ऊटी का यह रिज़ॉर्ट है छुट्टियाँ मनाने के लिए बेहतरीन

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हैं और भी दुनिया में जन्नतें बहुत दिलकश।

लेकिन इन पहाड़ों का है अन्दाज़ ए मज़ा और।

ऊटी दक्षिण भारत के उन गिने पहाड़ों में है जहाँ पर सर्दी का आनन्द उठाने जा सकते हैं। और तो और, चॉकलेट और चाय के कारण इस पहाड़ी का नाम और याद किया जाता है। अगर आपने भी क्वारंटीन के बाद गर्मियों में कहीं घूमने का प्लान किया है तो ऊटी बढ़िया विकल्प है।

ऐसी जगह आने पर आप अच्छे होटल में भी ठहरना चाहेंगे, जहाँ की बालकनी से पहाड़ों के शानदार नज़ारे हों, जानदार मौसम हो और यादगार क़िस्से हों। तो आप डिलाइट इन रिसॉर्ट के बारे में ज़रूर पढ़ें।

जब मेरा इस होटल में रुकना हुआ था, तो लगा ही नहीं कि मैं ऊटी में हूँ। चाय के बाग़ान और एक शान्त माहौल इस जगह को और सुकून देने वाला बना देता है।

प्रॉपर्टी के बारे में

टाइगर हिल्स पर बसे इस रिसॉर्ट से मार्केट कुल 3-4 किमी0 दूरी पर होगा। मेरा ख़ुद का अनुभव कहता है कि इस जगह पर आप बिल्कुल भी निराश नहीं होंगे।

अरुण राधाकृष्णन जो कि यहाँ के मालिक हैं, उनसे मिलने पर अपने परिवार वाले ही किसी सदस्य का एहसास होगा। आप और आपका स्टाफ़ दोनों ही काफ़ी ख़्याल रखने वाले हैं।

आवभगत के बाद अब बारी उस कमरे की, जहाँ आप ठहरने वाले हैं। मुझे सबसे ज़्यादा अच्छे लगे तो ये बेड, जो इतने ज्यादा आरामदायक हैं कि बाहर निकलने का मन ही न करे। इसके अलावा खाने की चीज़ें, आप चाहें तो बार्बेक्यू पार्टी तक अपने कमरे में कर सकते हैं।

कुल मिलाकर लग्ज़री, आराम, सुविधा और सारी ज़रूरतों का ख़्याल करती है ऊँटी की यह प्रॉपर्टी।

क़ीमत

क़ीमत रहने वाले कमरे पर निर्भर करती है। तीन प्रकार के कमरे देख सकते हैं आप। सुपीरियर कपल रूम, एग्ज़ेक्यूटिव रूम और डीलक्स रूम।

डीलक्स रूम की क़ीमत 4,000 रु. है जो कि एक परिवार के हिसाब से काफ़ी है। एक डबल बेड और एक सिंगल बेड में आराम से तीन लोगों के रुकने का इंतज़ाम हो जाएगा।

सुपीरियर कपल रूम की क़ीमत 6,000 रु. है जिसमें किंग साइज़ बेड, बालकनी और बाथरूम जुड़ा हुआ है। इसके साथ ही आपको हीटर और सर्दी से बचाने के लिए लकड़ी का फ़्लोर तक का इंतज़ाम किया गया है।

और आख़िर में एग्ज़ेक्यूटिव रूम, जिसकी क़ीमत 6,000 से 7,000 के बीच में है, जो चार लोगों के लिए बढ़िया कमरा है। यहाँ आपको अलग से इलेक्ट्रिक सेफ़, हेयरड्रायर, लॉन्ड्री सर्विस की सुविधा दी गई है।

ज़ायका

जैसा कि मैंने पहले बताया कि यहाँ पर आपको खाने से बिल्कुल भी दिक्कत नहीं होने वाली है। चाहे दक्षिण भारतीय हो, या फिर उत्तर भारतीय, चाइनीज़ या फिर कॉन्टिनेंटल खाना, सब आपको पसन्द आएगा।

अगर आप अपने लिए कोई स्पेशल डिश ऑर्डर करना चाहते हैं, तो वो भी बता सकते हैं। बार्बेक्यू डिनर का भी आनन्द आप ले सकते हैं, चाहे आप शाकाहारी हों या फिर माँसाहारी।

