आसाम राज्य से तो सभी परिचित हैं।यहां के चाय बागान विश्व भर में प्रसिद्ध हैं।यहां की चाय पत्ती दुनिया के हर कोने में भेजी जाती है।इन बागानों की सुंदरता देखते ही बनती है।यह देखने का मोका मिले तो अवश्य ही देखिए।1972से पहले आसाम बड़ा राज्य होता था। जिसकी समर कैपिटल शिलांग जो वर्तमान समय में मेघालय की राजधानी है,होती थी।विंटर कैपिटल गुवहाटी होती थी।इंडिपेंडेंस से पहले इन दोनो स्थानों की दूरी नापने के लिए विशेष साधन होते थे। इस सुदूर पूर्व स्थान मैं अंग्रेजों का साम्राज्य होता था।आसाम क्षेत्रफल के दृष्टिकोण से बहुत बड़ा राज्य है।इस राज्य की सीमा भूटान से साझा करती हैं।यहां आज भी इंग्लिश पीरियड की आसाम टाइप घर हैं ।इन आसाम टाइप घरों को गवर्नमेंट ऑफिसेज मैं बदल दिया गया है।जब से ये दोनों राज्य अलग अलग राज्य बने हैं इनके अपने कानून हो गए हैं।
आज जब देखा जाता है तो मेघालय राज्य में इंग्लिश पीरियड का प्रभाव बहुत अधिक है।इस राज्य मैं मिशनिरिस का प्रभाव अभी भी देखा जा सकता है।यहां ईसाई धर्म के अनुयाई अधिक देखे जा सकते हैं। ब्रिटिश टाइम के स्थापित चर्च यहां के आकर्षण के केंद्र हैं।आज देखते हैं तो इस कैपिटल सिटी का बहुत विकास हुआ है।यहां पहुंचना आसान हो गया है। पूरा साल टूरिस्ट इस ब्यूटीफुल प्लेस को देखने आते हैं। वर्तमान समय में यहां सभी तरह के होटल हैं।यह एक कॉस्मोपॉलिटन जगह है। यहां देश के सभी राज्यों के लोग मित्रता पूर्वक रहते है।यहां का मुख्य फेस्टिवल क्रिसमस है,इसके साथ ही दिवाली होली बिहु ओनम चट दुर्गा पूजा पूरे हर्षोल्लास से मनाई जाती है।आज के समय का मोस्ट फेवरेट स्थान है।समय निकाल कर इस सुदूर पूर्व स्थान पर अवश्य आएं।जैसा की सभी को विदित है कि सभी जगह विकसित की जा रही हैं। मैं मेरा अनुभव आप सभी के साथ साझा करना चाहूंगी की यह जगह अपनी प्राकृतिक धरोहर को आज भी संजोय है।
Pics of Aasam before independens
Pics of Shillong after becoming an independent state