घुमक्कड़ों की नई पसंद बन रही हैं मनाली से लेह के बीच स्थित ये 7 जगहें

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हर व्यक्ति के लिए घुमक्कड़ी के अलग मायने होते हैं। कुछ लोग रिलैक्स करने के लिए ट्रिप पर जाना पसंद करते तो कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो किसी काम से बाहर जाते हैं लेकिन समय निकालकर थोड़ा घूम भी लेते हैं। हालांकि जो लोग काम के बीच में घूमते हैं उन्हें भी कुछ छूट जाने का दुख रह जाता है। हर साल तमाम पर्यटक मनाली से लेह की यात्रा करते हैं। पर उसमें से कितने ऐसे होते हैं जो मनाली से लेह के बीच में पड़ने वाली जगहों को भी पूरी शिद्दत से घूमते हैं? कोविड-19 के पहले शायद ही कुछ घुमक्कड़ ऐसे होंगे जो ऐसी जगहों पर जाने के बारे में सोचते होंगे। लेकिन अब जब घुमक्कड़ी का पूरा रूप बदल गया तो हर कोई किसी अनछुई जगह पर जाना चाहता है। फिलहाल मनाली से लेह के बीच में कुछ जगहें ऐसी हैं जो घुमक्कड़ों को खूब पसंद आ रही हैं।

1. केलांग

केलांग स्पीति लाहौल जिले का मुख्यालय तो है ही पर साथ में ये मनाली-लेह रूट पर पड़ने वाला सबसे बड़ा कस्बा भी है। केलांग कर्दांग मोनास्ट्री का घर भी है जो तिब्बती बौद्ध धर्म के ड्रुकपा भाग मानने वालों के लिए सबसे महत्वपूर्ण और बड़ी मोनास्ट्री है। जरूरी जगह होने की वजह से केलांग में ठहरने के लिए आपको तमाम होटल और गेस्टहाऊस मिल जाएँगे। आप अपने बजट के हिसाब से इनके बीच चुनाव कर सकते हैं। अच्छी बात ये भी है कि मनाली से लेह जाने वाली हिमाचल पर्यटन की बसों के लिए भी केलांग एक बड़ा चेकप्वाइंट है। ज्यादातर बसें केलांग में रात का ब्रेक लेती हैं। केलांग की खूबसूरती ऐसी है कि आपका दिल खुश हो जाएगा। मनाली से लेह जाने वाले पर्यटकों की सूची में केलांग घूमना जरूर जुड़ा होता है।

2. सिस्सू

ख्वलिंग के नाम से भी मशहूर सिस्सू मनाली से लगभग 40 किमी. की दूरी पर स्थित है। यदि आप सिस्सू जाना चाहते तो आपको मनाली से लेह जाने वाले रास्ते पर बढ़ना होता है। चन्द्र नदी के किनारे बसी ये जगह अटल टनल के दूसरी ओर है। यानी मनाली से आने वालों को अटल टनल पार करके सिस्सू आना होता है। सिस्सू में कुछ बेहतरीन झरने हैं जिन्हें देखने के लिए काफी पर्यटक आते हैं। क्योंकि सिस्सू पास स्थित अन्य गाँवों के लिए शहर का काम करता है इसलिए यहाँ आपको रहने और खाने के लिए बढ़िया विकल्प मिल जाएँगे। सिस्सू में आपको कोई पाँच सितारा होटल तो नहीं मिलेगा लेकिन आपको एक आरामदायक ठिकाना और टेस्टी खाने के लिए सभी इंतेजाम किया मिलेगा।

3. जिस्पा

मनाली से लेह जाने वाले रास्ते में पड़ने वाला जिस्पा भी पर्यटकों को खूब पसंद आ रहा है। जिस्पा मनाली-लेह हाईवे पर पड़ने वाली वो जगह है जिसकी प्राकृतिक छटा आपके दिल में घर कर जाएगी। जिस्पा में ज्यादातर घर मिट्टी से बने हुए हैं। जिस्पा वो छोटा कस्बा है जो हर घुमक्कड़ को खुश करने के लिए काफी होता है। जिस्पा के लोग भी बेहद सरल और सुलझे स्वभाव के हैं। यदि आप सोच रहे हैं कि जिस्पा में ठहरने के लिए क्या विकल्प हैं तो बता दें यहाँ हर बजट में कमरे उपलब्ध हैं। आप होटल, गेस्टहाऊस और होमस्टे में से अपने हिसाब से ठिकाना चुन सकते हैं। यदि आप लेह घूमने जा रहे हैं तो सुझाव है कि आपको कम से कम एक रात जिस्पा में जरूर बितानी चाहिए।

