कहते हैं प्यार में जोख़िम लेना पड़ता है और अगर आपका भी पहला प्यार घुमक्कड़ी है तो आप इस वाक्य का मतलब बहुत अच्छे से समझ सकते होंगे। लेकिन ध्यान देने वाली बात है कि कुछ भी करने से पहले समझदारी से काम लेना भी बेहद आवश्यक है। घुमक्कड़ी अपनी जगह है पर फिलहाल आपको अपनी सुरक्षा पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए। कोरोना का खतरा अब भी पूरी तरह से टला नहीं है और नए वेरिएंट के आने के बाद जिम्मेदारी से घूमना और भी जरूरी हो गया है। कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को मद्देनजर रखते हुए स्वास्थ मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए नई गाइडलाइंस जारी की हैं जिन्हें 1 दिसंबर से देशभर में लागू कर दिया जाएगा। कोरोना वायरस का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन पहली बार साउथ अफ्रीका में 24 नवंबर को पाया गया था जिसने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की परेशानियों को भी बढ़ा दिया है।
केंद्र सरकार के नए आदेशों के तहत अब सभी राज्य और केन्द्र शासित प्रदेशों को कोरोना जाँच, आइसोलेशन, टीकाकरण और सर्विलांस पर जोर देने की बात कही गई है। इसके साथ ही अधिक संक्रमण वाले इलाकों पर खास निगरानी और स्वास्थ संबंधी मामलों को लेकर गंभीरता बरतने की बात भी कही गई है।
कितना खतरनाक है नया वायरस?
एम्स के डायरेक्टर डॉक्टर रणदीप गुलेरिया का कहना है कि इस नए वैरिएंट में कोविड वैक्सीन के प्रभाव को कम करने की शक्ति है जिसके चलते ये और भी अधिक खतरनाक साबित हो सकता है।
अंतरराष्ट्रीय ट्रेवल के लिए नई गाइडलाइंस:
1. विदेश से आने वाले सभी यात्रियों को भारत के लिए उड़ान भरने से पहले "एयर सुविधा पोर्टल" पर पिछले 14 दिनों की ट्रेवल हिस्ट्री अपलोड करनी होगी। इसके साथ ही सभी यात्रियों के लिए नेगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट भी अपलोड करना अनिवार्य कर दिया गया है। आरटी-पीसीआर टेस्ट यात्रा शुरू करने के 72 घंटों पहले की होनी चाहिए।
2. हाई रिस्क सूची में शामिल देशों से आने वाले यात्रियों को भारत पहुँचने के बाद भी आरटी-पीसीआर टेस्ट कराना होगा। टेस्ट के पॉजिटिव आने कर सैंपल को जीनोमिक सीक्वेंसिंग के लिए भेज दिया जाएगा और यात्री को क्वारेंटाइन कर दिया जाएगा। टेस्ट के नेगेटिव आने पर 7 दिनों का होम क्वारेंटाइन करना होगा। क्वारेंटाइन के 8वें दिन पर दोबारा कोविड टेस्ट करना होगा और उसके बाद अगले 7 दिनों तक अपने सेहत को मॉनिटर भी करना होगा।
3. हाई रिस्क के अलावा अन्य देशों से आने वाले यात्रियों को एयरपोर्ट से निकलने की अनुमति दे दी गई है लेकिन उन्हें भी अगले 14 दिनों तक अपनी सेहत को लगातार मॉनिटर करने के आदेश दिए गए हैं।
4. कोविड रिपोर्ट अपलोड करने के अलावा सभी यात्रियों को रिपोर्ट की वैधता साबित करने के लिए उचित कागज देने होंगे। रिपोर्ट अवैध पाए जाने पर कड़े कदम उठाए जाने की बात कही गई है।
हाई रिस्क देश कौन से हैं?
