पहाड़, घाटियाँ, झील, बर्फ, एडवेंचर्स हममें से काफी लोगों को पसंद होता है| और अक्सर हमें जब भी वक्त मिलता है हम उन रास्तों की तरफ निकल पड़ते हैं| और सोचिये अगर हमें उन रास्तों की जानकारी पहले से हो तो हमारा ट्रिप कितना यादगार बन सकता है। आज हम इस आर्टिकल में धर्मशाला के सभी मुख्य पर्यटक स्थल घूमने की जानकारी देंगे। धर्मशाला हिमाचल प्रदेश का वो शहर है जहाँ आप इन तमाम चीज़ों का लुत्फ़ उठा सकते हैं। तो धर्मशाला के बेस्ट पर्यटक स्थलों की जानकारीं प्राप्त करने के लिए आर्टिकल को अंत तक ज़रूर पढ़ें।
Tripoto हिंदी के इंस्टाग्राम से जुड़े
धर्मशाला में घूमने की 10 खास जगह
धर्मशाला हिमाचल प्रदेश में घूमने की कई जगह है जहाँ आप अपने दोस्तों और फैमिली के साथ जा सकते हैं इस आर्टिकल में हम आपको धर्मशाला में घूमने की 10 सबसे खास जगहों के बारे में बता रहें हैं। तो आइए जानते हैं।
ज्वालामुखी देवी मंदिर धर्मशाला
ज्वालाजी मंदिर को ज्वालामुखी या ज्वाला देवी के नाम से भी जाना जाता है। ज्वालाजी मंदिर हिमाचल प्रदेश की कांगड़ा घाटी के दक्षिण में 30 किमी और धर्मशाला से 56 किमी की दूरी पर स्थित है। ज्वालाजी मंदिर हिंदू देवी “ज्वालामुखी” को समर्पित है। कांगड़ा की घाटियों में, ज्वाला देवी मंदिर की नौ अनन्त ज्वालाएं जलती हैं, जो पूरे भारत के हिंदू तीर्थयात्रियों को आकर्षित करती हैं। मंदिर की नौ अनन्त ज्वालाओं में उनके निवास के कारण, उन्हें ज्वलंत देवी के रूप में भी जाना जाता है। यह एक ऐसा अद्भुत मंदिर है जिसमें भगवान की कोई मूर्ति नहीं है। ऐसा माना जाता है कि देवी मंदिर की पवित्र लपटों में रहती हैं, जो बाहर से बिना ईंधन के दिन-रात चमत्कारिक रूप से जलती हैं।
भाग्सू फॉल्स धर्मशाला
मैक्लोडगंज से 2 किमी दूर भागसू फॉल स्थित है जो धर्मशाला में घूमने की सबसे अच्छी जगहों में से एक है। भाग्सू फॉल्स हरियाली और प्रकृति के बीच अपने सबसे प्राचीन रूप में स्थापित है जो राजसी और बेहद भव्य है। धर्मशाला की यात्रा करने वाले सभी पर्यटकों को इस जगह जरुर आना चाहिए।
धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम, धर्मशाला
धर्मशाला की राजसी हिमालय पर्वत श्रृंखला की गोद में बसा एक छोटा सा क्रिकेट स्टेडियम है जो समुद्र तल से 1,457 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। आपको बता दूं कि यह क्रिकेट मैदान दुनिया के सबसे ऊंचे खेल मैदानों में से एक है। धर्मशाला में क्रिकेट स्टेडियम का दौरा करते समय आपको कुछ अजीब महसूस हो सकता है, लेकिन शानदार प्राकृतिक पृष्ठभूमि और ठंडी हवाएं लगातार मैदान में बहती हैं, जो एचपीसीए स्टेडियम की यात्रा को खास बनती है।
युद्ध स्मारक धर्मशाला
