कई जगहें ऐसी होती हैं जहाँ बार-बार जाने पर भी आपका मन नहीं भरता है। आप वहाँ बार-बार जाते हैं और हर बार कुछ अलग एहसास और अनुभवों को समेट कर ले आते हैं। बार-बार जाने के लिए ऐसा ही एक खूबसूरत शहर है ऋषिकेश। हिमालय की पहाड़ियों और प्राकृतिक सौंदर्य से सजा ऋषिकेश अलग-अलग वजहों से फेमस है। कोई यहाँ घूमने के लिए आता है तो इस शहर को योगी की राजधानी मानते हैं। वो यहाँ मेडिटेशन और योग के लिए आते हैं। आपकोब बता दें कि योग, शांति और कई आश्रमों का घर ऋषिकेश में हर साल बड़ी संख्या में लोग मैडिटेशन और मन की शांति की खोज में यहाँ आते हैं।
ऋषिकेश हिंदुओं के पवित्र शहरों में से एक है। टिहरी गढ़वाल, पौड़ी गढ़वाल और हरिद्वार के इलाकों से घिरा ऋषिकेश वो जगह है जहाँ भगवान राम ने रावण को मारने के लिए कड़ी तपस्या की थी। इस जगह की ये वजह और भी खास बना देती है। आपके बंजी जंपिंग, राफ्टिंग से लेकर योग तक के हर सवाल के जवाब ऋषिकेश के पास हैं। ऋषिकेश में करने के लिए बहुत सारी चीजे हैं लेकिन उससे पहले आपको बता दूं कि ऋषिकेश में नाॅनवेट और एल्कोहल प्रतिबंध है। इसलिए आपको यहां इसका भी ध्यान रखना चाहिए।
ऋषिकेश में क्या करें?
1. मन की शांति के लिए योग
ऋषिकेश को योग कैपिटल के नाम से जाना जाता है। यहाँ हजारों लोग अपना घर छोड़कर योग सीखने और समझते हैं। आपको इस बात का अंदाजा इससे लग सकता है कि यहाँ गली-गली में आपको योग सेंटर मिल जाएँगे लेकिन क्या आपको पता है कि पहले ऋषिकेश का योग से कोई वास्ता नहीं था। ऋषिकेश और योग का रिश्ता 1960 में शुरू हुआ। जब एक फेमस बैंड द बीटल्स महर्षि महेश योगी के आश्रम में आए। उन्होंने यहाँ योग और ध्यान किया। उसके बाद से ऋषिकेश में कई ऐसे आश्रम खुल गए हैं जहाँअष्टांग योग, हास्य योग, मेडिटेशन और क्रिस्टल हीलिंग तक सब कुछ सिखाया जाता है। क्रिस्टल हीलिंग एक तरह की थेरेपी होती है जिसमें अलग-अलग तरह के क्रिस्टल और पत्थरों की मदद से मेंटल हेल्थ और डिप्रेशन को ठीक किया जाता है।
इन आश्रमों में योग प्रैक्टिस करने वालों के लिए अच्छी सुविधाएँ हैं। यहाँ पर योग में सर्टिफिकेट कोर्स करने का भी ऑप्शन है। ये कोर्सेज कुल घंटों के हिसाब से करवाए जाते हैं। शुरुआती लेवल का कोर्स 200 घंटों का होता है। ये कोर्सेज अलग-अलग समय के होते हैं। कुछ एक हफ्ते के होते हैं और कुछ एक दो महीने तक जा सकते हैं। इन सभी कोर्सेज को करने के लिए फीस भी देनी होती है। आप अपने हिसाब से कोई भी कोर्स चुन सकते हैं लेकिन उसके लिए आपको इन आश्रमों के बारे में पता होना चाहिए।
ऋषिकेश के लिए बेस्ट पैकेज
अगर आप ऐडवेंचर के लिए ऋषिकेश जा रहे हैं तो नदी किनारे कैंपिंग करना सबसे बढ़िया रहेगा। इसकी जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें।
अगर आप दोस्तों के साथ एक वीकेंड ट्रिप का सोच रहें हैं तो आपको इससे अच्छा पैकेज और कहीं नहीं मिलेगा।
परमार्थ निकेतन आश्रम
