रहण की थी।
आपको बता दें कि जहाँ आप अधिकतर मंदिरों में भगवान कृष्ण के बासुंरी बजाते हुए दर्शन करते हैं वहीं यहाँ आपको भगवान कृष्ण हाथ में स्लेट और कलम लिए हुए बैठे हुई मुद्रा में दर्शन देते हैं। यहाँ बालगोपाल कृष्ण के विधार्थी रूप के दर्शन करना सच में बेहद मनमोहक होता है।
आश्रम में देखने लायक अन्य जगहें
आश्रम में कृष्ण भगवान के बाल रूप के दर्शन तो आप करेंगे ही लेकिन इसके अलावा भी यहाँ देखने के लिए बहुत कुछ है। धार्मिक व पौराणिक रूप से महत्वपूर्ण गोमती कुंड के दर्शन भी आप यहाँ कर सकते हैं जो सच में देखने में बेहद प्राचीन लगता है और इसी के साथ आप यहाँ दो मुख्य मंदिरों में दर्शन कर सकते हैं। कुन्डेश्वर महादेव व सर्वेश्वर महादेव मन्दिर नाम के ये दोनों मंदिर बेहद प्राचीन हैं और जिनमें से सर्वेश्वर महादेव मंदिर के लिए तो यहाँ लिखा गया है कि इस मंदिर में बने शिवलिंग को खुद ऋषि सांदीपनि ने बिल्व पत्र से उत्पन्न किया था और यह करीब 6000 वर्ष पुराना है।
आश्रम में इन मंदिरों में दर्शन करके आप 84 बैठक के साथ बने एक विशाल कक्ष को भी देख सकते हैं। इसके अलावा आप यहाँ कृष्ण-बलराम-सुदामा विद्या स्थल में अति प्राचीन खड़े नंदी जी और धन कुबेर जी की अद्वितीय प्रतिमा के दर्शन भी कर सकते हैं।
आश्रम से जुडी अन्य खास मान्यताएं
सांदीपनि आश्रम से जुडी एक बेहद खास मान्यता यह भी है कि यह वही स्थान है जहाँ हरि का हर से मिलान हुआ था। हरि का अर्थ भगवान कृष्ण से है और वहीं हर का अर्थ भगवान भोलेनाथ से है। जब श्री कृष्ण बाल रूप में यहाँ शिक्षा ग्रहण करने आये थे तब भगवान शिव उनसे यहीं पर मिले थे और उनकी बाल लीलाओं का आनंद भी लिया था। इसी प्रकार से यह स्थान हरिहर के मिलान का वो महत्वपूर्ण स्थान भी है।
इसके अलावा सांदीपनि आश्रम को पहले के समय में अंकपात भी कहा जाता था और आज भी सांदीपनि आश्रम के पास ही एक स्थान को अंकपात नाम से जाना जाता है जिसके लिए यह मान्यता है कि यहाँ श्री कृष्ण पढाई करते समय स्लेट पर लिखे अंको को धोकर मिटाते थे जिस वजह से इस स्थान का नाम अंकपात पड़ा।
कैसे पहुंचे?
हमारे देश में एक बेहद महत्वपूर्ण धार्मिक नगरी होने और इसी के साथ भारत देश के मध्य में होने की वजह से उज्जैन पहुंचना वास्तव में बेहद आसान है। आप हवाई मार्ग से, रेल मार्ग से या फिर सड़क मार्ग से आसानी से इस पवित्र नगरी आ सकते हैं। हालाँकि हवाई मार्ग से आने के लिए आपको उज्जैन के निकटतम एयरपोर्ट इंदौर एयरपोर्ट पर पहुंचना होगा और फिर वहां से आसानी से आप टैक्सी, बस या ट्रैन के माध्यम से उज्जैन पहुँच सकते हैं। इसके अलावा सड़क मार्ग और रेल मार्ग से उज्जैन देश के प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
फिर उज्जैन पहुंचकर आसानी से टैक्सी वगैरह करके या फिर खुद के वाहन से मंगलनाथ रोड पर सांदीपनि आश्रम पहुँच सकते हैं जिसे अंकपात नाम से भी जाना जाता है। आपको बता दें कि यह आश्रम उज्जैन रेलवे स्टेशन से सिर्फ 4-5 किलोमीटर दूर है।
तो अगर आप उज्जैन में महाकालेश्वर के दर्शनों के लिए जा रहे हैं या फिर उज्जैन के आस-पास ही रहते हैं तो सांदीपनि आश्रम जरूर जाएँ। इससे जुड़ी जितनी भी जानकारियां हमारे पास थीं हमने इस लेख के माध्यम से आपसे साझा करने की कोशिश की है। अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगी तो इस आर्टिकल को प्लीज लाइक जरूर करें और ऐसी ही अन्य जानकारियों के लिए आप हमें फॉलो भी कर सकते हैं।
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