हर कोई एक सुनहरे चम्मच के साथ पैदा नहीं होता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप महलों, रथों, बड़े-बड़े पूल और शानदार सजावट वाली उन हवेलियों और महलों में रहने का अनुभव नहीं कर सकते जो खासकर राजाओं और रानियों के लिए बनाए गए थे।
इन महल-रिसॉर्ट्स में एक बार जाएँगे तो आपका ध्यान यहाँ की शानो-शौकत से हटेगा है नहीं । आपको दीवारें और भी शानदार लगेंगी, झूमर और ज्यादा चमकीले लगेंगे और पैंटिंग्स बहुत ज्यादा बड़ी व चमकदार लगेगी ।
राजस्थान में इन लक्जरी रिसॉर्ट्स और हवेलियों में आप बिना ज्यादा खर्चा करे कुछ दिनों के लिए राजाओं-महाराजाओं जैसी रॉयल लाइफ जी सकते हैं।
1. पुष्कर बाग
राजलिया के ठाकुरों के वंशज द्वारा स्थापित पुष्कर बाग, राजस्थानी रेगिस्तान के जीवन, संस्कृति और मन मोह लेने वाली सुंदरता को एक्सप्लोर करने के लिए एक शानदार जगह है।
जयपुर, जोधपुर, उदयपुर और बीकानेर के बीच प्राचीन शहर पुष्कर के बाहरी इलाके में स्थित यह रिसोर्ट एक छुपा हुआ खज़ाना है । पुष्कर बाग में जब आएँगे तो आप इसकी विचित्र और सुखद बनावट को देखते ही रह जाएँगे, आपको नज़र आएगा विरासत-शैली में बनाया 'महल' जिसके पीछे आपको दिखेगा एक बड़ा और शानदार रेगिस्तान जिसकी खूबसूरती देखते ही बनती है ।
कमरे: आवास इन-सुइट कमरों में हैं, जिनके दरवाजे इनके अपने छोटे-छोटे आंगन में खुलते हैं, जो पेड़ों की हरियाली और अलग-अलग पेड़-पौधों के बीच स्थित हैं।
छज्जे की छतें स्थानीय 'धानी' (गाँव की झोपड़ी) से प्रेरणा लेकर बनायी हुई हैं। कमरों के अंदरूनी हिस्सों में प्लास्टर, पैटर्न वाले मोज़ेक फर्श, कस्टमाइज़्ड फ़र्नीचर और आसन, पारंपरिक 'खाट' (चारपाई) को सोफे से बदल दिया गया है। पर्दे और बेड कवर के रंग व बनावट भी कमरों की बाकी चीज़ों से मिलती जुलती है । आखिरकार यह चीज़ें मारवाड़ के इस रेगिस्तानी क्षेत्र की विशिष्टता है।
किराया: डीलक्स डबल कॉटेज - ₹4000
कहाँ: मोतीसर लिंक रोड, पुष्कर रेलवे स्टेशन के पीछे, ग्राम घनेहरा, राजस्थान भारत।
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2. उम्मेद लेक पैलेस - एक ओर्गेनिक रिट्रीट
20 एकड़ के हरे-भरे मैदान में फैले, उम्मेद लेक पैलेस में मुगल-महलों की शैली के गार्डन्स की सुंदरता व भव्यता को दिखाया गया है ।
कमरे: उम्मेद लेक पैलेस के कमरों की दीवारें आपको राजस्थानी कल्चर से रूबरू होने का मौका देती है और साथ ही साथ आप इनमें स्थानीय कारीगरों की कड़ी मेहनत को भी देख सकते है ।
कमरो की खिड़कियाँ राजसी आंगन और झील की तरफ खुलती है, जो आपकी प्राइवेसी का ध्यान भी पूरी तरह से रखती है । और सबसे खास बात ये है कि आप अपने कमरे से शानदार मुगल गार्डेन्स को तो देख ही सकते हैं, आपको यहाँ से कुछ दूरी पर स्थित गाँवों के खेत व भूमि को भी देखने का मौका मिलेगा।
हर कमरे के बाहर बैठने की एक प्राइवेट जगह है जहाँ आप रातों में आग के पास बैठ कर तारों को निहार सकते हैं।
