राजगीर का परिचय -
राजगीर बिहार राज्य के नालंदा जिला में स्थित एक शहर है , आप इसे एक टापू भी बोल सकते है क्योंकि ये पहाड़ियों और घने जंगलों के मध्य में स्थित है ।। यह पटना से 100 किमी दक्षिण - पूर्व में बिहार के प्रसिद्ध धार्मिक तीर्थ स्थलों के साथ - साथ घूमने के शौकीन लोगों के लिए भी एक पर्यटन स्थान है ।। राजगीर के ऐतिहासिक धरती हिंदी , जैन और बौद्ध तीनों धर्मों के धर्मिक स्थलों के साथ - साथ तीन साल पर एक बार आनेवाला मलमास मेला और यहां की खूबसूरत वादियां पर्यटक को खूब मन मोहती है , यही वजह है कि आज राजगीर की पहचान अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल के रूप में माना जा रहा है ।।
यात्रा का शुरुआत :
मेरा राजगीर जाने का प्लान पटना से 5 दोस्तों के साथ ट्रेन से जाने का तय हुआ । लेकिन ट्रेन से जाने पे समय ज्यादा ले रहा था , और कुछ दूर पैदल भी चलना था और हमलोग शाम तक पटना वापस भी नहीं आ सकते तो फिर कुछ सोच विचार करने के बाद एक कैब ( कार ) रेंट पे करने के लिए सोचें और मेरे सभी दोस्त राजी भी हो गए ।। सभी से बात ये हुई कि सुबह 6 बजे हमलोग को राजगीर के लिए निकल जाना है ।। सुबह सब कोई जल्दी जगने के बाद अपने - अपने बैग लेकर निकल गए । हमलोग को नहाने का प्लान तो राजगीर के गरम कुंड में था ।
नहाने के बाद हमसब कुंड से अपने कार में आकर कपड़ा रखे और सभी को भूख लग गई थी ।। उसके बाद हमसब कुछ नाश्ता किए और कुछ सामान लिए , फिर इधर उधर घूमने के बाद हमलोग अपने गाड़ी से ही विश्व शान्ति स्तूप के निकल पड़े । 10 के मिनट के बाद हम विश्व शान्ति स्तूप के पास पहुंच गए थे ।। विश्व शान्ति स्तूप पहाड़ों के उपर स्थित हैं । स्तूप तक पहुंचने के लिए दो रास्ते है , एक रास्ता पैदल जो कि पहाड़ों के रास्तों पर सीमेंट के बनी सिढीयो से जा सकते है और दूसरा रोप - वे है । लेकिन हमलोग सोचे पैदल तो बहुत चलते है, आज थोड़ा रोप - वे का भी मजा के लेते है । यहां रोप - वे का टिकट आने और जाने दोनों का मिलता है जिसका कीमत केवल 80 रुपया है ।। लेकिन हमलोग के साथ उल्टा हुआ भगवान को कुछ और ही मंजूर था , भगवान भी यही सोच रहे थे की ये सब तो सभी नवजवान है क्यों न पैदल की चला दिया जाय ।। लेकिन हमलोग जैसे ही रोप वे का टिकट कटाने गए बहुत ही लंबा लाइन था ऊपर जाने वाले का , ऊपर जाने का मतलब विश्व शांति स्तूप के पास । हमसब का नंबर आने तक कम से कम 2 घंटा लग सकता था तो हमलोग मन बनाए की क्यों ना पैदल ही दबा देते है ।। और हमसब पैदल ही निकल गए , खैर जो भी हो जैसे तैसे कर के बहुत ही मकसत करने के बाद हमलोग स्तूप के पास पहुंच गए ।। यहां से आपको चारों तरफ देखने पर खूबसूरत वादियां देखने को बनती है मन तो करता है कि यहीं पर आकर अपना घर बसा लिया जाए।
हमलोग को निचे आते वक्त लगभग 4 बज गया था , और हमसब को वापस शाम तक पटना वापस लौटना भी था ।। और हम सब प्लान बनाए की अब वापस पटना लौटते हैं, राजगीर से पटना लौटते वक्त आपको रास्ते में बिहार की फेमस सिलाव खाजा मिल जाएगा।।और हम सभी ने भी अपने अपने घर के लिए 1- 1 किलो बिहार का फेमस खाजा खरिदें और पटना के लिए निकल गए।। रात 8:00 बजे तक हम लोग पटना पहुंच चुके थे।।
राजगीर के आसपास कुछ दर्शनीय स्थल -
पांडू पोखर - Best Adventure Activity Place .राजगीर वन्य जीव अभ्यारणविश्व,शांति स्तूप ,गर्म जल के झरने ,स्वर्ण भंडार ,जैन मंदिर ,मनियार मठ ,घोड़ा कटोरा आदि प्रमुख है।।
राजगीर कैसे पहुंचे।
वायु मार्ग : पटना हवाई अड्डा 107 किलोमीटर
रेल मार्ग: पटना और भी किसी भी रेलवे स्टेशन से राजगीर रेलवे स्टेशन पहुंच जा सकते हैं।
सड़क मार्ग : पटना , गया , रांची और कोलकाता से सीधे पहुंच सकते हैं।
यहां पर घूमने के लिए सबसे अच्छा समय :अक्टूबर से मई
आपके सुझाव या यात्रा सम्बन्धी कोई प्रश्न हो तो नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में लिखें।।
आज के लिए इतना ही... फिर आऊंगा एक और यात्रा के साथ..... तब तक अपना ख्याल रखिये .....
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