भारत ने खानपान के मामले में महारथ हासिल की हुई है। यहाँ हर थोड़ी दूर चलने पर खानपान का तरीका तो छोड़िए खाना बनाने की विधि तक बदल जाती है। इन्हीं सब चीजों की वजह से भारत को विविधताओं वाला देश कहा जाता है।
वैसे देखा जाए तो समुद्र का जिले आते ही कुछ चीजें हैं जिनका ख्याल पक्का आता है। बीच, लहरें, चिपचिपा मौसम और ढेर सारा सीफूड। लेकिन क्या आप विश्वास करेंगे के बंगाल की खाड़ी के इतना नजदीक होने के बावजूद ओडिशा के पारंपरिक व्यंजनों में ज्यादातर चीजों में सब्जियों का खूब इस्तेमाल होता है?
ओडिशा के स्थानीय खाने में कम मसालों के साथ साथ नारियल और हरी सब्जियों का खूब प्रयोग किया जाता है। यहाँ ना केवल आपको पौष्टिक खाना मिलेगा बल्कि मिठाइयों के मामले में भी आपको खूब वैरायटी मिलेगी।
1. दालमा
ओडिशा की सबसे मशहूर और लोकप्रिय डिश दालमा आपको राज्य में लगभग हर जगह मिल जाएगी। ये डिश असल में एक तरह की करी है जिसको तूर दाल, चना दाल, कद्दू, आलू, बैगन और तरह तरह की अन्य सब्जियों को मिलाकर बनाया जाता है।
इसका एक महत्वपूर्ण हिस्सा है नारियल जो इस डिश में जान डाल देता है। दालमा को आप वैसे तो रोटी के साथ भी खा सकते हैं लेकिन यदि आप ओडिशा में चलने वाले तरीके से चलना चाहते हैं तो आपको इसको चावल के साथ खाना चाहिए।
दालमा एक तरह से उडिया लोगों की भाषा में दाल का एक रूप है जिसको घर घर में पसंद किया जाता है। ओडिशा की ये डिश ना केवल बनाने में बेहद आसान है लेकिन पौष्टिक गुणों से भी भरपूर है।
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2. छेना पोड़ा
ताजे छेना से बनाई जाने वाली इस डिश को ओडिशा की पहचान माना जा सकता है। ये ओडिशा के सबसे फेमस व्यंजनों में से एक है।
असल में ये एक तरह की मिठाई है जिसको छेना, सूजी, घी, किशमिश और अन्य तरह के ड्राई फ्रूट्स को मिलाकर बनाया जाता है। इस डिश को बनाने के लिए बेकिंग बेहद महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। सभी चीजों को अच्छे से मिलाने के बाद इसको गोल्डन ब्राउन होने तक बेक किया जाता है।
जिसकी वजह से छेना पोड़ा का असली स्वाद निकलकर बाहर आता है। इस डिश को बनाने के लिए घंटों की मेहनत लगती है लेकिन जब आप इसको खाएंगे तो आप खुशी से झूम उठेंगे।
3. चुंगडी मलाई
ओडिशा की स्थानीय भाषा में प्रॉन को चुंगडी कहा जाता है। तो इस हिसाब से चुंगडी मलाई प्रॉन से बनाई जाने वाली डिश का नाम है।
चुंगडी मलाई में डलने वाली सभी चीजों में प्रॉन के सबसे महत्वपूर्ण चीज होती है नारियल और क्रीम। इस करी को बनाने के लिए हल्के मसालों का इस्तेमाल किया जाता है इसलिए यदि आपको तीखा और मसालेदार खाना नहीं पसंद है तब भी आप इस डिश को आराम से खा सकते हैं।
पारंपरिक तरीके से बनाई जाने वाली चुंगडी मलाई करी का स्वाद बेहद लाजवाब होता है। खाने में ये डिश टेस्टी और मजेदार होती है। ओडिशा के बाकी व्यंजनों की तरह इस डिश को भी आप बासमती चावल के साथ खा सकते हैं।
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4. संतुला
अगर आप अपने स्वास्थ्य का ख्याल करते हुए ओडिशा की कोई बढ़िया डिश खाना चाहते हैं तो आपको बिना ज्यादा सोचे संतुला के बारे में सोचना चाहिए।
इस डिश की खासियत है कि इसमें कम मसालों के अलावा ढेर सारी हरी सब्जियों का इस्तेमाल किया जाता है। पारंपरिक तरीके से बनने वाले संतुला में उबली सब्जियों का इस्तेमाल किया जाता है।
इसमें कच्चा पपीता, आलू, टमाटर और बैगन का इस्तेमाल किया जाता है। डिश का स्वाद निखारने के लिए कभी कभी इसमें दूध और कुछ देशी मसालों का इस्तेमाल किया जाता है। ये डिश देखने में जितनी रंगीन होती है, खाने में भी ये उतनी ही स्वादिष्ट होती है। सबसे अच्छी बात है कि हैल्थ का ध्यान करने वाले लोग भी इसको आराम से खा सकते हैं।
5. एंडुरी पीठा
