हरियाली और बर्फ से ढंके पहाड़ों वाला पार्वती वैली का ये गांव, किसी जन्नत से कम नहीं

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Photo of हरियाली और बर्फ से ढंके पहाड़ों वाला पार्वती वैली का ये गांव, किसी जन्नत से कम नहीं by Rishabh Dev

बर्फ से ढंके पहाड़, चारों तरफ हरियाली ही हरियाली और बीच में बसा एक छोटा-सा गाँव। पहाड़ों में ऐसी जगह मिलना किसी सपने के पूरे होने की तरह है। कई बार घूमते-घूमते ऐसी जगह मिल जाती है लेकिन कभी-कभी ऐसी शानदार जगह पर जाने के लिए एक बढ़िया प्लानिंग की जरूरत भी होती है। हिमाचल प्रदेश की पार्वती घाटी में एक ऐसा ही छिपा हुआ गाँव है, कुटला।

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कुटला गाँव हिमाचल प्रदेश का छोटा-सा गाँव है। तोश से कुटला गाँव कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर है। ये जगह घूमने वालों की नजरों से बहुत दूर है। इस गाँव में सुकून और शांति बहुत है और यही इस जगह की खासियत भी है। कुटला में चारों तरफ घास के मैदान हैं जो इस जगह को और भी शानदार बनाते हैं। अगर आप ऐसी ही किसी शानदार जगह पर जाना चाहते हैं पार्वती गाँव के इस गाँव मे चले आइए।

कैसे पहुँचे?

फ्लाइट: अगर आप फ्लाइट से कुटला गाँव जाने का प्लान बना रहे हैं तो सबसे निकटतम भुंतर एयरपोर्ट है। भुंतर एयरपोर्ट से आप टैक्सी या बस से तोश पहुँचिए। भुंतर से तोश 50 किमी. की दूरी पर है। तोश से कुटला गाँव तक आप ट्रेक कर सकते हैं।

बस से: यदि आप बस से कुटला गाँव जाना चाह रहे हैं तो दिल्ली से तोश के लिए सीधी बस चलती है। दिल्ली से तोश पहुँचने में कम से कम 16 घंटे का समय लगता है। इसके अलावा मनाली और भुंतर से भी तोश के लिए बसें चलती हैं। तोश से आप कुटला गाँव जा सकते हैं।

क्या करें?

गाँव देखें

किसी भी नई जगहों को अच्छे से देखना है तो उस जगह को पैदल नाप डालिए। आप हमेशा से उस जगह से अच्छे से वाकिफ हो जाएँगे। आपको कुटला गाँव को पैदल ही एक्सप्लोर करना चाहिए। कुटला गाँव छोटा-सा है तो आपको यहाँ घूमने में मजा भी आएगा। घूमते हुए आप स्थानीय लोगों से बात कर सकते हैं जो घूमने का असली मजा देते हैं। बर्फ से ढंके पहाड़ और चारों तरफ फैली हरियाली देखकर आपको कुटला जरूर पसंद आएगा।

ग्लेशियर प्वाइंट

कुटला गाँव जाएँ तो आप यहाँ ग्लेशियर प्वाइंट भी देख सकते हैं। पहाड़ों में ग्लेशियर देखने का एक अलग ही मजा है। कुटला गाँव से कुछ ही दूरी पर एक ग्लेशियर प्वाइंट है। इस ग्लेशियर प्वाइंट तक जाने के लिए लगभग 45 मिनट का ट्रेक करना पड़ेगा। ये रास्ता घने जंगलों से होकर गुजरता है। अपने साथ किसी लोकल को ले जाएँ ताकि रास्ता न भटकें। अगर आपके पास समय है तो कुटला गाँव के पास में स्थित ग्लेशियर प्वाइंट को जरूर देखें।

ट्रेक

कुटला गाँव पहुँचने से पहले आपको ट्रेकिंग करनी पड़ती है। दरअसल तोश से कुटला गाँव की दूरी लगभग 3 किमी. है। कुटला गाँव तक कोई साधन नहीं जाता है। आपको तोश से कुटला तक ट्रेक करके जाना पड़ेगा। ये ट्रेक बहुत कठिन नहीं है लेकिन सामान के साथ चलने में थकावट तो जरूर होगी लेकिन आसपास दिखने वाले ये नजारे आपकी सारी थकावट को दूर कर देंगे।

वाटफॉल

पहाड़ों में झरने का होना सबसे खूबसूरत होता है। ऐसी शांत जगह पर वाटरफॉल का होना सोने पे सुहागा होने के जैसा है। जब आप तोश से कुटला गाँव की ओर चलेंगे तो आपको वाटरफॉल देखने को मिलेगा। आप रास्ते में ठहरकर आप इस झरने की खूबसूरती का आनंद ले सकते हैं या फिर लौटकर इस जगह पर दोबारा आ सकते हैं। कुटला और तोश के बीच स्थित ये झरना बेहद सुंदर है। आपको इस वाटरफॉल को जरूर देखना चाहिए।

कब जाएँ?

पार्वती वैली के कुटला गाँव को एक्सप्लोर करने के लिए सबसे सही समय मई से जुलाई तक का है। इस समय चारों तरफ हरियाली भी रहती है जिससे आप इस जगह को अच्छे से देख पाएँगे। सर्दियों में यहाँ जमकर बर्फबारी होती है इसलिए सर्दियों और बारिश के मौसम में कुटला गाँव आने से बचें। कुटला गाँव की असली सुंदरता आपको गर्मियों में ही देखने को मिलेगी।

कहाँ ठहरें?

कुटला गाँव छोटा-सा तो है लेकिन ठहरने के लिए आपको यहाँ कई सारे विकल्प मिल जाएँगे। इस गाँव में कुछ होटल भी हैं जहाँ आप ठहर सकते हैं। इसके अलावा कुटला गाँव में होमस्टे भी कई सारे हैं। होमस्टे में आप स्थानीय लोगों के साथ रह सकते हैं और स्थानीय खाना खाने का भी मौका मिलेगा। आपको मौका मिले तो पार्वती वैली के इस खूबसूरत और जिंदादिल गाँव की यात्रा जरूर करें।

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