Rani Ki Vav

Tripoto
31st Aug 2021
Day 1

रानी की वाव, पाटन गुजरात

मोढेरा के सूर्य मंदिर को देखने के बाद मैं और मेरा दोस्त कल्पेश पाटन के लिए निकल पड़े। हम पाटन में उनके एक और दोस्त से मिले और साथ में लंच किया। उसका दोस्त वापस अपने ऑफिस जा रहा था, इसलिए हम दोनों पौने तीन बजे रानी की वाव पहुंचे।

इस वाव (पानी का कटोरा) को ग्यारहवीं शताब्दी के अंत में सोलंकी वंश के राजा भीमदेव की रानी उदेमती ने बनवाया था।

लेकिन सरस्वती नदी में बाढ़ आने के कारण यह जमीन में दब गई। 1957 में पुरातत्व विभाग ने खुदाई के दौरान इसे सार्वजनिक किया था।

64 मीटर लंबी, 20 मीटर चौड़ी और 27 मीटर गहरी यह बावली 2014 में वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल है। यह बावड़ी वाकई देखने लायक है।

Photo of Rani Ki Vav by Harjit Singh
Photo of Rani Ki Vav by Harjit Singh
Photo of Rani Ki Vav by Harjit Singh
Photo of Rani Ki Vav by Harjit Singh
Photo of Rani Ki Vav by Harjit Singh

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