मुंबई सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर भारतीय रेलवे ने अपने पहले पॉड होटल की शुरुआत की है। इस छोटे से पॉड होटल में लोग अपनी यात्रा के बाद थकान महसूस करने के चलते 12 से 24 घंटे तक आराम कर सकते हैं। बता दें कि मुंबई सेंट्रल स्टेशन की इमारत की पहली मंजिल पर बने इस पॉड होटल में कैप्सूल के आकार के 48 कमरे हैं। इसका कैप्सूल रूप रेलवे के डॉरमेट्री का एक आधुनिक रूप है।
श्रेणियों के हिसाब से किराया
इस होटल में तीन श्रेणियां होंगी। जिसमें क्लासिक पॉड(30), प्राइवेट पॉड(10) लेडीज पॉड(7) है। श्रेणी के ही हिसाब से इनका किराया भी निर्धारित किया गया है। वहीं दिव्यांगों के लिए भी एक अलग पॉड बनाया गया है। प्राइवेट पॉड में कमरे के भीतर एक निजी स्थान भी होगा। दिव्यांगों के लिए बनाए गए कमरे में आराम से 2 मेहमानों की व्यवस्था होगी। आवाजाही के लिए व्हीलचेयर की मुफ्त सर्विस भी मिलेगी। यात्री तुलनात्मक रूप से सस्ती दरों पर सभी आधुनिक सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं। बता दें कि पॉड होटल 3000 वर्ग फुट में बनाया गया है। IRCTC ने ओपन टेंडर के आधार पर 9 साल के लिए POD कॉन्सेप्ट रिटायरिंग रूम की स्थापना, संचालन और प्रबंधन का ठेका दिया है।
क्या मिलेंगी सुविधाएँ?
इस आधुनिक पॉड होटल में मुफ्त वाई-फाई, सामान रखने के लिए रूम, टॉयलेटरीज़, शॉवर रूम, वॉशरूम होगा। वहीं पॉड के अंदर सैटेलाइट टीवी, छोटे लॉकर, मिरर, एडजस्टेबल एयर कंडीशनर और एयर फिल्टर वेंट, रीडिंग लाइट, स्मार्ट लॉकर जैसी सुविधाओं का लाभ यात्रियों को मिलेगा। इसके अलावा मोबाइल चार्जिंग, स्मोक डिटेक्टर की सुविधा मिलेगी।
किराया
रेलवे के मुताबिक यात्रियों को 12 घंटे के लिए 999 रुपये और 24 घंटे के लिए 1,999 रुपये चुकाने होंगे। वहीं निजी पॉड के लिए 12 घंटे के लिए 1,249 रुपये और 24 घंटे के लिए 2,499 रुपये देने होंगे।
क्या है पॉड होटल?
एक कैप्सूल होटल, जिसे पॉड होटल के रूप में भी जाना जाता है। इसे सबसे पहले जापान में विकसित किया गया था। इसमें बड़ी संख्या में छोटे बिस्तर के आकार के कमरे होते हैं। जिन्हें कैप्सूल के रूप में जाना जाता है। इस तरह के होटल उन मेहमानों के लिए किफ़ायती और बुनियादी सुविधाओं वाले होते हैं जो महंगे होटलों का खर्च वहन नहीं कर सकते।
क्या आपने मुंबई की यात्रा की है? अपने अनुभव को शेयर करने के लिए यहाँ क्लिक करें।