Ranikhet Uttarakhand: उत्तराखंड में मौजूद रानीखेत एक ऐसा हिल स्टेशन है, जहां लोग शांति से कुछ समय बिता सकते हैं। दिल्ली से रानीखेत की दूरी मात्र 8 घंटे की है। यहां से आप फ्लाइट, ट्रेन या गाड़ी से आसानी से जा सकते हैं।
रानीखेत का नाम सुनते ही आपके दिमाग में सबसे पहला सवाल यही आता होगा, आखिर ये कैसा नाम है? तो बता दें, रानीखेत उत्तराखंड राज्य में मौजूद प्राचीन मंदिरों और प्राकृतिक नजारों से घिरा एक खूबसूरत हिल स्टेशन है। अंग्रेजों द्वारा बसाई गई इस पहाड़ी जगह के बारे में ऐसा कहा जाता है कि यहां हजारों साल पहले एक बार रानी घूमने निकली थीं। गुजरते हुए उन्हें रानीखेत की प्राकृतिक खूबसूरती इस कदर भाई कि उन्होंने एक रात यहां रुकने का फैसला किया।
फिर रानी को ये जगह इतनी अच्छी लगी कि उन्होंने इस जगह को अपना निवास स्थान ही बना लिया। इस तरह इस जगह का नाम रानीखेत पड़ गया। कहानी इतनी दिलचस्प है, तो जगह कितनी हसीन होगी, तो चलिए बिना देर किए यहां की कुछ बेहतरीन जगहों के बारे में बताते है।
( रानीखेत में चौबटिया ग्राउंड )
600 एकड़ में फैला चौबटिया गार्डन रानीखेत के सबसे शानदार टूरिस्ट प्लेसेस में से एक है। ये जगह प्लम, नाशपाती, सेब और खुबानी के रोपण के लिए जानी जाती है, कई रंगों से रंगा ये सुंदर बाग आंखों और मन को इस कदर सुकून पहुंचाता है कि आपका मन पूरा दिन यही ठहरने का कर जाएगा। यहां घूमने के लिए आपको इत्मीनान से 2 घंटे तो लेकर आने चाहिए। यही नहीं यहां से नंदा देवी, त्रिशूल, और नीलकंठ जैसी हिमालय की चोटियां भी साफ-साफ देखी जा सकती हैं।
खुलने का समय: सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक
( भालू डैम भी घूम लें )
नहीं नहीं, आप गलत समझ रहे हैं यहां कोई भालू नहीं हैं, बल्कि इस जगह का नाम ही भालू डैम है। यहां एक आर्टिफिशियल झील है, जो हरे-भरे जंगलों, घाटियों और बर्फ से ढकी हिमालय श्रृंखलाओं से घिरी हुई है। शहर के शोर-शराबे से दूर, ऐसी शांत जगहों पर जाना किसे पसंद नहीं होगा, भालू डैम आपके लिए एक बेस्ट पिकनिक स्पॉट बन सकता है। बर्ड वॉचिंग के लिए रानीखेत में घूमने के लिए ये सबसे अच्छी जगहों में से एक है।
खुलने का समय : सुबह 7:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक
क्या कर सकते हैं: कैम्पिंग और पिकनिक
( मनिला गांव का भी करें दीदार )
मनीला गांव कह लें या फिर मनीला ये जगह मनीला मंदिर के लिए काफी प्रसिद्ध है। रानीखेत में घूमने आने वाले पर्यटक इस जगह को भी बेहद पसंद करते हैं। यहां की शांति यकीनन आपको मंत्रमुग्ध कर देगी। यहां आप स्थानीय लोगों से बातचीत कर सकते हैं, उनसे आसपास की अच्छी जगहों के बारे में पूछ सकते हैं या कुछ घंटे यहां की प्रकृति में फोटोज क्लिक करवा सकते हैं।
क्या कर सकते हैं: ट्रेकिंग
किसके लिए फेमस : मनीला देवी मंदिर
( यहां भी है सदर बाजार )
आपने अभी तक दिल्ली का सदर बाजार सुना होगा, अब जानिए रानीखेत के सदर बाजार के बारे में, जो अपनी एंटीक चीजों के लिए फेमस है। घूमने के साथ-साथ यहां से आप खरीदारी करके भी जा सकते हैं। यहां कुमाऊं क्षेत्र में बनने वाले घर के साज-सज्जा के सामान, किचन के सामान सस्ते में खरीद सकते हैं।
खुलने का समय : सुबह 10 बजे से
किसके लिए फेमस : मिठाई, फ्रूट्स, ट्रेडिशनल आइटम्स
( आशियाना पार्क भी घूमना न भूलें )
आशियाना पार्क सुनने में ही आपको यहां की वाइब समझ आ गई होगी। फैमिली के साथ यहां आप हर्बल बाग देख सकते हैं, एक फाउंटेन है जहां आप ढेरों फोटोज क्लिक करवा सकते हैं। बच्चों के खेलने के लिए ये जगह आशियाना पार्क न केवल रानीखेत में बल्कि पूरे उत्तराखंड में बेस्ट थीम पार्कों में से एक है।
खुलने का समय : सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक
किसके लिए फेमस : बच्चों के लिए, फाउंटेन का लें मजा
रानीखेत कैसे पहुंचे :-
हवाई मार्ग से : रानीखेत का पास का हवाई अड्डा पंतनगर हवाई अड्डा है जो 119 किमी की दूरी पर स्थित है। यहां से पर्यटक इस जगह तक पहुंचने के लिए टैक्सी या कैब ले सकते हैं।
रेल द्वारा : काठगोदाम पास का रेलवे स्टेशन है जो रानीखेत से 80 किमी की दूरी पर स्थित है। स्टेशन पर उतरने के बाद आप रानीखेत के लिए कैब या बस ले सकते हैं।
सड़क मार्ग से : रानीखेत राज्य के नजदीकी शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। सड़क मार्ग राज्य, स्थानीय और शानदार बसों जैसी विभिन्न बसों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। रानीखेत की देहरादून (345 किमी), दिल्ली (332 किमी), हरिद्वार (280 किमी), बरेली (177 किमी) और चंडीगढ़ (486 किमी) जैसे शहरों से अच्छी कनेक्टिविटी है।
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