4. सरचु

सरचु मनाली और लेह के बीच पड़ने वाली वो जगह है जहाँ से आप हिमाचल को पीछे छोड़कर लेह की सीमा में दाखिल होते हैं। सरचु की खासियत ये भी है कि कैंपिंग का शौक रखने वाले लोगों के बीच ये जगह काफी पसंद की जाती है। जिन लोगों को कैंपिंग करने का अनुभव है वो सरचु में आपने आप कैंपिंग कर सकते हैं। वहीं जिन्हें कैंपिंग करने का उतना अनुभव नहीं है वो सरचु में बनी कैंपिंग साइट पर रह सकते हैं। सरचु आपको तेज धूप में ठंडे साए जैसा होगा। जहाँ आप सुकून से प्राकृतिक सौंदर्य का मजा ले सकते हैं। सरचु मनाली से लेह की ओर जाने वाले पर्यटकों के लिए रुककर आराम करने के लिए भी सरचु महत्वपूर्ण जगह है।

5. रोहतांग दर्रा

मनाली से रोहतांग की यात्रा आपको खुद को जानने का बेहतरीन मौका देगी। आपको रोमांच पसंद है या नहीं इसका पक्का जवाब आपको मनाली से रोहतांग जाने पर मिल जाएगा। यदि आप मनाली से रोहतांग जाने के बारे में सोच रहे हैं तो सुझाव है कि आपको अपनी यात्रा सुबह जल्दी शुरू कर देनी चाहिए। मनाली से लगभग 55 किमी. की दूरी पर स्थित रोहतांग दर्रा के नजारे आपको खुश कर देंगे। यात्रा के पहले 40 किमी. में झमाझम बहते वाटरफॉल और कुछ बेहद शानदार लैंडस्केप भी दिखाई देते हैं। हो सकता है आपको सूर्योदय ना भी दिखाई दे लेकिन बर्फीले पहाड़ आपको उसकी कमी नहीं महसूस होने देंगे।अनाली से रोहतांग के रास्ते में आप पलछन और कोठी गाँव भी घूम सकते हैं। रोहतांग की इन्हीं खूबियों की वजह से ये पर्यटकों की पसंदीदा जगहों में शुमार रहता है।

6. बारालाचा पास

तांगला पास के बाद बारालाचा पास मनाली-लेह हाईवे पर पड़ने वाले दूसरा सबसे ऊँचा दर्रा है। वैसे देखा जाए तो तांगला पास अधिक ऊँचाई पर है लेकिन बारालाचा पास साल में ज्यादा समय के लिए बर्फ से ढका रहता है। बारालाचा पास में साल के ज्यादातर समय बर्फ गिरती है जिसकी वजह से इस पास की खूबसूरती दोगुनी हो जाती है। यदि आप जून और जुलाई के आसपास बारालाचा पास जाने का मन बना रहे हैं तो आपको बर्फबारी देखने का मौका भी मिल सकता है। बारालाचा पास मनाली-लेह हाईवे पर सबसे ज्यादा देखी जाने वाली जगहों में से है।

7. रूमत्से

तांगलांग ला पास को पार करके आगे बढ़ने पर आपको लद्दाखी इलाके का लैंडस्केप बदलता हुआ नजर आएगा। वैसे तो मनाली से लेह वाले रास्ते पर ज्यादातर समय आपको बीहड़ पहाड़ और खुली जमीन दिखाई देगी लेकिन रूमत्से आते-आते आप इस इलाके के सबसे खूबसूरत नजारों से रूबरू होने लगेंगे। रूमत्से के नजदीक पहुँचते ही आपको एक बार फिर हरियाली दिखाई देने लगेगी। हरे-भरे पहाड़ और खेत देखकर आपकी यात्रा में और मजा जुड़ जाएगा। रूमत्से इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस इलाके के कई ट्रेक की शुरुआत भी यहीं रूमत्से से ही होती है। यदि आपको रोमांच पसंद है और ट्रेक करना चाहते हैं तो उसके लिए भी आपको रूमत्से आना पड़ेगा।

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