जाने का सही समय

जैसा कि आप जानते हैं, ऊटी हर समय लोगों के लिए खुला रहता है। तो आप भी साल भर यहाँ आ सकते हैं। लेकिन मॉनसून के ठीक बाद यहाँ की हरियाली में एक अलग ही चमक होती है, जिसे देखने का नज़ारा आपने बिल्कुल भी नहीं छोड़ना चाहिए।

अक्टूबर से फ़रवरी का समय यहाँ घूमने के लिए सबसे बढ़िया रहेगा।

कैसे पहुँचें

तमिलनाडु की सर्वाधिक प्रसिद्ध जगहों में एक है ऊटी। इसलिए यहाँ आप फ़्लाइट, सड़क या फिर रेल; तीनों ही मार्गों से आ सकते हैं।

हवाई मार्गः इसके सबसे नज़दीकी हवाई अड्डा कोयम्बटूर का है जहाँ से आपको ऊँटी के लिए सीधी टैक्सी या बस मिल जाएगी। कोयम्बटूर से यहाँ तक पहुँचने में आपको 3-4 घण्टे का समय लगेगा।

रेल मार्गः कोयम्बटूर का रेलवे स्टेशन भी इसका नज़दीकी रेलवे स्टेशन है। वहाँ से आपको ऊँटी के लिए बस या टैक्सी मिल जाएगी और आने में क़रीब 3-4 घण्टे का समय लगेगा।

सड़क मार्गः आप चाहें तो अपनी गाड़ी लेकर यहाँ आ सकते हैं। नहीं तो ऊटी के लिए बसें और टैक्सी तमिलनाडु की हर बड़ी जगह से आसानी से मिल जाएँगी।

आसपास घूमने के लिए

1. ऊटी घूमें और मौसम का मज़ा लें

घूमने के मामले में, मौज मस्ती के लिए या फिर मौसम के लिहाज़ से ऊँटी का कोई हिसाब नहीं। बोट हाउस, बोटेनिकल गार्डन, चर्च, चाय के बाग़ान और डोडाबेट्टा व्यूपॉइंट आपको ज़रूर देखने चाहिए।

इसके साथ ही नीलगिरि माउण्टेन रेलवे की यात्रा आपके जीवन की सबसे यादगार यात्रा हो सकती है।

2. कोटागिरि में एक दिन

नीलगिरि की पहाड़ियों पर बसा हुआ कोटागिरि मेरे हिसाब से ऊँटी से भी ज़्यादा अच्छी जगह है। लेकिन अच्छी बात ये है कि ज़्यादा लोगों को इसकी जानकारी नहीं है इसलिए कम भीड़ के कारण यह जगह सुन्दरता के चरम पर बनी हुई है।

यहाँ पर कोडानाडु व्यूपॉइंट, डॉलफ़िन नोज़ व्यूपॉइंट, कैथरीन जलप्रपात ज़रूर देखने जाएँ।

3. मॉडी की चॉकलेट

ऊँटी की बेस्ट चॉकलेट है मॉडी की चॉकलेट। वो बनती भी यहीं है और बिकती भी यहीं है। चॉकलेट फ़्लेवर के जितने प्रकार हो सकते हैं, वो सारे आपको यहाँ देखने मिलते हैं। तो ये मौक़ा बिल्कुल हाथ से जाने नहीं दीजिएगा।

4. झील में मटरगश्ती

झीलों का शहर है ऊटी। एवेलांच झील, अपर भवानी झील, पाइकारा झील, ऊँटी झील जैसी कई और झीलें हैं, जिनको घूमने के लिए थोड़ा सा बाहर निकलना पड़ेगा। लेकिन मान के चलिए कि ये वाकई फलेगा।

5. होटल में सुकून वाला बिस्तर

अगर आपका कहीं भी बाहर घूमने का मन नहीं है, तो भी कोई दिक्कत वाली बात नहीं है। रिसॉर्ट की बालकनी से ही आप पहाड़ के इन नज़ारों को देख सकते हैं। इस अलावा सुकून वाले बिस्तर पर भी सो सकते हैं।

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यह एक अनुवादित आर्टिकल है। ओरिजिनल आर्टिकल पढ़ने के लिए क्लिक करें।

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