सबसे ज़्यादा मज़ेदार क्या होता है? पहाड़ चढ़ना, या फिर किसी ख़तरनाक से भुतहा घर में दोस्तों के साथ चीखना चिल्लाना, या फिर रात में जंगल की सफ़ारी पर निकल जाना। तो क्या कभी रोड ट्रिप पर गए हो? नहीं गए, तो 'सबसे ज़्यादा मज़ेदार' की लिस्ट अभी अधूरी है।
इतना बड़ा देश है भारत, लम्बाई और चौड़ाई के मामले में। सांस्कृतिक रूप से हमारा सानी पूरी दुनिया में नहीं है। कुछ ऐसे लम्हे आप सिर्फ़ यहाँ की मिट्टी में ही जी सकते हो। तो आओ मेरे साथ इस अनोख़े सफ़र पर।
1. सड़क किनारे ढाबों की फ़ौज
सौ की सीधी एक बात, अगर हिन्दुस्तान में घुमक्कड़ी करते हुए सड़क के ढाबों का खाना नहीं खाए, तो दूध के दाँत झड़े नहीं हैं तुम्हारे। सड़क के ये ढाबे सबसे अच्छा देसी खाना देते हैं, विद लस्सी, विद ख़ूब सारा मक्खन, आलू प्याज़ के पराठे, चाय अलग से। शामें जवान होती हैं यहाँ, ख़ासकर लम्बे सफ़र के लिए।
2. सड़क किनारे घूमती गाएँ
किसी गाय ने सड़क के बीच में बैठकर ट्रैफ़िक को नहीं बढ़ाया तो उसके गाय होने का क्या मतलब। इस देश की सड़कों पर पहला अधिकार उनका है, बाद में हमारी गाड़ियों का। अगर उनका मन है कि सड़क पर बैठी पगारती रहें, फिर भी आप उन्हें सड़क से हटा देते हैं; तो यह उनके अधिकार का अपमान करना होगा।
अगर रोड ट्रिप पर जा रहे हैं तो ये ऐसी सामान्य परेशानी है जिसको लेकर कोई सजग ही नहीं है।
3. गाड़ियों की पीप पीप पौं पौं
कुछ लोगों को गाड़ी चलाते वक़्त बेवजह हॉर्न मारने का जुनून होता है। लगता है धूम फ़िल्म के जॉन अब्राहम यही हैं। गाड़ी आगे नहीं बढ़ाते, बेवजह हॉर्न बजाते हैं हम। बस दबाए रहो बटन, आगे वाली गाड़ी की नाक में दम कर दो। सड़क परिवहन में एक दो छोटी-छोटी मगर मोटी बातें, जिनसे आपका सामना होना पक्का है।
4. गूगल मैप्स? ये कौन सी बला है भाई?