वॉर मेमोरियल धर्मशाला में देखने की खास जगहों में से एक है। यह स्मारक शहर के पास देवदार के जंगलों में स्थित है और यह जगह यात्रा करने के लायक है। यहाँ एक सुंदर जीपीजी कॉलेज है जिसका निर्माण ब्रिटिश काल के दौरान किया गया था। वॉर मेमोरियल की स्थापना शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए किया गया था। यह स्मारक शहीद हुए सैनिकों की याद में बनाई गई है, जिन्होनें देश की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया था। चीड़ के जंगल के पास स्थित यह स्मारक धर्मशाला में घूमने के लिए सबसे अच्छे पर्यटन स्थलों में से एक है। हरे-भरे पेड़ों के बीच इस स्मारक की दीवारों पर शानदार नक्काशी के द्वारा शहीदों के नाम अंकित किए गए है। प्राकृतिक सौंदर्य से परिपपूर्ण यह स्थान परिवार के साथ घूमने के लिए एक उत्तम गंतव्य है।
नामग्याल मठ, मैकलोडगंज, धर्मशाला
नामग्याल मठ, त्सुगलाखंग परिसर के स्थित है जो यहां धर्मशाला के पास पर्यटकों द्वारा सबसे ज्यादा देखी जाने वाली जगहों में से एक है। यह परिसर दलाई लामा के निवास स्थान होने के साथ यहाँ पर मंदिर, किताबों की दुकानों, कई दूसरी दुकानें स्थित हैं।
दलाई लामा मंदिर परिसर, धर्मशाला
तिब्बती संस्कृति से परिपूर्ण दलाई लामा मंदिर परिसर जिसे त्सुगलाखंग मंदिर भी कहा जाता है, यह धर्मशाला में एक राजनीतिक-धार्मिक केंद्र है। शांतिपूर्ण ध्यान और धार्मिक प्रार्थना के लिए मंदिर में पहियों या माला मौजूद हैं। दलाई लामा मंदिर परिसर बौद्धों के लिए श्रद्धेय तीर्थ स्थल बन गया है। इसके अलावा यहाँ का शांतिपूर्ण वातावरण दुनिया भर के पर्यटकों को बेहद आकर्षित करता है। आप भी जब भी धर्मशाला आए तो यहाँ ज़रूर आयें।
मसरूर रॉक कट मंदिर, धर्मशाला
धर्मशाला में कांगड़ा से 32 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मसरूर रॉक कट मंदिर एक पुरातात्विक स्थल है जो वर्तमान में एक खंडहर है। यहाँ परिसर में इंडो- आर्यन शैली की वास्तुकला में डिज़ाइन किए गए 15 रॉक कट मंदिरों का एक संयोजन है। बताया जाता है कि इन्हे कि इसे 8 वीं शताब्दी में बनाया गया था जो हिंदू देवता शिव, विष्णु, देवी और सौरा को समर्पित हैं। इतिहास प्रेमी और पर्यटकों के लिए यह जगह किस्सी जन्नत से कम नहीं है।
त्रियुंड, धर्मशाला
त्रियुंड मैकलोडगंज से 9 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह जगह बहुत उंचाई पर स्थित है जो मून पीक-इंदेरा पास का शानदार नजारा दिखाती है। यह जगह पिकनिक बनाने के लिए बहुत अच्छी है। यहाँ की स्वछता और प्राचीन वातावरण आपका दिल जीत लेगा। अगर आप धर्मशाला घूमने के लिए आते हैं तो यहाँ की खास जगहों में से एक त्रियुंड घूमने भी जरुर आयें।
डल झील, धर्मशाला