भारत में बनने वाली ज्यादातर मिठाइयों में नारियल का खूब इस्तेमाल किया जाता है और ओडिशा में भी इसका खूब प्रयोग किया जाता है। एंडुरी पीठा बनाने के लिए भुने हुए नारियल में गुड़ और कुछ मसालों मिलाए जाते हैं।
जिसके बाद उसको हल्दी के पत्तों में लपेटकर भाप में पकाया जाता है। पीठा बनाने के पारंपरिक तरीकों की वजह से इसका स्वाद बना रहता है।
खाने में ये डिश बेहद स्वादिष्ट होती है। खास बात ये भी है कि ओडिशा के जगन्नाथ मंदिर में चढ़ाए जाने वाले तमाम तरह के पीठा में एंडुरी पीठा भी शामिल होता है।
6. बड़ी चूरी
ओडिशा में बड़ी उतनी ही महत्वपूर्ण है जितना कि बाकी देश में उपमा। इस शानदार डिश को दो भागों में बनाया जाता है। सबसे पहले लाल मसूर की दाल को धूप में सुखाया जाता है जिसके बाद उसके छोटे छोटे डंपलिंग बनाकर धीमी आंच पर फ्राई किया जाता है।
फ्राई किए जाने के बाद इन्हें क्रश किया जाता है। जिसके बाद इसको कटे हुए प्याज, लहसुन, लौंग और हरी मिर्च के साथ मिला दिया जाता है। इस डिश का सबसे उम्दा स्वाद लेने के लिए आपको इसको चावल के साथ खाना चाहिए। ओडिशा के सबसे पारंपरिक व्यंजनों में शुमार इस डिश को आपको जरूर चखना चाहिए।
7. पखाला
ओडिशा की उमसभरी गर्मी के बीच राहत देने वाली इस डिश को पूरे राज्य में बहुत चाव से खाया जाता है। इस डिश को बनाने के लिए चावल को रातभर पानी से भिगाया जाता है। बाद में पुराना पानी बदलकर इसमें सुबह ताजा पानी डाला जाता है। इसके बाद चावल को नमक, मसालों और पुदीने के पत्तियों के साथ हल्का भून दिया जाता है।
चावल भुन जाने के बाद इसमें दही डालकर थोड़ा और पकाया जाता है। आमतौर पर ओडिशा में इस डिश को बड़ी चूरी के साथ खाया जाता है। स्थानीय लोगों का मानना है कि ये डिश नींद ना आने वाली बीमारी को ठीक करने में काफी मदद करती है। अब इस बात में कितनी सच्चाई है ये तो नहीं मालूम, पर इस डिश का स्वाद बेहद लाजवाब होता है।
8. बेसरा
सीधे शब्दों में कहा जाए तो बेसरा को आप ओडिशा की पारंपरिक मिक्सड वेजिटेबल के रूप में समझ सकते हैं। इस डिश को बनाने में आलू, सीताफल, केला और पपीते का खूब इस्तेमाल किया जाता है।
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सबसे पहले सब्जियों को काटकर इन्हें प्याज, लहसुन, जीरा, सूखी मिर्च और सरसों के साथ सुनहरा होने तल भूना जाता है। वैसे देखा जाए तो ये सभी मसाले ओडिशा के लगभग सभी व्यंजनों ने इस्तेमाल किए जाते हैं। सब्जियों के अच्छे से पक जाने के बाद ऊपर से धनिया डालकर खाया जाता है। ये डिश बनाने और खाने दोनों में बढ़िया लगती है।
9. चौला वड़ा
इस डिश को ओडिशा का पारंपरिक वड़ा कहा जा सकता है। चौला वड़ा बनाने के लिए उरद की दाल और चावल का इस्तेमाल किया जाता है। ये एक तरह की छोटी पकौड़ियां होती हैं जिन्हें खाने में बहुत मजा आता है। चार भाग चावल और एक भाग दाल को रातभर पानी में भिगोकर उसका गढ़ा मिश्रण तैयार किया जाता है। इसके बाद इसमें जीरा, अजवाइन, धनिया, बेकिंग पाउडर, नमक और काली मिर्च पाउडर डाला जाता है। इन सभी चीजों को अच्छी तरह मिलाने के बाद इसकी छोटी पकोड़ियां बनाकर इसको तेल में फ्राई कर दिया जाता है। खाने में ये डिश बेहद स्वादिष्ट होती है और ओडिशा के हर घर में इसको काफी पसंद किया जाता है।
10. खाजा
यकीन मानिए यदि आप ओडिशा में हैं और खाजा नहीं खाया तो आप ओडिशा की सबसे मजेदार डिश खाने से चूक गए हैं। खाजा एक तरह की मीठी डिश है। जिसको बनाने के लिए मैदा और चीनी का इस्तेमाल किया जाता है। मैदा में चीनी मिलाकर उसकी तमाम परतें बना दी जाती हैं। बाद में इसको हल्का फ्राई कर दिया जाता है। ओडिशा के पुरी में जगन्नाथ मंदिर में चढ़ाई जाने वाली सभी चीजों में खाजा भी काफी महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसके अलावा ओडिशा आने वाले बंगाली टूरिस्टों के बीच भी इस डिश को खूब पसंद किया जाता है।
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