लद्दाख / Ladakh
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 (Article 370) को हटाए जाने के दो साल पूरे होने पर देश में इसकी खुशी को जोर शोर से मनाया जा रहा है। इस उपलक्ष्य में लद्दाख (Ladakh) के गृह विभाग ने एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है जो पर्यटकोंं यानी आपके के लिए काफ़ी सुविधापूर्ण है।
लद्दाख Ladakh में पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए हाल ही में उप-राज्यपाल आरके माथुर ने लद्दाख पुलिस के टूरिस्ट विंग (Tourist Wing) का शुभारंभ किया था। इससे संबंधित आर्टिकल का लिंक 👇
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साथ ही लद्दाख के गृह विभाग ने स्थानीय निवासियों सहित सभी भारतीय नागरिकों के लिए लद्दाख की यात्रा के लिए आवश्यक इनर लाइन परमिट ( inner line permit) की ज़रूरत को हटा लिया है।
इससे पैसे, समय और दिमागी सुकून तीनों का फायदा पर्यटकों को मिलेगा। अब DC ऑफिस से स्टाम्प लगवाना (ऑफलाइन) के झंझट की बचत, LAHDC से सीधा परमिट निकालने के दौरान ऑनलाइन फीस भरने में सर्वर से होने वाली दिक्कतों से काफी राहत हो जाएगी। स्थानीय लोग जो पर्यटन के व्यवसाय से जुड़े हैं, उन्होंने ने भी इस फैसले का स्वागत किया है ।
यानी अब लद्दाख के किसी भी पर्यटक क्षेत्र को देखने के लिए आपको किसी परमिट की ज़रूरत नहीं। ये लद्दाख के वो कुछ प्रमुख क्षेत्र हैं जहां ज़्यादातर पर्यटक जाते थे और इनके लिए परमिट की आवश्यकता होती थी।
नूब्रा घाटी एक ऐसा स्थान है जहां आप आसमान छूते पहाड़ों और वेग से बहती श्योक नदी के बीच थार रेगिस्तान की तरह फैली रेत और रेत के टीलों को देखकर आश्चर्य चकित रह जाते हैं। यहीं पायी जाती है विश्व प्रसिद्ध हुंडर के सैंड ड्यून्स और दो कूबड़ वाले ऊंट.
खारदूंग ला / KHARDUN LA (5359 मीटर) ये हाल ही तक दुनिया की सबसे ऊंची मोटरेबल रोड के नाम से जानी जाती थी। उमलिंग ला को (5883 मीटर) अभी हाल ही मे बॉर्डर रोड और्गनाईजेसन द्वारा दुनिया की सबसे ऊंची मोटरेबल रोड घोषित की गई है।
Turtuk / तुर्तुक
ये भारत का दूसरा सबसे उत्तरी छोर पर बसा गांव है और लेह से 200 किमी दूर है। वहीं LOC से महज 2.5 किमी दूर है। हुंडर घाटी से तुर्तुक तक जाने वाली रोड बेहद खूबसूरत है।
पनामिक
खालसार से आप जब सियाचिन बेस कैंप/ सियाचिन ग्लेशियर की तरफ चलते हैं तब बीच में आता है, पनामिक जो सियाचिन/ नुब्रा नदी के साथ साथ चलता है। यहां एक गर्म पानी का प्राकृतिक मेडिकल बाथ है जिसे आप विजिट कर सकते हैं।
पैनगांग झील / PANGONG LAKE
ये झील साफ मौसम के दौरान अपने नीले दिखाई देने वाले पानी के फेमस है। हालांकि थ्री इडियट्स मूवी का आखिरी सीन यहां शूट होने के बाद यहां आने वाले पर्यटकों की भीड़ अचानक बढ़ गई है। इसलिए यहां आपको अगर मजमा लगा दिखे तो कोई आश्चर्य नहीं।
सो मोरिरी झील / TSO MORIRI
लद्दाख में पूरी तरह स्थित झीलों में सबसे बड़ी है ये सो मोरिरी झील। 4500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित ये ग्लेसियल झील अपने ज्यादातर नीले दिखाई देने वाले पानी, अपने शांत वातावरण और कम भीड़ के लिए जानी जाती है। लेह से करीब 250 किमी दूर ये बिल्कुल तिब्बत बॉर्डर के पास है। इसे देखना न भूलें 👌
चांग ला / CHANG LA
लद्दाख के सबसे कठिन रास्तो में से एक चांग ला (5391 मीटर) है जिसकी एश्फाल्ट रोड बहुत प्रसिद्ध है। यहां गाड़ी चलाना अपने आप मे एक चैलेंज है। लेह से पैनगांग झील जाते हुए ये बीच में पड़ता है।
तो अपनी तैयारी को covid19 के सुरक्षा प्रोटोकोल के साथ शुरू कर लीजिए। ऐसी और पर्यटन संबंधी जानकारी और नयी जगहों के बारे जानने के लिए मेरे साथ tripoto पर जुड़ें और फॉलो करें 🙏