भारत में योग के लिए सबसे फेमस आश्रम में से एक है, परमार्थ निकेतन आश्रम। इस आश्रम में लगभग 1000 कमरे हैं। ऋषिकेश का सबसे बड़ा आश्रम कहे जाने वाली इस जगह पर आप 15 दिन रुक सकते हैं। इन 15 दिनों में आपको एक दिन में 2 योग क्लास और तीन बार का खाना दिया जाता है। इस बारे में और जानकारी के लिए यहां क्लिक करें।
ओंकारानंद पतंजलि योग केंद्र
ओंकारानंद गंगा सदन वो जगह है जहाँ पतंजलि योाग सेंटर है। यहा होने वाली तमाम योगा क्लासेज में इएंगर योग क्लासेज सबसे फेमस है। इस योग को सीखने के लिए दुनिया भर से लोग आते हैं। इस योग को सिखाने की सबसे खास बात ये है कि इसके लिए अपना खुद का एक घाट भी है। जहाँ रोज गंगा की आरती होती है। इस क्लास को करने के लिए आपको पहले से बुकिंग करानी होती है। यहाँ पर आपको रहने के लिए ही कमरा दिया जाता है जो कि बहुत ही साफ होते हैं और पैसा भी बहुत कम होता है। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें।
स्वामी दयानंद आश्रम
ऋषिकेश का ये आश्रम खास इसलिए खास है क्योंकि इसकी स्थापना 1960 में खुद स्वामी दयानंद सरस्वती ने की थी। यहाँ होने वाले ज्यादातर कोर्सेज में भगवद् गीता और उपनिषद के बारे में बताने पर जोर दिया जाता है। 150 कमरों वाले इस आश्रम में इएंगार और हठ योग को सिखाया जाता है।
श्री महेश हेरिटेज
अगर आपको योगा से ज्यादा मेडिटेशन करना पसंद है तो इसके जिए श्री महेश हेरिटेज से अच्छी जगह और कोई नहीं है। यहाँ पर मेडिटेशन के कई तरह के कोर्सेज होते हैं जिनमें वेद और आयुर्वेद पर खास ध्यान दिया जाता है। कुछ कोर्सेज 300 घंटों के भी हैं। आप अपने हिसाब से कोई भी कोर्स चुन सकते हैं।
2. ट्रेकिंग
हर घुमक्कड़ की चाहत होती है कि वो ट्रेकिंग करे। चाहे फिर वो कितना भी कठिन क्यों न हो? अगर आप ट्रेकिंग करना चाहते हैं तो उसके लिए उत्तराखंड परफेक्ट जगह है। ये अनछुए और रोमांचक ट्रेक्स का खजाना है। ज्यादातर मामलों में पहाड़ की चोटी तक जाने के लिए ट्रेक करते हैं लेकिन ऋषिकेश के ट्रेक अलग हैं। ऋषिकेश में ट्रेक करने का मतलब है घने झाड़ीदार जंगलों से होते हुए एक खूबसूरत वॉटरफाल तक पहुँचना। सोचिए थकान के बाद ऊँचाई से पानी को गिरते हुए देखना कितना जादुई एहसास होता होगा। ये हैं ऋषिकेश के कुछ वॉटरफाल ट्रेकों की लिस्ट।
नीरगढ़ वॉटरफॉल
लक्ष्मण झूला से नीरगड्डु वॉटरफॉल 4 किमी. की दूरी पर है। ऋषिकेश के मुख्य बाजार है से ये 6 किमी. दूर है। इस ट्रेक की शुरुआत ऋषिकेश बद्रीनाथ हाईवे से होती है जिसके पास से एक रास्ता इस वॉटरफॉल के लिए जंगलों में जाता है।
फीसः 30 रुपए प्रति व्यक्ति (12 साल से कम उम्र वाले बच्चों के लिए 20 रुपए)
कब जाएँ: दोपहर की तेज धूप से बचने के लिए इस ट्रेक को सुबह शुरू करना चाहिए।
गरुड़ चट्टी वॉटरफॉल
ऋषिकेश रेलवे स्टेशन से 9 किमी. और लक्ष्मण झूला से 4 किमी. दूर गरुड़ चट्टी वॉटरफॉल नीलकंठ रोड पर है। इस ट्रेक पर जाने का रास्ता भगवान गरुड़ के मंदिर के पास से शुरू होता है। वॉटरफॉल तक पहुंचने के लिए आपको 1.5 किमी का ट्रेक करना होता है। इस ट्रेक पर जाने के लिए कोई एंट्री फीस नहीं लगती है।