किराया: ₹4500
कहाँ: कालाखो, डाकघर कालाखो के पास, जिला दौसा, जयपुर आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर, गाँव कालाखो (क्षेत्र कांदोली), राजस्थान 303304।
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3. अनुराग पैलेस, एक ट्रीहाउस पैलेस होटल
अनुराग पैलेस जंगलों के बीच मे स्थित है जहाँ दूर-दूर तक बाघों की दहाड़ अरावली के पहाड़ोंं मे गुँजती रहती है ।
ट्रीहाउस अनुराग रिज़ॉर्ट रणथंभौर के सबसे पुराने होटलों में से है । अपनी प्राचीन विरासत को सहेजता यह होटल अब रिसॉर्ट में बदल गया है, जिसमें आपको सभी लक्जरी सुविधाएँ मिलेंगी । इस पारंपरिक राजस्थानी हवेली को प्राचीन सफेद स्थापत्य शैली में बनाया है जिससे यह होटल जंगली परिवेश और विलासिता का सही मिश्रण है।
कमरे: हर कमरे में फूलो की सजावट का पैटर्न है , बेड, सोफ़े व कुर्सियों पर शानदार कसीदे का काम किया हुआ है । छत पर पुष्प रूपांकनों का उपयोग, दीवारों और असबाब में किया गया गोटा-पट्टी का काम देखते ही बनता है। और आपको यह जानकार हैरामी होगी कि कमरे की हर चीज़ हाथ से बनायी हुई है।
किराया: दो लोगों के लिए प्रीमियर डबल बेड रूम का किराया ₹2,700 है।
कहाँ: रणथंभौर किला रोड, रणथंभौर, सवाई माधोपुर, राजस्थान 322001
आप यहाँ बुक कर सकते हैं।
4. फतेह सफारी लॉज
विरासत के रूप मे स्थापित हो चुके इस बुटीक होटल को समुद्र तल से 1,100 मीटर ऊपर बनाया गया है। आप इसकी अनूठी जगह से अरावली पर्वतमाला और नरलाई के रेगिस्तानी गाँव के शानदार दृश्य देख सकते है।
यह होटल रणथंभौर वन्यजीव अभयारण्य के पास की एक पहाड़ी पर स्थित है । रात के समय में विशाल पूल के साथ यह महलनुमा होटल का रात का व्यू आपका मन मोह लेगा ।
कमरे: यहाँ के कमरे बहुत ही बड़े और हवादार हैं, जो इस क्षेत्र की भव्यता और कल्चर को ध्यान में रखते हुए बनाए किए गए हैं। इन कमरों की सबसे खास बात यह है की यहाँ की बड़ी-बड़ी खिड़किया और सुंदर बालकनी है जहाँ से आपको आसपास के शानदार पहाड़ों और मैदानों के बेहतरीन नज़ारे देखने को मिलेगे ।
किराया: डीलक्स रूम के लिए ₹3,354 (नाश्ते सहित)
कहाँ: एनएच 162 एक्सटेंशन, किला कुंभलगढ़, राजस्थान 313325।
आप यहाँ और यहाँ बुक कर सकते हैं।
5. द औधी
यह एक बजट प्रोपर्टी और एक सेंक्चुरी रिसॉर्ट है जो आपको रॉयल व्यू और एक शानदार स्विमिंग पूल की सुविधा देता है, जो पुराने दिनों में केवल राजा-महाराजाओं द्वारा ही इस्तेमाल की जाती थी ।
कमरे: जंगल की ओर खुलने वाली खिड़कियों के साथ, हर कमरे को पुराने समय के हिसाब से बनाया गया है जो अपने आप मे एक आकर्षण है । यकीन मानिए यहाँ की हर चीज़ आपको जंगल व नेचर के करीब ले जाएगी ।
किराया: डीलक्स डबल रूम का किराया ₹4,700 है।
कहां: केलवाड़ा, जिला राजसमंद, कुंभलगढ़, राजस्थान 313325
आप यहाँ बुक कर सकते हैं।
6. चंदेलो गढ़
