Pushkar Holi Festival 2023
होली का पर्व खासी धूमधाम के साथ मनाया जाता है मगर राजस्थान के पुष्कर की होली की बात ही निराली है|
यहां लोग एक-दूसरे का कपड़ा फाड़ कर होली का जश्न मनाते हैं जो यहां का खास आकर्षण होता है, यहां की होली में सिर्फ भारतीय ही नहीं बल्कि विदेशी टूरिस्ट भी बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं |
विदेशी टूरिस्टों को खासकर इस होली का इंतजार रहता है क्योंकि इसमें खूब मौज-मस्ती होती है
इस कपड़ा फाड़ होली को देखने के लिए देश के कोने-कोने के सैलानी और विदेशी सैलानी बड़े उत्साहित रहते हैं |
विदेशी सैलानी इस दौरान एक-दूसरे के कपड़े फाड़ डालते थे, हालांकि अब खुद के ही कपड़े फाड़ते हैं |
लेकिन २०१८ के बाद राजस्थान पुलिस ने इस कपडा फाड़ होली पर रोक लगा दी है |
आइए आज आपको बताते हैं के 2023 की होली इस बार पुष्कर में कैसे मनाई गई |
पुष्कर में 4 दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय होली महोत्सव की शनिवार शाम पुष्कर सरोवर के ब्रह्मघाट पर महाआरती से शुरुआत हुई। राजस्थान पर्यटन विकास निगम (आरटीडीसी) के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ ने महाआरती की। इसके बाद ब्रह्मा मंदिर स्थित ब्रह्म वाटिका एम्फी थियेटर में भजन संध्या हुई। इसमें प्रतिष्ठित शास्त्रीय गायिका विद्या शाह ने प्रस्तुति दी।
पुष्कर में ब्रह्मा जी का मंदिर है, यह सब दुनिया में जानते हैं। पुष्कर के होली महोत्सव को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए होली महोत्सव पुष्कर- 2023 का आयोजन किया गया। इससे परम्परागत होली उत्सव के बारे में देश-विदेश के लोगों को जानकारी मिलेगी। राजस्थान और पुष्कर में पर्यटन बढ़ेगा। महोत्सव का जो आगाज हुआ है, यह एक ऐतिहासिक है।
5 मार्च को मेला मैदान में शाम 4 बजे कैमल शो का आयोजन हुआ । फिर शाम 6:30 बजे पुष्कर सरोवर के वराह घाट पर महाआरती हुई । मेला मैदान में शाम 7 बजे पदमश्री गुलाबो सपेरा की ओर से कालबेलिया डांस किया गया। इसके बाद शाम 8 बजे मैला मैदान में ही अनुराधा पौडवाल की ओर से धार्मिक भजन संध्या प्रस्तुत की गई।
सोमवार 6 मार्च को भव्य होली कार्यक्रम हुआ। शाम 4 बजे ब्रह्म चौक, होली का चौक और ब्रह्म वाटिका पर चंग, डफ, कच्छी घोड़ी और गैर नृत्य किया गया। प्रसिद्ध नगाड़ा वादक नाथूलाल सोलंकी द्वारा सरोवर के जयपुर घाट पर शाम 6 बजे नगाड़ा वादन किया गया। 6:30 बजे पुष्कर सरोवर के 52 घाटों पर लगभग 1.25 लाख दीपों से भव्य दीपदान का आयोजन हुआ। ब्रह्म घाट पर महाआरती हुई। सरोवर पर आतिशबाजी भी हुई। होलिका दहन और फूलों की होली ब्रह्म वाटिका एम्फी थियेटर में देर शाम 7 बजे हुई। प्रसिद्ध गायक पदमश्री हरिहरन का म्यूजिक कॉन्सर्ट मेला मैदान में देर शाम 7:30 बजे आयोजित हुआ।
आतिशबाजी और बॉलीवुड स्टार प्रस्तुति
धुलेंडी के दिन 7 मार्च को शाम 6:30 बजे गऊ घाट पर महाआरती हुई। मेला मैदान में शाम 7 बजे आतिशबाजी हुई। बॉलीवुड गायक अमित त्रिवेदी ने आखरी रात को अपने गानों से सभ को झूमने पर मज़बूर कर दिया |
इस होली का पूरा वीडियो आप मेरे YouTube चैनल Ranjit Sekhon Vlogs पे देख सकते हो