फूल चट्टी वॉटरफॉल
नीलकंठ रोड सचमुच में वॉटरफॉल से भरा रास्ता है। गरुड़ चट्टी के अलावा यहाँ एक और वॉटरफॉल है, फूल चट्टी वॉटरफॉल। गरुड़ चट्टी से लगभग 3 किमी. दूर इस वॉटरफॉल को आपको जरूर देखना चाहिए। इस ट्रेक पर जाने के लिए कोई एंट्री फीस नहीं है।
3. राफ्टिंग
ऋषिेंकेश आओ और राफ्टिंग न करो ऐसा बहुत कम ही होता है। हर कोई यहाँ रिवर राफ्टिंग जरूर करता है। ऋषिकेश में राफ्टिंग करना एक ऐसी चीज है जो सालों से यहां आने वाले टूरिस्टों को लुभा रही है। वॉटर राफ्टिंग में लेवल 4 और लेवल 5 दोनों की तरह राफ्टिंग होती है जिसकी वजह से ये जगह परफेक्ट है। हालांकि इसके लिए थोड़ी सावधानी भी जरूरी है। राफ्टिंग करने समय इससे संबंधित सभी सामान साथ में होना चाहिए और अपने साथ एक ट्रेनर को जरूर रखें। मेरे हिसाब से सितंबर से अप्रैल तक का समय राफ्टिंग करने के लिए सबसे बढ़िया है। अगर आपको भी रोमांच पसंद है तो ऋषिकेश में राफ्टिंग करने से बढ़िया जगह और कोई नहीं है।
फीसः ऋषिकेश में ज्यादातर जगहों पर दिए जाने वाले पैकेजों में रहने के साथ-साथ राफ्टिंग भी जुड़ी होती है लेकिन अगर आप सिर्फ राफ्टिंग करना चाहते हैं तो यहां पर वो भी सुविधा है। इसकी फीस 500 रुपए से शुरू होकर 1500 रुपए एक व्यक्ति के हिसाब से होती है।
कब जाएँ: ज्यादातर कैंपों में सुबह 8 बजे से लेकर दोपहर 3 बजे तक हर थोड़ी देर में राफ्टिंग के लिए बोट्स जाती हैं।
4. कैंपिंग
सोचिए तारों से भरे खुले आसमान के नीचे लेटे हों तो वो एहसास आपके लिए वो कितना शानदार होगा। ऋषिकेश में कैंपिंग करने पर भी कुछ ऐसा ही जादुई एहसास आपको होगा। यहां पर कैंपिंग करने का अनुभव बाकी जगहों से थोड़ा अलग है। सुरमई पहाड़ों से घिरा एक मैदान, पास में कलकल बहती नदी और आपका टेंट। क्या गजब का माहौल होता होगा? सूरज ढलने के बाद इस जगह की खूबसूरती में और चार चांद लग जाते हैं। काले आसमान में टिमटिमाते सितारे और अगर किस्मत का साथ रहा तो टूटते तारे भी दिखाई दे जाते हैं।
खर्चः एक बेसिक कैंप में रहने का किराया 2000 रुपए प्रति व्यक्ति से शुरू होकर लग्जरी कैंप में 10000 रूपए तक होता है। मेरे हिसाब से तो अगर आप भी कैंपिंग करना चाहते हैं आपको पहले से ही बुकिंग करा लेनी चाहिए।
5. कुंजापुरी ट्रेक
हिमाचल और उत्तराखंड में ट्रेक का भंडार है। इनमे से कुछ ट्रेक बहुत फेमस हैं और कुछ के बारे में लोगों को पता ही नहीं है। ऋषिकेश का कुंजापुरी ट्रेक भी इन जगहों में से एक है। टिहरी मंडल का ये ट्रेक कुंजापुरी मंदिर तक जाता है। देवी सती का ये मंदिर ऋषिकेश से 27 किमी. दूर है और यहाँ तक पहुँचने के लिए अच्छी खासी चढ़ाई करनी होती है। ऋषिकेश में उगते सूरज की लालिमा को देखने के लिए ये सबसे अच्छी जगह है। अगर आप भी सनसेट से ज्यादा सनराइज के दीवाने हैं तब तो आपको इस ट्रेक पर जरूर जाना चाहिए।
