एक दिन मे 3 जगह एक साथ घूमा जा सकता है क्या...?
रविवार को ऑफिस की छुट्टी थी तो शनिवार रात सोचा की छुट्टी वाले दिन क्या किया जाए?? फिर अचानक से ही दिमाग मे ख़्याल आया क्यो न आगरा और मथुरा चला जाए..!
बस फिर क्या उठाई अपनी स्कूटी और निकल पड़ा घूमने के लिए।
मैंने अपनी ये एक दिन की ट्रिप सुबह 4 बजे स्टार्ट करी। सुबह 4 बजे मै अपने घर से मथुरा की तरफ निकल पड़ा। सुबह का शांत मौसम और खाली हाईवे पर स्कूटी चलाने का एक अलग ही मजा है सुबह 6.30 बजे मैंने अपनी स्कूटी *कौंसि कलां*
मे पप्पू ढाबा पर रोकी और वहां चाय और परांठे का स्वाद लिया।
पप्पू ढाबे से पेट भरने के बाद मैंने पहले मथुरा मे बरसाना गाँव मे र रानी मंदिर(जन्म स्थान राधा जी) के दर्शन किये और फिर मथुरा के नंद गाँव से और वहाँ के गाँव वाले कचे रास्ते से निकलता हुआ अपने अगले स्थान वृन्दावन की तरफ चल पड़ा। वृन्दावन मे *बाँके बिहारी मंदिर*, *वैष्णो माता मंदिर*, *इस्कोंन मंदिर* प्रेम मंदिर* के दर्शन करके दोपहर 1.30बजे मै निकल पड़ा आगरा की तरफ।
इन सभी मंदिरो का अपना अलग अलग इतिहास अपनी अलग खासियत है और ज्यादातर मंदिर दोपहर 12 बजे बंद हो जाते है बांके बिहारी मंदिर मे 11 तक आप दर्शन कर सकते है या फिर शाम को , प्रेम मंदिर मे 12 बजे तक या फिर शाम 4 से, वैष्णो मंदिर मे 1 बजे तक या फिर शाम 4 बजे से,,, ऐसे ही सभी मंदिरो का अलग अलग समय तय है।
एक खास बात *प्रेम मंदिर* का नज़ारा शाम को अलग ही होता है । पूरे मंदिर के रंग हर 5 सेकेंड मे बदलते रहते है और वहां के पार्क मे मौजूद अलग अलग फ़वारे और मूर्तियों का नज़ारा शाम को देखने वाला होता है।
दोपहर 1.30 बजे मै मथुरा से आगरा की तरफ़ निकल पड़ा और फिर 3.30 बजे मै आगरा स्थित गुरुद्वारा गुरु का ताल पहुंचा और वहां दर्शन करके लंगर खा कर आगरा मे स्थित शिरोज़ हैंगआउट कैफे गया। शिरोज़ कैफे एसिड विक्टिम की तरफ़ से चलाया जा रहा एक कैफे है जहा आपको अलग अलग एसिड विक्टिम से मिलने का उनके बारे मे जानने का मौका मिलेगा। हर विक्टिम की एक अलग ही दर्दनाक इमोशनल कहानी है उनकी कहानी सुनने के बाद उनके बुलंद हौसले और जज़्बे को देख कर ख़ुद को भी एक अलग ही हिम्मत मिलती है।
शिरोज़ कैफे की एक खास बात उनका खाना और उनका सर्व करने का तरीका आपको बेहद पसंद आएगा। और एक खास बात आप यहाँ जितना भी खाइये और पैमेंट आप अपनी मर्जी मुताबिक 'Pay As U Wish' कर सकते है।
शिरोज़ मे थोड़ा समय बैठने के बाद फिर शाम को 7 बजे मै शिरोज़ से वापिस दिल्ली की तरफ निकल पड़ा। वापिस आते वक़्त रात करीब 9 बजे होडल के पास मेरी स्कूटी का पिछला टायर पंक्चर हो गया जिसकी वजह से मुझे काफी दिक्कत हुई फिर पंक्चर लगवा कर रात का खाना खाया और रात 12.30 बजे वापिस घर पहुंचा।
अगर आप भी एक दिन आगरा मथुरा का ट्रिप प्लान कर रहे है तो आगरा मे शिरोज़ जरूर हो के आये। अगर आप अकेले ट्रिप प्लान कर रहे है तो हो सके तो फरीदाबाद पलवल वाले रास्ते से जाये क्योंकि इस रास्ते पर आपको पंक्चर वाले, पेट्रोल पम्प, ढाबे बहुत ज्यादा मिल जायेंगे और टू व्हीलर वालो के लिए यहाँ के सभी टोल भी फ्री है।
इस पूरी ट्रिप मे मेरा 900 का पेट्रोल लगा
पप्पू ढाबे पर आपका 150₹ मे पेट भर जायेगा
शिरोज़ मे आप अपनी मर्जी मुताबिक पे कर सकते है
वापसी मे भी आप पप्पू ढाबे पर रुक सकते है।