भारत एक आज़ाद देश हैं जहाँ हर किसी को विचारों की, धर्म की और कहीं भी घूमने की आज़ादी है। इस बात परआपका सीना 56 इंच का हो इससे पहले ये जान लें कि इसका एक दूसरा पहलू भी है जिसे जानकर आपकी खुशी हवा हो जाएगी। भारत में ऐसी कई जगह हैं जहाँ भारतीयों की ही एंट्री पर बैन है। शायद आप यही सोच रहे होंगे कि आखिर कौन-सी हैं ये जगह? तो ज़रा इस लिस्ट पर नज़र डालिए:
1. ऊनो-इन होटल, बैंगलोर
इस होटल को सिर्फ जापानी लोगों के मनोरंजन के लिए ही बनाया गया था और यहाँ लंबे वक्त तक भारतीयों की एंट्री नहीं थी। एक बड़े अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, ग्रेट बैंगलोर सिटी कॉरपोरेशन (जीबीसीसी) ने भारतीयों की लगातार आई शिकायतों को गहराई से समझा और अब इस नस्लवादी होटल को बंद कर दिया है।
2. फ्री कसोल कैफे, कसोल
पिछले साल ये कैफे तब सुर्खियों में आया जब पता चला कि इसका मालिक भारतीयों को अंदर प्रवेश नहीं करने देता। इस बात के बारे में कई कहानीयाँ हैं। एक अखबार के अनुसार, मैनेजर शंकर उस दिन सिर्फ "बुरे मूड" में था, यही वजह है कि उसने भारतीय लड़की को मेन्यू-कार्ड देने से मना कर दिया था। हालाँकि कई और दावे किए गए हैं कि इस कैफे में भारतीयों के खिलाफ नस्लवाद आम बात है। दुख की बात है कि भारत की सबसे मशहूर जगहों में से एक पर बने होने के बावजूद इस कैफ़े में भारतीयों की एंट्री पर रोक है।
3. रूसी कॉलोनी, कुंदनकुलम
कई दावों के अनुसार, कुंदनकुलम परमाणु ऊर्जा परियोजना की रिहायशी सोसाइटी के अन्दर एक "रूसी कॉलोनी" है जहाँ भारतीयों को अंदर जाने की अनुमति नहीं है। यह कॉलोनी पावर प्रोजेक्ट के लिए काम करने वाले कई रूसी नागरिकों का निवास है, और यहाँ घर, होटल, क्लब हाउस आदि सुविधाएँ उपलब्ध हैं।
4. रेड लॉलीपॉप हॉस्टल, चेन्नई
मंडावेली में यह खास हॉसटल सिर्फ विदेशीयों के लिए आरक्षित है, अगर आप उनकी वेबसाइट पर लॉग इन करते हैं तो वे बेझिझक ये दावा करते हैं कि यह "भारत में पहली बार आने वाले आगंतुकों के लिए एक खास तरह की छात्रावास है। जिसमें केवल पासपोर्ट वालो को ही प्रवेश मिलेगा।"
5. गोवा के कुछ बीच और शैक्स
खबर यह है के गोवा में कुछ बीचों और शैक्स में भारतीय नागरिकों के प्रवेश पर रोक है। अरामबोल बीच पर एक काफी लोकप्रिय शैक है जो भारतीयों को अपने कमरे किराए पर नहीं देता क्योंकि वे 'महिलाओं पर बुरी नजर डालने वाले लोग होते हैं।'
6. पुदुचेरी के कुछ बीच
जैसी की कहानियाँ और दावे गोवा की बीचों के बारे में हैं, वैसे ही पुडुचेरी की बीचों पर कुछ रेस्तरां और होटल भारतीयों को बाहर रहने के लिए कहते है।
7. ब्रॉड लैंड्स होटल, चेन्नई
हिप्पी लोगों के ज़माने का ये कैफे तब चर्चा में आया जब कुछ भारतीयों ने यहाँ कमरा बुक करना चाहा। 2010 के एक बड़े अखबार की रिपोर्ट के मुताबिर यहाँ सिर्फ वही भारतीय नागरिक कमरा ले सकते हैं जिनके पास एक विदेशी पासपोर्ट है।
8. नोरबुलिंगका कैफे, धर्मशाला
ऑनलाइन पोस्ट में किए गए दावों के अनुसार, यह कैफे हर उस व्यक्ति को अंदर आने के लिए मना करने के लिए जाना जाता है जो "दूर से भी भारतीय दिखता है"। अगर ये बात सही है, तो यह नस्लवाद का सबसे दुर्भाग्यपूर्ण उदाहरण है।
9. चीन के कब्जे वाला अरुणाचल
हमारे देश के उत्तरपूर्वी स्वर्ग से कई कहानियाँ आती रही हैं, जिनमें कहा गया है कि भारतीय राष्ट्रियता वाले किसी भी व्यक्ति को ऐसे कई क्षेत्रों में प्रवेश करने पर रोक है जिन्हें चीन अपने क्षेत्र में होने का दावा करता है।
10. सेसर ला, डैपसांग
ससोमा के दूसरी तरफ के क्षेत्र जैसे ससेर ला और दापसांग प्लेन की पहाड़ी श्रंखला परमिट सिस्टम के अंतर्गत नहीं आते हैं। इसलिए जो वहॉं जाना चहाता है उसको सेना और मिनिस्ट्री ऑफ़ होम अफेयर्स की अनुमति लेनी होती है। इस अनुमति को लेने का सबसे अच्छा तरीका है एक विदेशी राष्ट्रीयता और फिर एक फीस की पेमेंट करना है (4 भारतीयों सहित 8 लोगों के समूह के लिए $ 4000)।
क्या आप भी ऐसी किसी जगह के बारे में जानते हैं, तो नीचे कॉमेंट्स में लिख कर हमें बताएँ।
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