कैसे पहुँचेंः ट्रेक के शुरुआती प्वॉइंट पर पहुँचने के लिए सबसे पहले हिंडोला खाल गाँव आना होता है। यहाँ आने के लिए ऋषिकेश के यात्रा बस स्टैंड से बस या शेयर टैक्सी लेकर आ सकते हैं। इसके बाद कुंजापुरी मंदिर की पार्किंग आने के लिए या तो टैक्सी लीजिए या फिर पैदल भी पहुँचा जा सकता है। पार्किंग से मंदिर तक की दूरी किमी. लंबी है। जिसको आसानी से पूरा किया जा सकता है। मंदिर में जाने के लिए कोई एंट्री फीस नहीं लगती है।
6. लोगों से बातचीत
आगरा को फेमस करने में शाहजहां का जितना हाथ है उतना ही ऋषकेश को फेमस करने में द बीटल्स बैंड का है। बीटल्स की ऋषिकेश यात्रा के बाद तो जैसे ये जगह दुनिया भर के लोगों के लिए घर जैसी हो गई है। गलियों में टहलते हुए दुनिया भर के लोग आपको दिखेंगे। यहाँ दुनिया भर की संस्कृति का एक अदभुत नजारा देखने को मिलता है। खाना और पहनावा छोड़िए यहाँ पर लोगों को बोली में भी वैरायटी है। इसलिए अगर यहाँ के साधु संत भी आपको फ्रेंच और स्पेनिश बोलते हुए मिल जाएं तो चैंकिएगा नहीं।
7. लक्ष्मण झूला से सनसेट
दीपिका पादुकोण ने एक मूवी में कहा था लाइफ में जितनी भी कोशिश करो कुछ ना कुछ छूटेगा ही लेकिन लक्ष्मण झूला से डूबते सूरज को देखना आपको मिस नहीं करना चाहिए। नीचे बहती गंगा नदी और सामने सूरज की आखरी किरणों से सजा आसमान। ये नजारा जितना सुंदर दिखाई देता है उससे कहीं ज्यादा इसका एहसास खूबसूरत होता है। लक्ष्मण झूला के बारे में बता दें तो ये को जगह है जहां भगवान राम के छोटे भाई लक्ष्मण ने गंगा नदी को एक रस्सी के सहारे पार किया था। लक्ष्मण झूला के पास कई सारे प्रचीन मंदिर भी हैं। इनमें नीलकंठ महादेव मंदिर और त्रियंबकेश्वर मंदिर सबसे फेमस हैं।
8. कैफे
योग और आस्था की नगरी ऋषिकेश का खाना भी उतना ही लाजवाब है जितना यहां की गंगा आरती और मंदिर। यहां पर साल भर घुमक्कडों का तांता लगा ही रहता है जिसके चलते यहां हर थोड़ी दूर पर आपको खाने की जगह मिल ही जाएगी। यहां के कैफे की खास बात ये भी है कि ज्यादातर जगहों से गंगा नदी का सीधा नजारा देखने को मिलता है जिससे यहां खाना खाने में और भी आनंद आता है।
ये हैं खाने के लिए कुछ बेहतरीन जगहेंः
जर्मन बेकरीः 200 रुपए में दो लोगों के लिए
रमाना ऑर्गेनिक कैफेः 700 रुपए में दो लोगों के लिए
प्योर सोल कैफे एंड ऑर्गेनिक किचेनः 800 रुपए
इरा किचेन एंड टीरूमः 200 रुपए
द सिटिंग एलीफेंटः 700 रूपए
लिटिल बुद्धा कैफेः 800 रुपए
9. त्रिवेणी घाट पर महा आरती
गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम से बना त्रिवेणी घाट ऋषिकेश का सबसे फेमस घाट है। ये वही जगह है जिसको आपने बॉलीवुड की कई मूवीज में देखा होगा। हर रोज शाम को यहां आरती होती है जिसको जिसको महा आरती कहते हैं। कहते हैं ये आरती देखे बिना आपका ऋषिकेश का सफर अधूरा है इसलिए अगर आप यहाँ आएँ तो इस महाआरती में हिस्सा लेना न भूलें।
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