आप अगर शुद्ध शाकाहारी हैं और कभी पहाड़ों पर आप ज्यादा समय के लिए ट्रेक करने जा रहे हैं और आपको आइडिया हैं कि उधर शुद्ध शाकाहारी खाना कम ही मिलने के चांस हैं तो सबसे अच्छा तरीका हैं दाल और ड्राई फ्रूट्स के लड्डू ले जाओ।या ये थेपले और अचार ले जाओ। अगर आप पोर्टर रखने में सक्षम हैं तो कोशिश करो खाने की अधिकतर चीज़े लेकर ही जाओ।
अभी मुझे सामना करना पड़ रहा हैं इस चीज का। मैं हूं पक्का शाकाहारी।प्याज भी नही खाता।कोशिश करता हूं शाकाहारी होटल्स पर ही खाता हूं। ऐसे होटल जहां दोनों तरह का खाना बनता हैं तो वहां भी जहां तक पॉसिबल हो नही खाता।
पहाड़ों पर ट्रेक करने के दौरान अधिकतर जगह दोनों तरह के खाने परोसने वाले होटल या ढाबे ही मिलते हैं।इसीलिए मैं अपने साथ काफी सारी चीजें खाने की ले जाता हूं।जहां मेरा खाना खत्म हो जाता हैं वहां फिर दोनों तरह के खाने वाले होटल में दाल चावल खाने भी पड़ते हैं, सब्जी में से कभी कभी प्याज अलग निकाल कर भी खाना पड़ता हैं तो खाता हूं।वैसे अभी तक ऐसी दिक्कत बहुत ही कम जगह आई हैं।बिना प्याज का खाना मुझे तो हर जगह मिला,चाहे तिब्बत हो ,दुबई हो ,चादर ट्रेक हो ।जितने भी ट्रेक किए हैं सबमें मेरे हिसाब का खाना मुझे मिल ही गया।
अभी इस बार मैं परांठे की तरह काम आने वाले ये गुजराती थेपले ले कर गया हूं,घर के बने मूंग की दाल के लड्डू भी।लेकिन इस बार खाने के सामान कम ले गया हूं तो थोड़ा थोड़ा कही दाल चावल से गुजारा चला रहा हुं।पर ये खाखरे सबसे बढ़िया चीज हैं,इसमें अचार भी आता हैं,जिसके साथ इसे खा लो।मेरे साथ एक गुजरात का परिवार भी हैं तो वो आम का मीठा अचार और ढेर सारे थेपले ले आए हैं।तीनों इन्ही सबसे काम चला रहे हैं।
कम से कम एक समय के खाने का खर्चा और नाश्ते का खर्चा भी बच रहा हैं और बिना किसी टेंशन के पेट भी भर रहा हैं।
अगर आप भी शाकाहारी हैं तो आप अपनी ट्रिप पर ये खाखरे और आम का मीठा अचार जरूर साथ रखे।
किसी भी ट्रेक पर आप ये खाने की चीजें अपने साथ ले जा सकते हैं -
1. चॉकलेट्स
2. मिक्स्ड डॉयफ्रुइट्स
3. कुकीज़ और बिस्किट्स के पैकेट्स
4. मखाना
5. इंस्टेंट मेग्गी और उपमा के कुछ पैकेट्स
6. थेपला और खाखरा
7. अलग अलग तरह की इंस्टैंट चाय के पैकेट्स
8. घर पर बनी मिठाइयां जैसे कि दाल के लड्डू ,शक्करपारे आदि।
अपने किसी भी ट्रेक को शुरू करने से पहले इनमें से कुछ चीजें आप जरूर पैक करे।
नोट : यह लेख मैंने अपने 2022 के विंटर एवेरेस्ट बेस केम्प के दौरान लिखा था।
-Rishabh Bharawa