शहर के किनारे पर स्थित, पत्थरों की शानदार कारीगरी वाला यह पारंपरिक गेस्ट हाउस इस क्षेत्र के जमींदारों का पैतृक घर है और इसे बहुत ही ध्यान से इस तरह एक आधुनिक होटल में बदला गया है कि इसका आरिजिनल व्यू खराब नहीं हो ।
लेकिन हाँ, आप टेलीफोन और टेलीविज़न की अपेक्षा न करें । यह गढ़ आपको शांत गाँव के पारंपरिक राजस्थानी आतिथ्य का अनुभव देगा।
कमरे: चूंकि यह अभिजात वर्ग की पैतृक हवेली थी, इसलिए यहाँ के हर कमरे के पीछे एक कहानी छुपी है क्योंकि यहाँ के हर कमरे को अलग तरह से काम में लिए जाता था है। जैसे कमरा नंबर 9 पुराना 'तक्षकखाना' था जहाँ सभी खजाने और कीमती सामान छिपे थे पर आश्चर्ये की बात यह है कि इस कमरे में एक गुप्त छिपी हुई जगह मौजूद है जिसे लोग आज तक नहीं ढूँढ पाए हैं।
किराया: ₹3,300
कहां: गाँव और डाकघर चंदेलो, एसएच 58, चंदेलो, राजस्थान 342027।
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7. अलसीसर महल- हेरिटेज होटल
यकीन मानिए जब आप यहाँ पहुचेंगे तो आपकी मुलाक़ात रेगिस्तान में धुंध की वजह से बदलते रंगों और बेहद शानदार नज़ारों से होगी। अलसीसर महल आपको राजस्थान के धोरों और देहाती टीलों की आकर्षक दुनिया से परिचय करवाएगा।
कमरे: अलसीसर के ठाकुरों का 17 वीं शताब्दी का यह महल हर कमरा कुछ अलग राजसी पहचान तो रखता ही है साथ ही साथ अपने हर कमरे और सुइट्स में इतिहास के खज़ाने को उजागर करता है।
किराया: ₹ 4500
कहां: झुंझुनू, गाँव, अलसीसर, राजस्थान 331025।
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8. तनीषा हेरिटेज हवेली बेड एंड ब्रेकफ़ास्ट
यह एक परिवार द्वारा संचालित गेस्ट हाउस जो वास्तव में पुश्तैनी हवेली है, जिसकी हर चीज़ में बीकानेरी गर्मजोशी और आतिथ्य निहित है। ये परिवार हवेली के सभी मेहमानों व घर के लोगों के लिए स्वादिष्ट घर का बना खाना और नाश्ता देते हैं और सभी मेहमान एक साथ खा खाने के लिए एक विशाल डाइनिंग टेबल पर एक साथ बैठते हैं।
कमरे: उनका महाराजा कमरा बहुत बड़ा है, जिसकी ऊँची छत और एक राजस्थानी सजावट है। यहाँ के रूफटॉप रेस्तरां से आप यहाँ से बेहद सुंदर नज़ारों को देख सकते है ।
किराया: महाराजा कक्ष का किराया ₹2,000 है।
कहां: C / o आसकरणजी मालू, आसनियां का चौक, बीकानेर, राजस्थान 334005।
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9. होटल हरासर हवेली
आपको हवेली के चारों तरफ लोकगीत और लोक-संस्कृति बसी हुई देखने को मिलेगी । हरासर हवेली के संस्थापक, सरोठिया के ठाकुर जीराज सिंह, महाराजा गंगा सिंह जी के शासनकाल में कुलीन थे, जिनका इतिहास आज भी बीकानेर संस्कृति में बहुत महत्वपूर्ण है ।
कमरे: हरासर हवेली राजस्थान के कई अन्य हवेली-होटलों की तरह है। जिस पल आप कमरे में प्रवेश करते हैं, आपको रंगों, रूपांकनों, प्रिंटों, चित्रों और फर्नीचर के साथ एक राजपूती अनुभव मिलेगा।
किराया:सुइट ₹2,400 है ।
कहाँ: हरासर हाउस, नियर, करणी सिंह स्टेडियम रोड, बीकानेर, राजस्थान 334001।
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