डल झील हिमाचल प्रद्रेश के कांगड़ा जिले स्थित है जिसका नाम कश्मीर की डल झील से पड़ा है। यह झील हिमाचल प्रदेश के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। यहाँ के आकर्षण को देखने के लिए दिन भर पर्यटकों और प्रकृति प्रेमियों की भीड़ आती है। धर्मशाला में स्थित डल झील शांतिपूर्ण समय बिताने और मछलियों को देखने के लिए बेहद खास जगह है। डल झील 1,775 मीटर की ऊंचाई पर हरे-भरे देवदार के जंगल से घिरी हुई है। यह स्थान ट्रेकिंग और भ्रमण के लिए एक शुरूआती बिंदु है जो वाक के लिए झील के चारों ओर कवर किया गया है। यहाँ पर झील के किनारे शिव मंदिर भी है जो इस झील को एक पवित्र स्थान बनाता है।
कांगड़ा कला संग्रहालय, धर्मशाला
कांगड़ा संग्रहालय तिब्बती और बौद्ध कलाकृति के शानदार चमत्कार और उनके समृद्ध इतिहास को बताता है। यह धर्मशाला के बस स्टेशन के पास स्थित है। इस संग्रहालय में आप कई पुराने गहने, दुर्लभ सिक्के यादगार, पेंटिंग, मूर्तियां और मिट्टी के बर्तन जैसी चीज़ें देख सकते हैं।
धर्मशाला घूमने का सबसे अच्छा समय
वैसे तो आप पूरे साल धर्मशाला जा सकते हैं। हालांकि धर्मशाला घूमने का सबसे अच्छा समय वसंत और शुरुआती गर्मियों में होगा जब मौसम अधिकतम 25 डिग्री सेल्सियस होता है। यहाँ की सर्दियाँ कभी-कभी बर्फबारी से भीग जाती हैं जो इस समय यह घाटी को और अधिक सुंदर बनाती है। मानसून में यहाँ की यात्रा करने से बचें क्योंकि इससे आपकी यात्रा की योजना में बाधा आ सकती है।
धर्मशाला कैसे पहुँचे
धर्मशाला की यात्रा करना कोई कठिन काम नहीं है क्योंकि आप रेल, हवाई और सड़क मार्ग से आसानी से शहर पहुँच सकते हैं।
रेल मार्ग से धर्मशाला कैसे पहुँचे
यहाँ निकटतम प्रमुख रेलवे स्टेशन 85 किलोमीटर दूर पठानकोट में है। जम्मू-कश्मीर जाने वाली कई ट्रेनें पठानकोट में रुकती हैं। धर्मशाला पहुँचने के लिए आप पठानकोट से टैक्सी या बस ले सकते हैं। धर्मशाला से मात्र 22 किलोमीटर की दूरी पर एक छोटा रेलवे स्टेशन, कांगड़ा मंदिर भी है, लेकिन कोई भी महत्वपूर्ण ट्रेन यहाँ नहीं रुकती है।
हवाई जहाज से धर्मशाला कैसे पहुँचे
अगर आप हवाई जहाज से यात्रा करना चाहते हैं तो बता दें निकटतम हवाई अड्डा धर्मशाला से लगभग 13 किलोमीटर दूर गग्गल में स्थित हैं। अगर आप भारत के अन्य किसी हिस्से आ रहे हैं तो चंडीगढ़ तक उड़ान भरना और धर्मशाला के लिए अपनी यात्रा के लिए टैक्सी बुक करना सबसे अच्छा विकल्प होगा, जो लगभग 275 किलोमीटर दूर है।
बस से धर्मशाला कैसे पहुँचे
बस से धर्मशाला के लिए यात्रा करना एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता। राज्य संचालित बसों के साथ-साथ निजी बस ऑपरेटर नेटवर्क के माध्यम से धर्मशाला दिल्ली और उत्तर भारत के कई शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। दिल्ली से धर्मशाला लगभग 520 किलोमीटर की दूरी पर है।
क्या आपने धर्मशाला की यात्रा की हैं। अपने अनुभव को हमारे साथ शेयर करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
बांग्ला और गुजराती में सफ़रनामे पढ़ने और साझा करने के लिए Tripoto বাংলা और Tripoto ગુજરાતી फॉलो करें
Tripoto हिंदी के इंस्टाग्राम से जुड़ें और फ़ीचर होने का मौक़ा पाएँ।