लद्दाख एक बेहद खूबसूरत टूरिस्ट डेस्टिनेशन है, जहां हर मुसाफ़िर अपनी ज़िंदगी में एक बार ज़रूर जाना चाहता हैं। क्योंकि नीला आसमान, विशाल बंजर पहाड़ और झील का साफ सुथरा नीला पानी ये सब ऐसी चीजें हैं जो आपको केवल लद्दाख में ही देखने को मिलेंगी। पर अगर आप किसी कारण वश लद्दाख नही जा पा रहें हैं तो घबराएं मत आज हम आपको उड़ीसा के एक ऐसे जगह के बारे में बताएंगे जिसे मिनी लद्दाख के नाम से जाना जाता हैं। यह जगह हुबहू लद्दाख जैसा ही हैं। यूं तो ओडिशा में कई खूबसूरत और छुपे हुए रत्न हैं। उन में से ही एक हैं यह तपांग माइन झील जिसे मिनी लद्दाख के नाम से भी जाना जाता हैं।
तपांग झील
तपंगा ग्रीन झील खोरधा जिले के निजिगढ़ में स्थित है। तपांग झील एक बहुत ही खूबसूरत झील है जिसके आसपास बैठकर आप हवा में आराम कर सकते हैं या प्राकृतिक सुंदरता को निहार सकते हैं। बड़ा सौली मुंडिया को ओडिशा कैन्यन झील के नाम से जाना जाता है। यहां आ कर आपको लद्दाख जैसा महसूस होगा। नीला आसमान, विशाल बंजर पहाड़ और झील का साफ सुथरा नीला पानी जैसा आपको लद्दाख में देखने को मिलता हैं। वैसा यहां भी देखने को मिलेगा। इस स्थान पर और इसके आस-पास ऐसे कई स्थान हैं जहां से कुछ आश्चर्यजनक तस्वीरें खींची जा सकती हैं। यह जगह फोटोग्राफी के लिए बेस्ट हैं।
तपांग झील का इतिहास
राजधानी भुवनेश्वर, निजिगढ़ से सिर्फ 40 किलोमीटर दूर पर स्थित हैं। पहले यह मूल रूप से यह एक खनन स्थल था। जिसे खोद दिया गया था। यह जगह एक विवादित भूमि का टुकड़ा है जो पहले लेटराइट पत्थरों का खनन क्षेत्र था। यहां विभिन्न आपराधिक मामलों के साथ-साथ अवैध खनन गतिविधियों का भी प्रयास किया गया है। और कुछ टाइम बाद यहां बारिश का पानी इकट्ठा होने लगा। और यह जगह एक टूरिस्ट प्लेस में तब्दील हो गया।
तपांग झील में क्या करें?
तपांग झील एक बहुत ही खूबसूरत झील है जिसके आसपास बैठकर आप हवा में आराम कर सकते हैं या प्राकृतिक सुंदरता को निहार सकते हैं। इसके साथ ही फोटोग्राफी के लिए भी यह जगह जन्नत हैं। हालाँकि यह स्थान निश्चित रूप से कुछ डायनामाइट गतिविधि के कारण प्रतिबंधित है, लेकिन झील आँखों के लिए एक सौंदर्य आनंद का काम करती है। यदि आप सूर्यास्त के दौरान यहां का दृश्य देखेंगे तो यह मंत्रमुग्ध कर देने वाला अनुभव होगा आपके लिए। सबसे अच्छी बात यह है कि आप इसे ऊंचाई से भी देख सकते हैं और पानी के करीब भी जा सकते हैं। इसमें थोड़ा आपको पैदल चलना होगा, जो आपको ट्रैकिंग का भी अनुभव दे देगा। यह एक ऐसी जगह लगती है जो ओडिशा में बिल्कुल अलग अनुभव देती हैं। बिल्कुल लेह जैसी। भुवनेश्वर शहर के पास अपने खूबसूरत नज़ारे के कारण यह बहुत ही कम समय में राज्य और विदेशी पर्यटकों दोनों के लिए एक पर्यटन स्थल बन गया है। इस जगह पर जाने का सबसे अच्छा समय सूर्योदय या सूर्यास्त के दौरान है क्योंकि आप आकर्षण का आनंद ले सकते हैं।
तपांग झील में इन चीजों का रखें ख्याल
खोरधा जिला प्रशासन ने युवाओं के लिए एक नए हैंगआउट डेस्टिनेशन के रूप में उभरे निजिगढ़ तपांग को निषिद्ध क्षेत्र घोषित कर दिया है। जिला प्रशासन ने लोगों से आग्रह किया है कि वे स्टोन क्वेरी पर न जाएं क्योंकि इस क्षेत्र में अभी भी कई बिना विस्फोट वाले डायनामाइट पड़े हुए हैं जो उनके जीवन के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं। यह एक खुली और खाली जगह है, इसलिए कुछ नाश्ता और पर्याप्त पानी अवश्य रखें। यदि आपको गर्मी के टाइम में यहां आते हैं तो सनब्लॉक के लिए छाते लाना ना भूलें। यह खुर्दा के रास्ते पर है और गूगल मानचित्र के माध्यम से इसे आसानी से खोजा जा सकता है। आप अपने परिवार के साथ वहां जाने के लिए आसानी से कैब किराये पर ले सकते हैं। हालाँकि, मेरी राय में सबसे अच्छा तरीका दोपहिया वाहन होगा। अंतिम 2 किलोमीटर थोड़े व्यस्त हैं और थोड़ी ऑफ-रोडिंग कौशल की आवश्यकता है।
तपांग झील का पता
निजिगढ़ तपांग, ओडिशा 752018, भारत
तपांग झील कैसे जाएं?
यह धौलीमुहान रेलवे स्टेशन से लगभग 1.97 किलोमीटर दूर है। यहां से आप टैक्सी या कैब ले कर बहुत ही आसानी से यहां तक पहुंच सकते हैं। इसके आलावा ओडिशा शहर बाकी शहरों से अच्छी तरह रोड़ से जुड़ा? हुआ हैं। आप अपने परिवार के साथ वहां जाने के लिए आसानी से कैब किराये पर ले सकते हैं। हालाँकि, मेरी राय में सबसे अच्छा तरीका दोपहिया वाहन होगा। अंतिम 2 किलोमीटर थोड़े व्यस्त हैं और थोड़ी ऑफ-रोडिंग कौशल की आवश्यकता है।
यह एक ऐसी जगह लगती है जो मैंने ओडिशा में पहले कभी नहीं देखी है और तपांग का दृश्य विस्मयकारी है। इसलिए, ओडिशा की अपनी अगली यात्रा पर सुनिश्चित करें कि आप इसे अपनी सूची में जोड़े।
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