साउथ अफ्रीका, चीन, यूनाइटेड किंगडम सभी यूरोपीय देश, ब्राजील, बोत्सवाना, मॉरीशस, न्यू जीलैंड, हॉन्ग कॉन्ग, जिम्बाब्वे, सिंगापुर और इजरायल।
राज्यों में भी लागू होंगे नए नियम
देश के अलग-अलग राज्यों ने कोरोना के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए नए नियमों को लागू करने की बात है।
गुजरात
हाई रिस्क देशों से आने वाले यात्रियों को राज्य में आने से पहले कोविड टेस्ट कराना अनिवार्य कर दिया गया है। यदि यात्री ने वैक्सिनेशन की दोनों खुराक पूरी कर ली हैं तो कोविड टेस्ट से छूट दी जाएगी। पूरा टीकाकरण होने के बावजूद भी एयरपोर्ट पर थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी और कोरोना की कोई आशंका ना होने पर ही एयरपोर्ट से निकलने की अनुमति दी जाएगी।
उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश के स्वास्थ विभाग ने राज्य के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को अन्य देशों से आने वाले यात्रियों पर खास ध्यान देने के आदेश दिए हैं। इसके अलावा कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की बात पर भी जोर दिया गया है।
महाराष्ट्र
हाई रिस्क देशों से आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को केंद्र सरकार द्वारा जारी की गई कोविड गाइडलाइंस का पालन करना होगा। घरेलू यात्रियों के पास डबल वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट होना चाहिए। सर्टिफिकेट ना होने कर 72 घंटों पहले की कोविड टेस्ट रिपोर्ट का होना अनिवार्य कर दिया गया है।
कर्नाटक
कर्नाटक आने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को एयरपोर्ट पर कोविड टेस्ट कराना अनिवार्य होगा। रिपोर्ट नेगेटिव आने पर ही उन्हें एयरपोर्ट से निकलने की अनुमति दी जाएगी। पॉजिटिव पाए जाने पर यात्रियों को तुरंत क्वारेंटाइन कर दिया जाएगा। इसके साथ ही राज्य ने केंद्र से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगाने की अपील भी की है।
केरल
सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों पर 7 दिनों तक कड़ी निगरानी रखी जाएगी। कोविड देशों से आने वाले सभी यात्रियों को, नेगेटिव रिपोर्ट होने के बावजूद, केरल पहुँचने के बाद फौरन कोविड टेस्ट कराना होगा।
गोवा
गोवा आने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को आरटी-पीसीआर टेस्ट कराना होगा। हाई रिस्क देशों से आने वाले यात्रियों के लिए 7 दिन का क्वारेंटाइन अनिवार्य कर दिया गया है।
अन्य देशों में क्या हैं नियम?
अबतक लगभग 20 देशों ने साउथ अफ्रीका से आने और जाने वाली सभी उड़ानों पर रोक लगा दी है। वहीं कुछ देशों ने फिलहाल अंतरराष्ट्रीय यात्रियों पर रोक लगाई है। जापान, इजरायल और मोरोक्को ने सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों पर रोक लगा दी है
साउथ अफ्रीका में क्या हैं नियम?
साउथ अफ्रीका में ओमिक्रॉन वैरिएंट मिलने के बाद जहाँ एक तरफ पूरी दुनिया में टेंशन का माहौल है वहीं साउथ अफ्रीका में फिलहाल पाँच स्तरीय लॉकडाउन का लेवल 1 जारी किया गया है। साउथ अफ्रीका की सरकार ने ट्रेवल पर रोक लगाने वाले 20 देशों से फौरन राहत देने की अपील भी की है। साउथ अफ्रीका का कहना है कि पड़ोसी देशों की आर्थिक व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए ऐसा करना बेहद महत्वपूर्ण है।
रिपोर्ट्स की मानें तो एयरपोर्ट पर किए जाने वाले सभी कोविड टेस्ट का खर्च स्वयं यात्रियों को उठाना होगा, वहीं सभी रैंडम टेस्ट का खर्च सिविल एविएशन मिनिस्ट्री द्वारा उठाया जाएगा। इसके साथ सरकार ने ये भी कहा है कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के नियमित संचालन शुरू हो जाने के बाद, व्यवस्था और हालात को देखकर नियमों में बदलाव किया जाएंगे। लेकिन तमाम राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर तुरंत रोक लगाने की मांग की है।
क्या आप हाल में किसी यात्रा पर गए हैं? अपने अनुभव को हमारे साथ शेयर करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
बांग्ला और गुजराती में सफ़रनामे पढ़ने और साझा करने के लिए Tripoto বাংলা और Tripoto ગુજરાતી फॉलो करें।
रोज़ाना टेलीग्राम पर यात्रा की प्रेरणा के लिए यहाँ क्लिक करें।
ये आर्टिकल अनुवादित है। ओरिजिनल आर्टिकल पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें।