अक्सर सभी लोग गर्मियों में अपने दोस्तों या परिवार के साथ घूमने की प्लानिंग करते हैं और अगर आप भी अप्रैल में आने वाले लॉन्ग वीकेंड पर कही घूमने की प्लानिंग कर रहें हैं तो अप्रैल का महीना आपके लिए बिल्कुल परफेक्ट रहेगा। क्योंकि अप्रैल में इस बार एक लंबा वीकेंड पड़ रहा है जिसमें आप एक मिनी ट्रिप प्लान कर कही घूमने जा सकते हैं। दरअसल दोस्तों, इस बार 14 अप्रैल को महावीर जयंती की छुट्टी रहेगी और 15 अप्रैल को गुड फ्राइडे है। इसके बाद आपको 16 और 17 तारीख को शनिवार-रविवार की छुट्टी मिल जायेगी। तो अगर आप भी अप्रैल में कोई ट्रिप प्लान कर रहे हैं तो आप 14 अप्रैल की शाम को ट्रिप के लिए निकल जाए। और अपने 4-5 दिन किसी अच्छी जगह पर जाकर बिताए जा सकते हैं। तो आइए जानते हैं कि वो जगहें कौन कौन सी हैं।
1. स्पीति वैली (हिमाचल प्रदेश)
दोस्तों, स्पीति वैली उत्तर भारत की एक ऐसी खूबसूरत डेस्टिनेशन है जिसके बारे में तो बहुत लोग जानते हैं, लेकिन इस खूबसूरत जगह को कम ही लोग एक्सप्लोर कर पाते है। दोस्तों, स्पीति वैली एक बहुत ठंडा रेगिस्तान हैं, जो कि पहाड़ों के बीच हरे-भरे परिदृश्य और शांत गांवों से घिरी हुई एक खास जगह हैं। दोस्तों अगर आप ट्रेकिंग का शौख रखते हैं। तो ट्रेकिंग के लिए स्पीति वैली से अच्छी कोई और जगह कोई नहीं। ये जगह आज भी अपनी खूबसूरती और प्राचीन संस्कृति के लिए बेहद लोकप्रिय है।
2. नुबरा वैली (लद्दाख)
नुब्रा घाटी लेह से 150 किमी की दूरी पर बसी एक आकर्षक और खूबसूरत घाटी है। नुब्रा का मतलब होता है - फूलों की घाटी। यह घाटी गुलाबी और पीले जंगली गुलाबों से सजी है। इसकी सुंदरता की वजह से नुब्रा घाटी को 'लद्दाख के बाग' के नाम से भी जाना जाता है। दोस्तो, देश ही नहीं बल्कि दुनियाभर से लोग इस घाटी में घूमने आते हैं। अगर आप यहाँ आते हैं तो यहाँ आकर आप एक अलग तरह की संस्कृति का अनुभव करेंगे। इस घाटी की रेत और आकर्षक पहाड़ियां यहाँ आने वाले पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। सर्दियों में नुब्रा घाटी का मौसम काफी ठंडा रहता है इसलिए सर्दियों में यहाँ जाना थोड़ा मुश्किल होता है। यहाँ जाने के लिए सबसे सही समय अप्रैल से सितंबर तक रहता है।
3. मलाना (हिमाचल प्रदेश)
हिमालय की चोटियों के बीच स्थित मलाना गांव चारों तरफ से गहरी खाइयों और बर्फीले पहाड़ों से घिरा है। करीब 1700 लोगों की आबादी वाला ये गांव सैलानियों के बीच खूब मशहूर है। दुनियाभर से लोग यहाँ घूमने के लिए आते हैं। हालांकि, मलाना तक पहुंचना बहुत ही मुश्किल है। इस गांव के लिए कोई भी सड़क नहीं है। पहाड़ी पगडंडियों से होते हुए ही यहाँ तक पहुंचा जा सकता है। पार्वती घाटी की तलहटी में स्थित जरी गांव से यहाँ तक सीधी चढ़ाई है। दोस्तों, मलाना को भारत का छोटा ग्रीस कहा जाता है। ये जगह अपनी खूबसूरती के साथ-साथ प्राचीन संस्कृति के लिए भी प्रसिद्ध है। जमदग्नि और रेणुका देवी का मंदिर यहाँ के पर्यटन के दो मुख्य केंद्र हैं। इसके अलावा आप यहाँ देवदार के घने जंगल, मलाना बांध, देओ तिब्बा माउंटेन और पार्वती वैली भी देखने जा सकते हैं।
