दोस्तों, मार्च महीने की शुरुआत होते ही सभी होली की तैयारियों में लग जाते हैं। और लोग यही सोचते है कि होली का त्योैहार आ गया है। दोस्तों,होली, यानि कि रंगों का रंगबिरंगा त्यौहार। अगर देख जाए तो भारत में पूरे साल त्यौहार मनाने का सिलसिला जारी रहता है लेकिन होली और दीपावली दो ऐसे त्यौहार हैं जो पूरे देश में बड़ी ही धूम-धाम के साथ मनाये जाते हैं। रंगों के त्यौहार 'होली' जैसा आनंद शायद ही किसी और त्यौहार में देखने को मिलता हो।इसलिए होली ऐसा त्यौहार है जो कई जगहों पर लगभग हफ्ते भर चलता है। वसंत ऋतु में मनाया जाने वाला ये त्यौहार हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन लोग एक-दूसरे पर रंग, अबीर-गुलाल फेंकते हैं, और ढोल बजाकर होली के गीत गाये जाते हैं और हर घर जा कर लोगों को रंग लगाया जाता है। ऐसा भी माना जाता है कि होली के दिन लोग पुरानी दुश्मनी को भूल कर आपस में गले मिलते हैं और फिर से दोस्त बन जाते हैं। इसलिए एक तरह से कह सकते हैं कि होली मेल-मिलाप का त्यौहार है। ऐसे में अगर आप कहीं घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो देश के कुछ ऐसे हिस्सों में घूमने जा सकते हैं जिनके बारे में आपने शायद ज्यादा न सुना हो, लेकिन ये जगहें आपके ट्रैवल को काफी यादगार बना सकती हैं तो आइए जानें होली पर आप किन ऑफबीट जगहों पर जाने का प्लान बना सकते हैं।
केरल
होली में केरल में होने वाला ओंणम फेस्टिवल दुनियाभर में बहुत प्रसिद्ध है। लेकिन इस बात को कम ही लोग जानते हैं कि रंगों का त्योहार होली भी केरला में उतनी ही धूम के साथ मनाया जाता है। एक समय था जब ऐसा बोला जाता था कि होली सिर्फ उत्तर भारतीय क्षेत्रों का त्योहार है लेकिन दोस्तों, जिन्हें रंगों से प्यार है, उन पर्यटकों के लिए केरल में भी होली मनाना यादगार अनुभव से कम नहीं रहेगा। केरला में होली को मंजुल कुली और उक्कुली के रूप में जाना जाता है। इसलिए अगर आप शांत और शालीन तरीके से होली मानना चाहते हैं तो इस होली के लिए केरल आपके लिए बेस्ट जगह साबित होगी।
बंगाल
बंगाल में होने वाली होली को डोल जात्रा के रूप में जाना जाता है। यह होली से एक दिन पहले ही मनाया जाता है। इस दिन यहाँ की महिलाएँ लाल बॉर्डर वाली पारंपरिक सफ़ेद साड़ी पहन कर शंख बजाती हैं। बंगाल में भी होली का त्योहार दो दिनों तक मनाया जाता है। दोस्तों, अगर सबसे ज्यादा तहजीब के साथ होली खेली जाती है तो वो बंगाल और ओडिशा में खेली जाती है। यहाँ होली के त्योहार में आपको भद्दापन देखने को नहीं मिलेगा। इन दोनों ही जगहों पर होली को डोल पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है। यहाँ होली पर ज्यादातर लोग सिर्फ सूखे रंग या गुलाल का ही इस्तेमाल करते हैं। जिससे किसी को कोई दिक्कत ना हो। यहाँ त्योहारों का नाम अलग है पर उनका सार एक जैसा ही है।
मणिपुर
दोस्तों, भले ही मणिपुर की होली बाकी जगहों जैसे बहुत प्रसिद्ध न हो। लेकिन मणिपुर की होली बहुत शानदार होती है। मणिपुर में छोटे तौर पर मनाई जाने वाली होली अब बहुत ही उल्लास के साथ वहाँ के होने वाले योसंग त्यौहार के साथ मनाई जाती है। मणिपुर में योसंग त्योहार और होली का उत्सव 6 दिन तक बहुत ही उल्लास से चलता है। इस दौरान, आप यहाँ खाने-पीने के पारंपरिक स्वाद के जायका का आनंद भी ले सकते है। मणिपुर की प्राकृतिक सुंदरता और होली के त्योहार में यहाँ रंगों से सराबोर त्योहार मानने का आनंद बहुत ज्यादा बढ़ जाता है।
कर्नाटक
कर्नाटक होली के लिए बेस्ट डेस्टिनेशंस में से एक है। जहाँ कर्नाटक में हर साल हंपी में लाखो की संख्या में देसी और विदेशी सैलानी आते हैं। कहा जाता है कि अगर आपको वाकई में होली का मज़ा लेना है, तो एक बार कर्नाटक जरूर जाएँ। संस्कृति से सराबोर यहाँ की होली मनाने के बाद आप बार-बार यहाँ जाना चाहेंगे। कर्नाटक में मनाई जाने वाली हंपी की होली का अनुभव बड़ा ही निराला होता है। होली के अवसर पर हवा में उड़ते रंग-गुलाल के बीच तेज ढोल-नगाड़ों और संगीत की धुनों पर हर कोई मगन नजर आता है। यही वजह हैं कि कर्नाटक के हंपी की होली आप भूल नहीं पाएंगे। तो इस साल आप होली यहाँ मना सकते हैं।
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