मुंबई से करीब 200 किमी की दूरी पर स्थित Sandhan Valley को प्रकृति ने बहुत पैशन के साथ बनाया है। महाराष्ट्र के सह्याद्री पर्वत श्रृंखला का हिस्सा Sandhan Valley कुछ इस तरह तराशा गया है कि यह आपको अमेरिका के ग्रैंड कैन्यन तक की याद दिला देता है। करीब 200 से 400 तक फीट गहरी और लगभग 2 से 2.5 किमी लंबी Sandhan Valley कई जगह पर महज 3 फीट के दायरे में सिमट कर रह जाती है। यही कारण है कि इसके ज्यादातर हिस्सों में दिन के अधिकतर समय सूरज की रोशनी पहुंच ही नहीं पाती है। दिन के ज्यादातर समय सूरज की रोशनी से अछूता रहने के चलते Sandhan Valley को Valley Of Shadows के नाम से भी जाना जाता है।
अगर आप मुंबई, पुणे और नासिक जैसे इलाकों में रहते हैं और आपको एडवेंचर का कीड़ा हर वीकेंड काटता है। तो फिर अगले वीकेंड आप Sandhan Valley ट्रिप के जरिए अपने अंदर के एडवेंचरस सोल को काफी हद तक संतुष्ट कर सकते हैं। Sandhan Valley ट्रिप में आपके पास ट्रेकिंग और रैपलिंग करने के साथ ही जंगल में कैम्पिंग करने का भी बढ़िया ऑप्शन उपलब्ध है। यानी आपको एक ही ट्रिप में तीन अलग-अलग तरह के एडवेंचर करने का मौका मिल जाएगा। तो चलिए जानते हैं कि आप Sandhan Valley तक का सफर कैसे तय कर सकते हैं।
अहमदनगर जिले की सीमा के अंतर्गत पहाड़ी इलाके में मौजूद Sandhan Valley खुद तो खूबसूरत है ही और साथ ही इसके चारों तरफ भी एक से बढ़कर एक देखने लायक टूरिस्ट पॉइंट मौजूद हैं। महाराष्ट्र का मिनी माउंट एवरेस्ट कहे जाने वाला कलसुबाई शिखर, महाराष्ट्र की सबसे कठिनतम ट्रेकिंग में गिने जाने वाला अलंग-मदन-कुलंग फोर्ट, सह्याद्री का गहना कहे जाने वाला रतनगढ़ फोर्ट और भंडारदरा जैसा मनोरम डैम सब कुछ Sandhan Valley के आस-पड़ोस में ही मौजूद है। मतलब साफ है कि जब आप यहां घूमने आएंगे तब इसके साथ प्रकृति के और भी नायाब नजारों को देखने का लुत्फ उठा पाएंगे।
अगर आप मुंबई से Sandhan Valley तक का सफर तय करना चाह रहे हैं, तो आपके पास अपने निजी वाहन या फिर ट्रेन से यात्रा करने का विकल्प मौजूद होगा। मुंबई से सड़क मार्ग के जरिए आप करीब 200 किमी का सफर तय कर सीधे Sandhan valley के बेस विलेज साम्रद गांव पहुंच जाएंगे। वहीं अगर आप ट्रेन से सफर तय करना चाह रहे हैं तो फिर आपको थोड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी। आपको सबसे पहले मुंबई से कसारा तक की लोकल ट्रेन पकड़नी होगी। इसके बाद कसारा स्टेशन से आप 150 रुपए प्रति व्यक्ति खर्च कर शेयरिंग टैक्सी के जरिए साम्रद विलेज तक पहुंच जाएंगे। नासिक से भी पब्लिक ट्रांसपोर्ट के जरिए 100 किमी का सफर तय कर साम्रद विलेज पहुंचा जा सकता है।
पुणे से आने वाले लोगों को साम्रद विलेज तक पहुंचने के लिए करीब 250 किमी की दूरी तय करनी होती है। और इस दूरी को मुख्यतः राज्य परिवहन की बस के जरिए ही तय किया जाता है। रास्ता लंबा जरूर होता है लेकिन रास्ते के दोनों तरफ नजारे इतने दिलकश होते हैं कि यह दूरी भी देखते ही देखते तय हो जाती है। यानी मुंबई, पुणे और नासिक इन तीनों बड़े शहरों से Sandhan Valley के बेस विलेज साम्रद गांव तक पहुंचने का रास्ता बेहद सुगम है। और आप यहां यातायात के किसी भी साधन के जरिए आसानी से पहुंच सकते हैं। बाकी हमारी सलाह होगी कि अगर आप सुहाने सफर का मजा उठाते हुए मंजिल तक पहुंचना चाहते हैं तो फिर अपने निजी वाहन से यहां आना ही सबसे सही और खूबसूरत विकल्प होगा।
बेस विलेज साम्रद से Sandhan Valley ट्रेक के स्टार्टिंग पॉइंट तक पहुंचने के लिए आपको करीब 15 मिनट का छोटा सा जंगल ट्रेक करना होता है। और जब आप Sandhan Valley के प्रवेशद्वार पर पहुंचते हैं, तब आपकी मुलाकात सफर के पहले एडवेंचर यानी रैपलिंग से होगी। करीब 45 फीट की ऊंचाई से आप रस्सियों के जरिए Sandhan Valley में उतरने के रोमांचक अनुभव के साथ डिसेंडिंग ट्रेक की शुरुआत करनी होती है। इसके बाद आपको करीब 2 किमी तक का सफर दो बड़ी चट्टानों के बीच 200 से 400 फीट तक की गहराई और कहीं-कहीं महज 3 फीट जितनी चौड़ाई में चलकर ही तय करना होगा।