गूगल मैप्स, नाम तो सुना ही होगा। यहाँ गूगल मैप्स का अलग ही सीन है। ये हर नुक्कड़, गली मोहल्ले, चौराहे तक पहुँचने का रस्ता बता सकता है, लेकिन दिल्ली की सड़क पर कौन-सा दल विरोध प्रदर्शन कर रहा है, नहीं बता सकता।
5. सड़क पर ऐसे स्पीड ब्रेकर होना भारतीय होने का ठप्पा है
अगर आप ख़ुद को सड़क का सरताज समझते हैं और आपने अभी तक किसी को टक्कर नहीं मारी है, तो बारिश से बने गड्ढों वाली इन सड़कों पर बाइक चलाकर अपना भ्रम दूर कर सकते हैं।
अगर यहाँ पर भी बिना जान माल को नुकसान पहुँचाए 10 मिनट में ऑफ़िस से घर आ गए तो ओलंपिक का गोल्ड मेडल मुझसे ले लेना।
6. तुम्हारी जेब में जितने पैसे हैं, उससे ज़्यादा सड़क पर गाड़ियाँ हैं
ध्यान दो। भारतीय होने की पहचान है एक घनघोर ट्रैफ़िक का सड़क पर सामना करना। तब तक हॉर्न बजाना, जब तक सामने वाले का कान न फट जाए। दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, बंगलौर; अगर घंटों लम्बा ट्रैफ़िक नहीं देखा तो क्या ख़ाक हिन्दुस्तान की समझ है तुमको।
7. बैंड, बाजा, बारात और शॉपिंग
जैसे गेम खेलते हुए लेवल बढ़ता जाता है, तो रोड पर भी लेवल ऐसे ही बढ़ता जाता है। अगर आप अभी तक जितना पढ़ते आए हो और सोचते हो कि बस हो गई, तो भैया बारात की चिल्ल पों से तो पाला ही नहीं पड़ा आपका। वो अपनी ही धुन में बाजा बजा रहा होता है। बिना दुनिया की परवाह किए। क्योंकि वो भी जान रहा है कि जो नाच रहे हैं पीछे, उन्होंने दुनिया की कितनी परवाह करनी है।
वहीं बची कुची कसर पूरी कर देती हैं सड़क पर लगी दुकानें, जिन्होंने दस रुपए की ख़रीदारी की हो या ना की हो, हज़ार रुपए का जाम ज़रूर लगाया है।
8. गागर में सागर वाले लोग
गाड़ी चाहे दोपहिया हो, सामान इनके पास ट्रक भर का है। भारत जुगाड़ के लिए यूँ ही नहीं प्रसिद्ध है।
ये तस्वीर में जो सज्जन दिख रहे हैं, कई बार तो अपने सामान के साथ बीवी, तीन बच्चे और ख़ुद को एक बाइक में सेट कर लेते हैं। तकनीक है भाई, अब क्या ही कहा जा सकता है।
9. मुफ़्त का ज्ञान
"फ़ानूस बनकर जिसकी हिफ़ाज़त हवा करे, वो हवा क्या बुझे जिसे रौशन ख़ुदा करे।"
"हम हैं राही प्यार के, फिर मिलेंगे चलते चलते।"
"ये नीम का पेड़ चन्दन से कम नहीं, हमारा लखनऊ लन्दन से कम नहीं।"
और क्या- क्या है इनके ख़ज़ाने में। आपको बताने की ज़रूरत नहीं।
10. हाइवे के साइन बोर्ड
कुछ तल्ख़ लहजे में लिखे कोट होते हैं, तो कहीं लिखे होते हैं ख़ूब सारे व्यंग्य। मनाली से लेह के लिए रोड ट्रिप पर निकलिए, पता लग जाएगा मैं क्या कहना चाह रहा हूँ।
11. और आख़िर में, नज़ारे जो दिल चुरा लें
दुनिया की तमाम ख़ुराफातें सर पर चढ़ी रहें, लेकिन अगर ये नज़ारे मिल जाते हैं तो सफ़र मुक़म्मल हो जाता है। मानो सारी ख़्वाहिशें पूरी हो गईं। सब पा लिया।
अगर इस छोटी सी ज़िन्दगी में एक बड़ा सा रोड ट्रिप नहीं जिया हो तो भारत के बारे में इत्तू सी भी जानकारी नहीं है आपको। कम से कम एक बार मौक़ा दें ख़ुद को, गुज़रें रोड ट्रिप से, जानें हिन्दुस्तान को।
यह आर्टिकल कैसा लगा, हमें कमेंट बॉक्स में बताएँ।
अपनी यात्राओं के अनुभव को Tripoto मुसाफिरों के साथ बाँटने के लिए यहाँ क्लिक करें।
रोज़ाना वॉट्सऐप पर यात्रा की प्रेरणा के लिए 9319591229 पर HI लिखकर भेजें या यहाँ क्लिक करें।
यह एक अनुवादित आर्टिकल है। ओरिजिनल आर्टिकल पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें।