मध्य प्रदेश को भारत का दिल कहा जाता है। मध्य प्रदेश में अनगिनत जगहें हैं जो हर किसी को एक्सप्लोर करनी चाहिए। कुछ जगहें तो ऐसी जहाँ पहुँचने के बाद आप हिमाचल औप उत्तराखंड को भूल जाएँगे। मध्य प्रदेश की ऐसी ही शानदार और खूबसूरत जगहै है, पंचमढ़ी। मध्य प्रदेश का शानदार हिल स्टेशन है, पचमढ़ी। इसे सतपुड़ा की रानी भी कहा जाता है।
पचमढ़ी में खूब सारे पड़े, घना जंगल और कई सारे झरने हैं। पचमढ़ी को अच्छे से देखने के लिए आपके पास कम से 2 दिन तो होने ही चाहिए। दो दिन में पूरे पचमढ़ी को कैसे घूमें? इसका पूरा प्लान हम आपको बता देते हैं। जिससे पचमढ़ी को एक्सपलोर करते समय आपको कोई दिक्कत न हो।
कैसे पहुँचे?
फ्लाइट से: अगर आप हवाई मार्ग ने पचमढ़ी आने का प्लान बना रहे हैं तो सबसे नजदीकी भोपाल एयरपोर्ट है। भोपाल एयरपोर्ट से पचमढ़ी लगभग 220 किमी. है। आप भोपाल से बस या कैब से पचमढ़ी पहुँच सकते हैं।
ट्रेन से: अगर आप रेल मार्ग से पंचमढ़ी जाना चाहते हैं तो सबसे निकटतम पिपरिया रेलवे स्टेशन है। पिपरिया से पचमढ़ी 47 किमी. की दूरी पर है। पिपरिया से आप टैक्सी लेकर पचमढ़ी जा सकते हैं।
वाया रोड: अगर आप सड़क मार्ग से पचमढ़ी जाने के बारे में सोच रहे हैं तो सबसे नजदीकी शहर भोपाल, जबलपुर और इंदौर शहर हैं। इन शहरों से आपको पचमढ़ी के लिए बसें मिल जाएँगी। अगर आपके पास खुद की गाड़ी है तब तो पचमढ़ी पहुँचने में कोई ज्यादा परेशानी नहीं आएगी।
कहाँ ठहरें?
पचमढ़ी पहुँचने के बाद आपको सबसे पहले यहाँ ठहरने के लिए ठिकाना चाहिए होगा। पचमढ़ी एक फेमस हिल स्टेशन है। यहाँ पर कई सारे होटल और रिजॉर्ट हैं। आप अपने बजट के हिसाब से इनमें ठहर सकते हैं।
पचमढ़ी यात्रा:
दिन 1
1- रजत प्रताप वाटरफॉल
पचमढ़ी पहुँचने के बाद आप सबसे पहले घूमने की शुरूआत पचमढ़ी के रजत प्रताप वाटरफॉल के साथ कर सकते हैं। 350 फीट की ऊँचाई पर गिरने वाले इस झरने को सिल्वर फॉल्स के नाम से भी जाना जाता है। ये भारत का 30वां सबसे ऊँचा झरना है। रजत प्रताप वाटरफॉल पहाड़ और जंगलों से घिरा हुआ है। यहाँ तक पहुँचने के लिए आपको छोटी-सी ट्रेकिंग भी करनी पड़ेगी। जब आप इस झरने को देखेंगे तो आपका दिल खुश हो जाएगा।
2- अप्सरा विहार फॉल्स
पचमढ़ी में एक और शानदार झरना है, अप्सरा विहार फॉल्स। रजत प्रताप वाटरफॉल से आप नीचे की ओर चलेंगे तो 10 मिनट के बाद ये शानदार झरना आपको देखने को मिलेगा। अप्सरा विहार फॉल्स छोटा सा है और पूल की तरह बना हुआ है। कहा जाता है कि अंग्रेजों के शासनकाल के दौरान यहाँ ब्रिटिश महिलाएँ नहाने आती थीं। पचमढ़ी आएँ तो इस झरने को भी जरूर देखें।
3- बी फॉल
पचमढ़ी हिल स्टेशन पर कई सारे झरने हैं। बी वाटरफॉल उनमें से ही एक है। इस वाटरफॉल को जमुना प्रताप के नाम से भी जाना जाता है। ये पचमढ़ी की सबसे शानादार जगहों में से एक है। 150 फीट की ऊँचाई से गिरने वाले इस झरने की जादुगरी देखकर आपका दिल खुश हो जाएगा। इस झरने तक पहुँचने के लिए आपको कुछ किलोमीटर की हाइक तो करनी ही पड़ेगी लेकिन यकीन मानिए कि इस जगह पर पहुँचकर आप निराश नहीं होंगे।
