जैसे की हर वर्ष ईद बड़े ही धूम धाम से मनाई जाती है। ईद-उल-फितर इस बार 02 मई को नहीं मनाया गया क्योंकि चांद नजर ही नहीं आया। अब यह त्यौहार 03 मई को धूमधाम से घर पर ही मनाया जाएगा। अब बस चांद के दीदार का इंतजार है। चांद के दिखते ही यह पर्व मनाने की तैयारी शुरू हो जाएगी। खुशियों से भरा आपसी भाई चारे के बुनियाद पर टिका त्यौहार ईद मेल-मिलाप और आपसी सौहार्द के नाम से जाना जाता है। आपको बता दूं कि हमारे भारत में भी ईद बड़े स्तर पर मनाया जाता है। भारत के कई ऐसी मशहूर जगहें हैं, जहाँ ईद मनाने का जोश देखने लायक होता है। इन जगहों का रोमांच और आपसी मेल-मिलाप देख के लोगों का दिल गदगद हो जाता है। भारत में कुछ शहर ऐसे भी हैं जहाँ की ईद बेहद फेमस है और देखने लायक होती है। तो आइए जानते हैं कुछ ऐसी ही जगहों के बारे में जहाँ ईद काफी धूमधाम से मनाई जाती हैं।
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दिल्ली
देश की राजधानी दिल्ली में मुस्लिम आबादी काफी ज्यादा हैं और दूसरे त्यौहारों की ही तरह ईद का त्यौहार भी यहाँ पूरे धूमधाम से मनाया जाता है। ईद के मौके पर लोग पुरानी दिल्ली स्थित जामा मस्जिद जो देश के सबसे फेमस मस्जिदों में से एक है। यहाँ सभी मुस्लिम समाज के लोग इकट्ठा होते हैं। ईद के दिन यहाँ काफी भीड़ लगती है।
यहाँ लोग नमाज पढ़ने के बाद एक दूसरे को गले लगा के ईद की मुबारकबाद देते हैं। सिर्फ ईद ही नहीं बल्कि पूरे रमजान के दौरान जामा मस्जिद के आसपास की गलियां लोगों की भीड़ से भरी रहती हैं। रमजान और ईद के मौके पर खाने-पीने की दुकानों के साथ ही बड़ी संख्या में शॉपिंग के लिए भी लोग पुरानी दिल्ली का ही रुख करते हैं। क्योंकि यहाँ सभी चीजें आसानी से मिल जाती हैं। यहाँ मीठी सेवईयां हों या फिर चिकन-मटन का स्वाद, हर कुछ आपको दिल्ली में आसानी से मिल जाएगा।
लखनऊ
अपने नवाबी अंदाज के लिए मशहूर लखनऊ शहर में भी मुस्लिमों की संख्या अच्छी खासी है और होली-दिवाली की ही तरह ईद का त्यौहार भी यहाँ धूमधाम से मनाया जाता है। लखनऊ की ईद अपने नवाबी अंदाज के लिए देश ही नहीं विदेशों में भी मशहूर है। ईद के दिन लखनऊ का मुख्य आकर्षण यहाँ का सबसे बड़ा मैदान ऐशबाग ईदगाह और आसिफी मस्जिद है। लखनऊ के सबसे बड़े मैदान ऐशबाग ईदगाह और असीफी मस्जिद में बड़ी संख्या में लोग जमा होते हैं और एक साथ ईद की नमाज अदा करते हैं।
बाहर से आए पर्यटकों को भी ईद के दौरान लखनऊ में काफी कुछ देखने को मिलता है। ईद की खास नजाकत और उल्लास देखकर बाहर से आए पर्यटक के भी कदम एक बार के लिए थम जाते है। उनका भी दिल इस आकर्षक पल को छोड़कर जाने को नहीं करता हैं।
हैदराबाद
लखनऊ के बाद बात आती हैं निजामों के शहर हैदराबाद की। आपको ये जानकर हैरानी होगी कि अपनी हलीम के स्वाद के लिए दुनिया भर में मशहूर हैदराबाद में हलीम सिर्फ रमजान के पाक महीने के दौरान ही बनायी जाती है। चारमीनार हैदराबाद की सबसे फेमस जगह है और यहीं पर बड़ी संख्या में लोग ईद की नमाज अदा करने पहुंचते हैं। और ईद की मुबारक़बाद देते हैं।
रमजान के पाक महीने और ईद के मौके पर चारमीनार तक जाने वाली हर सड़कें शॉपिंग करने वाले लोगों के भीड़ से भरी रहती है। मक्का मस्जिद में भी ईद के दिन लोगों की भारी भीड़ जमा होती है। मक्का मस्जिद चारमीनार से कुछ ही दूर पर स्थित है। ईद के दिन भारी भीड़ होने के कारण सिकंदराबाद और गोलकुंडा ईदगाह में भी बड़ी संख्या में लोग नमाज अदा करते हैं।
श्रीनगर
वैसे तो पूरे जम्मू-कश्मीर में ही ईद का त्यौहार पूरे जोश और उत्साह के साथ मनाया जाता है लेकिन राजधानी श्रीनगर की ईद कुछ ज्यादा ही खास होती है। ईद के दिन सबसे बड़ी भीड़ यहाँ के प्रसिद्ध हजरत बल में देखने को मिलती है। यहाँ लोग भारी संख्या में एकत्र होते हैं। इस दिन चहल कदमी की खास रौनकता देखने को मिलती है। नमाज पढ़ने के बाद लोग यहाँ एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद देते हैं।
सबसे बड़ी बात तो ये है कि यहाँ दूर दराज से आए सैलानियों, पर्यटकों को भी स्थानीय लोग ईद के उल्लास में शामिल करते हैं। श्रीनगर में प्रसिद्ध लाल चौक, रीगल चौक और गोनी मार्केट ईद ही नहीं बल्कि पूरे रमजान के महीने के दौरान व्यस्त रहता है। हजरत महल के अलावा यहाँ लोग ऐतिहासिक स्थल ईदगाह पर जमा होकर उसे भी आकर्षक बनाते हैं, ईदगाह में भी ईद के दिन नमाज अदा की जाती है।
मुंबई
देश का सबसे व्यस्त और भागता दौड़ता शहर मुंबई भी ईद के त्यौहार को पूरे जोश और उत्साह के साथ मनाता है। यहाँ की भी ईद बाकी जगहों जैसे ही काफी खास तौर तरीकों से मनाई जाती हैं। दक्षिण मुंबई के सबसे बड़े और फेमस मैदान आजाद मैदान में अधिकतर लोग ईद की नमाज अदा करने पहुंचते हैं। नमाज पढ़ने के बाद लोग यहाँ एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद देते हैं।
ईद के दिन यहाँ भारी भीड़ देखने को मिलती है। यहाँ ईद और रमजान के मौके पर शहर के मस्जिदों को अच्छी तरह सजाया जाता हैं। सजाई गई मस्जिदों का स्वरूप लोगों को काफी आकर्षित करता है। खाने-पीने के शौकीन लोग जहाँ खाऊ गली में अपना डेरा जमाकर रखते हैं वहीं, इबादत में व्यस्त लोग हाजी अली दरगाह जाना नहीं भूलते। और इबादत करने के लिए हाजी अली दरगाह जाते हैं।
पिछले वर्ष की तरह इस साल भी ईद पर कोरोना का साया बना हुआ है। इसलिए विशेष एहितयात के साथ इस पर्व को घर पर ही रहकर सेलिब्रेट करें। ताकि आप और आपके आस पास के सभी लोग सुरक्षित रहें।
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