कोरोना महामारी काल में काफी समय से जारी लॉकडाउन के बीच प्रतिबंध में ढील मिलते ही लोग पहाड़ की ओर निकल पड़े हैं। पर्यटकों की सबसे ज्यादा भीड़ हिमाचल प्रदेश की ओर निकल पड़ी है। हिमाचल प्रदेश में एक तरह से सैलानियों की सैलाब आ गई है। रोज हजारों की संख्या में पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं। इससे हिमाचल की ओर जाने वाले सभी रास्तों पर गाड़ियों की लंबी लाइन लग गई है।
शिमला कालका मार्ग पर सोमवार को गाड़ियों की लंबी लाइन लग गई। यहीं हाल तकरीबन सभी रास्तों पर है। दिल्ली और मैदानी इलाकों में काफी गर्मी पड़ने के कारण लोग पहाड़ की ओर रुख कर रहे हैं। ऐसे में ज्यादातर लोगों का ठिकाना हिमाचल की ओर ही है। अब किसी तरह की खास पाबंदी ना होने से वे अपनी गाड़ी से निकल रहे हैं। हिमाचल प्रदेश के ज्यादातर होटल पूरी तरह से भर से गए हैं।
पर्यटक शिमला के साथ कुल्लु- मनाली, कसौली, पालमपुर, धर्मशाला, कुफरी, चंबा और डलहौजी की ओर ज्यादा संख्या में निकल रहे हैं। रोहतांग पास भी फिर से खोल दिया गया है। यहां भी बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचने लगे हैं। लेकिन रोहतांग दर्रा जाने के लिए एक दिन में सिर्फ 1400 गाड़ियों को ही अनुमति दी जा रही है।
लोग काफी समय से घर में रहकर उब गए थे। करीब डेढ़ साल से घर में बंद लोग बाहर निकल कर खुश हैं और पर्यटन उद्योग से जुड़े लोग भी राहत महसूस कर रहे हैं। लेकिन पर्यटकों की भीड़ बढ़ने से कोरोना के गाइडलाइन का सही से पालन नहीं हो पा रहा है। वैसे सरकार ने आरटी पीसीआर से छूट दे दी है लेकिन पर्यटकों से कोरोना दिशानिर्देशों के सख्ती से पालन करने को कहा है।
होटल, होमस्टे और रेस्त्रां वाले भी अपने हिसाब से कोरोना प्रोटोकाल का पालन कर रहे हैं और पर्यटकों से भी पालन करने का आग्रह कर रहे हैं। क्योंकि कोरोना काल में लोगों के ना आने से उनके रोजगार पर गहरा असर पड़ा है। अब सब कुछ खुलने से उनके चेहरे पर फिर से मुस्कान-सी आ गई है। पर्यटकों को भी खुद सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है। जरा सी भी लापरवाही भारी पड़ सकती है। सावधानी के साथ सफर का आनंद लीजिए।
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