4- धूपगढ़
पचमढ़ी में पूरा दिन घूमने के बाद शाम को आपको धूपगढ़ पहुँच जाना चाहिए। पचमढ़ी में सूर्यास्त देखने के लिए धूपगढ़ सबसे शानदार जगह है। धूपगढ़ सतपुड़ा रेंज की सबसे ऊँची जगह है। यहाँ से आपको चारों तरफ खूबसूरत पहाड़ और शानदार हरियाली देखने को मिलेगी। आपको यहाँ सनसेट देखने के लिए जरूर आना चाहिए।
दिन 2:
5- पांडव गुफाएँ
पचमढ़ी में दूसरे दिन की शुरूआत पांडव गुफाओं से की जा सकती है। पांडव गुफाएँ पचमढ़ी की सबसे लोकप्रिय जगहों में एक है। पचमढ़ी के ये गुफाएँ महाभारत के 5 पांडवों के नाम पर पड़ी हैं। कहा जाता है कि अपने वनवास के दौरान पांचों भाई इन गुफाओं में रूके थे। इस लोकप्रिय जगह को आपको भी देखना चाहिए।
6- जटा शंकर गुफा
पचमढ़ी में एक प्राकृतिक गुफा भी है, जटा शंकर गुफा। इस गुफा में 108 शिवलिंग बनी हुई हैं। इस जगह के बारे में दो किवदंतियाँ है। कहा जाता है कि भगवान शिव ने अपने जटाओं का एक हिस्सा यहाँ छोड़ दिया था। दूसरे कहता है कि ये आकृतियाँ भगवान शिव की जटाओं की तरह दिखते हैं। इस वजह से इसे जटा शंकर गुफा कहा जाता है। आप इन चीजों को मानते हों या न मानते हों फिर भी आपको यहाँ एक बार जरूर आना चाहिए।
7- हाँडी खोह
भारत के ज्यादातर हिल स्टेशन में एक सुसाइड प्वाइंट जरूर होता है। ठीक उसी तरह मध्य प्रदेश के पचमढ़ी में भी एक सुसाइड प्वाइंट है। हाँडी खोह में आप इस सुसाइड प्वाइंट को देख सकते हैं। हाँडी खोह एक पहाड़ी है जहाँ से नीचे बहुत गहरी खाई है। ये पहाड़ी वी शेप की बनी हुई है। ये जगह सुसाइड प्वाइंट तो लेकिन बेहद खूबसूरत है। हरियाली से भरपूर ये जगह फोटोग्राफी के लिए किसी जन्नत से कम नहीं है।
8- सतपुड़ा नेशनल पार्क
दिन के समय आपको पचमढ़ी में सतपुड़ा नेशनल पार्क जाना चाहिए क्योंकि इसको देखने में आपको काफी समय लग जाएगा। वाइल्डलाइफ प्रेमियों को पचमढ़ी में ये जगह तो जरूर देखनी चाहिए। ये बड़ा सा नेशनल पार्क 202 वर्ग किमी. में फैला हुआ है। डेनवा नदी नेशनल पार्क से बहती है। इस नेशनल पार्क में कई सारे जानवर और वनस्पति आपको देखने को मिलेगी। सतपुड़ा नेशनल पार्क में आप जंगल सफारी कर सकते हैं। जंगल सफारी करने के बाद जब आप पचमढ़ी लौटेंगे तो शाम हो चुकी होगी। इन जगहों को देखने के बाद आपकी पचमढ़ी की यात्रा शानदार हो जाएगी।
कब जाएँ?
पचमढ़ी मध्य प्रदेश की ऐसी जगह है जहाँ आप किसी भी मौसम में घूमने आ सकते हैं। हर मौसम में पचमढ़ी कुछ अलग और खूबसूरत देखने को मिलेगा। गर्मियों में आप अप्रैल से जून के समय आ सकते हैं। सर्दियों में आपको जुलाई से सितंबर के बीच में आना चाहिए औ सर्दियों में पचमढ़ी आने के लिए नवंबर से फरवरी का महीना बेस्ट है। अब बस तय आपको करना है कि कब आपको मध्य प्रदेश के इस खूबसूरत हिल स्टेशन को एक्सप्लोर करना है।
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