क़ाज़ा में रात बिताने के बाद सुबह होते ही क़ाज़ा की असली सैर के लिए निकले। ये हमारे सफ़र का अन्तिम दिन है तो इसको यादगार बनाना तो बनता है। क़ाज़ा और यहाँ के आसपास सब कुछ विश्व की सबसे श्रेष्ठ चीज़े हैं। सबसे पहले हम की मठ (Key Monestry) जा सकते हैं जहाॅं ऊपर से इसका ख़ूबसूरत नज़ारा देख सकते हैं। उसके बाद चिचम ब्रिज को 13,500 फ़ीट की ऊँचाई पर 120 मीटर लम्बा ब्रिज है, जो एशिया में सबसे ऊँचाई पर है। ये चिचम ब्रिज आपको किब्बर गाँव तक जाएगा जो वाइल्डलाइफ़ लवर्स के लिए स्पेशल जगह है।
इसके बाद आप कॉमिक गाँव जा सकते हैं जो इण्डिया का आख़री गाँव है, जो आख़री होने के साथ ही बहुत प्यारा भी है। फ़िर आप हिक्किम गाँव जाएँ, जहाँ पर आप विश्व में सबसे ऊँचाई पर स्थित पोस्ट ऑफ़िस से अपने मित्र और परिवार को चिट्ठी भेज सकते हैं। और अन्त मे लंगज़ा जाएँ जो अन्त में बेशक है पर सबसे ख़ूबसूरत भी है। यहाँ की ख़ूबसूरती में आप खो जाएँगे और वापस जाने के लिए दिल नहीं मानेगा पर जाना तो पड़ेगा। इसके साथ ही हमारी ‘स्पीति वैली’ का सफ़र समाप्त होता है जो कि यादगार अनुभव रहेगा
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