यह बात जगजाहिर है कि मॉनसून के मौसम में महाराष्ट्र का सह्याद्री पर्वत का सारा इलाका पानी से मिलन के साथ सोलह शृंगार कर लेता है। जिसके चलते इन पहाड़ों की खूबसूरती सातवें आसमान तक पहुंच जाती है। लेकिन समस्या यह है कि बारिश के मौसम में Sandhan Valley में पानी के खतरनाक बहाव और स्तर के चलते ट्रेकिंग नहीं होती। और ठंड के समय भी पानी का स्तर इतना कम नहीं होता कि सामान्य लोग भी आसानी से Sandhan Valley के अंदर ट्रेकिंग कर पाए। इसलिए इस इलाके में जाने का सबसे सही समय गर्मियों का ही होता है। क्योंकि तब Sandhan Valley में पानी के जमाव वाला ज्यादातर हिस्सा सुख चुका होता है।
वैसे गर्मी का मौसम कितना ही प्रचंड क्यों ना हो फिर भी 2-3 जगहें तब भी ऐसी होती ही हैं, जहां पर पानी सालभर भरा रहता है। हालांकि इन्हें क्रॉस करने के लिए स्थानीय लोगों द्वारा कामचलाऊ नाव का इंतजाम भी किया गया होता है। इसके जरिए आप आसानी से वॉटर बॉडी को पार कर आगे बढ़ सकते हैं। ज्यादातर लोग वैसे पानी के इन स्रोतों में भीगकर आगे बढ़ने में ही ज्यादा आनंद का अनुभव करते हैं। क्योंकि यह सब एक्टिविटी उनके एडवेंचर में इजाफा करने का ही काम करती है। इसलिए हमारी राय में भी गर्मी मौसम को मात देने के लिए ठंडे पानी में राहत की डुबकी लगाकर आगे बढ़ना आपके लिए बेहतर ऑप्शन होगा।
Sandhan Valley का डिसेंडिंग ट्रेक स्टार्ट पॉइंट से एंड पॉइंट तक कवर करने में आपको लगभग 2 से 3 घंटे का समय लग जाएगा। करीब 200 से 400 फीट तक की गहराई में उतरकर 2 चट्टानों के बीच कहीं-कहीं महज 3 फीट जितने कम फासले से होते हुए 2 से 2.5 किमी लंबे एक पथरीले और ऊबड़खाबड़ रास्ते से गुजरने का अनुठा अनुभव आप जीवनभर याद रखेंगे। Sandhan Valley के एंड पॉइंट पर पहुंचकर आपको दोबारा खुली-खुली दुनिया नजर आने लगेगी। आपकी आंखों के सामने एक बार फिर सह्याद्री पर्वत श्रृंखला के ढेर सारे खूबसूरत पहाड़ होंगे। यहां आने वाले ज्यादातर लोगों के लिए यह पॉइंट यहां ठहरकर पैरों की थकान मिटाने का और सामने नजर आ रहे नजारों को निहारकर मन को तरोताजा करने की बेस्ट जगह है।
इस एंड पॉइंट के बाद आपके सामने चुनने के लिए 2 विकल्प होते हैं। पहला तो यह कि आप 2 किमी का उल्टा ट्रैक कर दोबारा साम्रद विलेज पहुंच सकते हैं। या फिर यहां से डिसेंडिंग ट्रैक को अगले 5-6 किमी तक आगे और जारी रखते हुए Sandhan Valley के एक दूसरे बेस विलेज देहेने तक जा सकते हैं। दोनों ही स्थिति में आपको बेस विलेज तक पहुंचते-पहुंचते रात हो ही जाएगी। इसलिए बेस विलेज में ठहरकर आप कैम्पिंग भी कर सकते हैं। क्योंकि रात की कपकपाती ठंड और उससे बचने के लिए कैम्प के बाहर जल रहे अलाव के पास बैठकर आसमान में अरबों-खरबों तारों को टिमटिमाते देखने सौभाग्य हर किसी के हिस्से नहीं आता। देर रात तक खुले आसमान में तारों की रंगबिरंगी महफिल को जी-भरकर निहारने के बाद आप स्वादिष्ट स्थानीय व्यंजन का स्वाद लेकर अपने कैम्प में सोने चले जा सकते हैं। और फिर अगली अगली सुबह आपको इस ट्रिप पर की गई धमाचौकड़ी की याद समेटकर अपने घर लौट जाना है।
उपर्युक्त सारी जानकारी उन लोगों के लिए जो Sandhan Valley अपने स्तर पर जाने की सोच रहे हैं। लेकिन अगर आप इस अनजानी जगह पर किसी ट्रैकिंग ग्रुप के जरिए जाना चाह रहे हैं, तो इसके लिए भी आपके पास बहुत सारे विकल्प खुले होते हैं। आपके पास पहला ऑप्शन तो यह होता है कि आप सबसे पहले बेस विलेज साम्रद तक अपने साधन के जरिए पहुंचे और फिर से लोकल गाइड के साथ आगे का सफर सुरक्षित ढंग से पूरा करें। इसके लिए आपको प्रति-व्यक्ति करीब 800 से 1000 रुपए तक खर्च करने होते हैं। इसमें आपको गाइड के साथ खाने-पीने और कैम्पिंग की सुविधा भी मिल जाएगी।
इसके अतिरिक्त दूसरा ऑप्शन यह होगा कि आप मुंबई और पुणे शहर से Sandhan Valley ट्रिप ऑर्गेनाइज करने वाले ग्रुप में शामिल हो जाएं। इस तरह के ट्रेक ऑर्गेनाइजर 1500 से 2000 रुपए प्रति व्यक्ति में आपको घर से Sandhan Valley और दोबारा घर तक छोड़ने का इंतजाम कर देते हैं।
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