4. लैंड्सडाउन (उत्तराखंड)
उत्तराखंड की वादियों में बसा लैंड्सडाउन एक ऐसा ही हिल स्टेशन है। जहाँ आपको ज्यादा छुट्टी लेकर जाने की जरूरत नहीं। यहाँ आप कम समय में हुई घूम सकते हैं। लैंड्सडाउन उत्तराखंड की एक ऑफबीट डेस्टिनेशन है। ये जगह पूरे साल टूरिस्ट से भरी रहती है। लैंसडाउन खूबसूरत और शांत होने के साथ सुरक्षित भी है, क्योंकि यहाँ सैनिक छावनी है। वैसे तो लैंड्सडाउन में मौसम सालभर ही सुहावना रहता है। यहाँ गर्मी भी ज़्यादा नहीं पड़ती। मार्च से जून के बीच यहाँ काफी खुशनुमा मौसम रहता है, वहीं दिसंबर से फरवरी के बीच कड़ाके की ठंड पड़ती है। कई बार तापमान शून्य तक चला जाता है। हालांकि सर्दियों के दौरान बर्फबारी देखने लायक होती है। दोस्तों, अगर आप वीकेंड पर लैंड्सडाउन जा रहे हैं, तो जाहिर है आपके पास वक्त की कमी होगी, लेकिन यह वक्त छोटे से लैंड्सडाउन को घूमने के लिए काफी है। यहाँ आप ट्रेकिंग, स्ट्रॉलिंग, साइटिंग और बोटिंग जैसी एक्टिविटीज का भी लुत्फ उठा सकते हैं। अपने परिवार या दोस्तों के साथ कुछ यादगार पल बिताने के लिए ये जगह बेस्ट है। दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले लोग 4-5 दिन में बड़ी आसानी से यहाँ घूमकर आ सकते हैं।
5. तीर्थन वैली (हिमाचल प्रदेश)
हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू जिले में स्थित इस तीर्थन घाटी का नाम तीर्थन नदी से लिया गया है। जो हिमालय के हिमनदों से निकलती है। तीर्थन घाटी में हर साल बहुत से सैलानी घूमने और समय व्यतीत करने के लिए आते है। यह घाटी “ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क” के अंदर स्थित है, इस प्रसिद्ध घाटी में ट्रेक द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है। तीर्थन घाटी को हिमाचल प्रदेश की सबसे अच्छी ट्रेकिंग मार्गो के लिए जाना जाता है। यह लोकप्रिय घाटी जीएचएनपी में स्थित चार घाटियों में से एक है। यह पूरी घाटी अल्पाइन पेड़ों, और हरे भरे जंगलो से भरी पड़ी है। इस घाटी में विशेष वनस्पतियों और जीवों की बहुत सी प्रजातियां प्रचुर मात्रा में पाई जाती है। यह घाटी रिवर क्रॉसिंग, रैपलिंग, ट्रेकिंग, ओवरनाइट कैंपिंग, रॉक क्लाइम्बिंग, बर्ड वॉचिंग, फोटोग्राफी और बहुत से प्रकार की साहसिक गतिविधियों के लिए पूरे देश भर में जानी जाती है। यदि आप इस खूबसूरत तीर्थन घाटी में घूमने और समय व्यतीत करने के लिए उत्सुक है, तो यहाँ आने के लिए आप का सही समय और सबसे अच्छा मौसम अप्रैल से लेकर अक्टूबर के बीच का है।
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